घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले क्रिकेटर किस्मत के आगे हारे, कभी नहीं मिला देश के लिए खेलने का मौका

World Cup 2023: टीम इंडिया के खिलाड़ी इस समय लंबे आराम पर चल रहे हैं। भारत को अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे के लिए उड़ान भरनी हैं। इसको लेकर हाल ही में भारतीय टीम का चयन किया गया था। जिसमें कुछ नए खिलाड़ियों को मौका मिला तो कुछ दिग्गज खिलाड़ियों को टीम से बाहर होना पड़ा।

Suryakant Soni
Published on: 28 Jun 2023 12:43 PM GMT
घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले क्रिकेटर किस्मत के आगे हारे, कभी नहीं मिला देश के लिए खेलने का मौका
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World Cup 2023 (Photo: Google image)

World Cup 2023: टीम इंडिया के खिलाड़ी इस समय लंबे आराम पर चल रहे हैं। भारत को अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे के लिए उड़ान भरनी हैं। इसको लेकर हाल ही में भारतीय टीम का चयन किया गया था। जिसमें कुछ नए खिलाड़ियों को मौका मिला तो कुछ दिग्गज खिलाड़ियों को टीम से बाहर होना पड़ा। इसके बाद सोशल मीडिया पर इसको लेकर जबरदस्त चर्चा देखने को मिली। पुजारा को टेस्ट टीम से बाहर करने पर कई पूर्व खिलाड़ी भड़क गए। लेकिन आज हम आपको तीन ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाया था। फिर भी टीम इंडिया में खेलने से वंचित रहे...

1. अमोल मजूमदार:

अमोल मजूमदार को मुंबई के लिए खेलते हुए सभी ने देख होगा। इस खिलाड़ी ने कई सालों तक अपने घरेलू क्रिकेट में कई बड़ी पारियां खेली। लेकिन इसके बावजूद उन्हें किस्मत ने साथ नहीं दिया। उनको कई बार भारतीय टीम में चयन की उम्मीद थी। लेकिन आखिर समय में चयनकर्ता उनके नाम पर विचार नहीं करते थे। अमोल मजूमदार ने अपने 20 साल के अपने घरेलू क्रिकेट करियर में 171 मैच खेलते हुए 11167 रन बनाए। लेकिन इसके बावजूद उन्हें टीम इंडिया में नहीं खेलने का मलाल हमेशा रहा।

2. राजिंदर गोयल:

फर्स्ट क्लास करियर में अपनी स्पिन से बड़े-बड़े दिग्गज बल्लेबाज़ों को परेशान करने वाले राजिंदर गोयल कभी टीम इंडिया के लिए नहीं खेल पाए। उस समय जिन्होंने क्रिकेट देखा और उसको लेकर जानकारी रखने वाले इसे सिर्फ बदकिस्मत ही मानते हैं कि ऐसे प्रतिभाशाली स्पिनर को टीम इंडिया में खेलने का मौका नहीं मिला। फर्स्ट क्लास करियर में राजिंदर गोयल ने 750 विकेट अपने नाम किए। उन्होंने अपने करियर में 59 बार 5 विकेट हॉल और 18 बार 10 विकेट हॉल लिए हैं।

3. केपी भास्कर:

आज देखने को मिलता हैं किसी भी टीम के लिए मिडिल ऑर्डर में प्रमुख बल्लेबाज़ शामिल होते हैं। ऐसे ही एक खिलाड़ी का घरेलू क्रिकेट में खूब नाम सुनने को मिलता था। जी हां, हम बात कर रहे हैं केपी भास्कर की...रणजी ट्रॉफी के 95 मैचों में 5443 रन बनाए। इसके बावजूद भी ये खिलाड़ी कभी टीम इंडिया की जर्सी नहीं पहन पाए।

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