TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Agra Food Story: आगरा में खाएं मूंग की दाल का चीला और आलू चाट, 40 साल पुराना बेहतरीन स्वाद जीत लेगा दिल

Agra Famous Moong Dal Cheela: आगरा केवल ताज नगरी होने के लिए ही नहीं बल्कि अपने बेहतरीन इस बात के लिए भी पहचाना जाता है। चलिए आज हम आपके यहां के पक्का बाबा की दुकान के बारे में बताते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 7 Jun 2024 10:16 AM IST
Agra Famous  Pakka Baba Moong Dal Cheela
X

Agra Famous Pakka Baba Moong Dal Cheela (Photos - Social Media)

Agra Famous Moong Dal Cheela : आगरा एक ऐसा शहर है जिसे ताजमहल के नाम से पहचाना जाता है। अगर आप आगरा जा रहे हैं तो यहां पर आपको बैलंनगंज तिकोनिया पर दाल का चीला और आलू की टिक्की जरूर खाना चाहिए। यह जगह फिलहाल सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा वायरल हो रही है और बड़ी संख्या में लोग इसका स्वाद चखने के लिए यहां पर पहुंच रहे हैं। इस जगह का नाम पक्का बाबा है जहां का चीला और आलू टिक्की बहुत ही बेस्ट है। यहां मिलने वाला चिल और आलू टिक्की जितने स्वादिष्ट हैं उतने ही हाजिर जवाब इन्हें बनाने वाले पक्का बाबा है। यहां पर आप शाम 5:00 से रात 9:00 बजे तक चिल और आलू टिक्की का आनंद ले सकते हैं।

40 साल पुरानी दुकान है पक्का बाबा की दुकान (40 Year Old Shop)

बेलागंज तिकोनिया पर पिछले 40 सालों से पक्का बाबा मूंग की दाल का चीला मिल रहा है जिसमें ढेर सारा पनीर होता है। यहां पर आलू टिक्की भी मिलती है जो घी में फ्राई करके बेची जाती है। इस जगह को सभी पक्का बाबा के नाम सेपहचानते हैं। पिछले 40 सालों से यह लोगों को बेहतरीन इस बात परोस रहे हैं और यहां पर दो तरीके की आलू चाट मिलती है। दूर-दूर से लोग आलू चाट का स्वाद लेने के लिए यहां पर पहुंचते हैं।


35 रुपए में बिकता था चीला (Chilla was sold for Rs 35)

पक्का बाबा के मुताबिक 40 साल पहले उन्होंने दुकान की शुरुआत की थी। यहां पर वह आज भी आलू की चाट और मूंग की दाल का चीला बनाते हैं। 40 साल पहले ₹35 में चिल देते थे लेकिन अब महंगाई बढ़ गई है तो दाम में इजाफा हो चुका है। आलू की छत ₹50 और दाल का चीला डेढ़ सौ रुपए में मिलता है।


मसाला और चटनी का है खेल (Chatni And Masala Are very testy)

आपको बता दें कि इस चीले और आलू के चाट के लोग इस कदर दीवाने हैं कि 5:00 से यहां पर लोगों की भीड़ लग जाती है। लोग यहां पर आधा आधा घंटा इंतजार में खड़े रहते हैं। यहां पर जो स्वाद मिलता है उसमे सारा खेल इस्तेमाल किए जाने वाले मसाले में है। इन मसाले को घर पर ही पीसकर तैयार किया जाता है और यह बहुत अच्छी क्वालिटी केहोते हैं। मसाले से मीठी और हरी दो चटनी बनाई जाती है जिनका स्वाद लोग कभी नहीं भूल पाते।



\
Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

Next Story