×

Alaska Famous City: सोने के इस शहर में मात्र 263 लोग करते हैं निवास, वो भी एक ही इमारत में, जानिए वजह

Whittier: अलास्का के एक अनोखे शहर की पूरी आबादी एक ही इमारत में निवास करती है, जहां सारी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहती हैं। आइए जानें इसके बारे में।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 30 Dec 2024 6:45 AM IST (Updated on: 30 Dec 2024 6:45 AM IST)
Alaska Famous City: सोने के इस शहर में मात्र 263 लोग करते हैं निवास, वो भी एक ही इमारत में, जानिए वजह
X

Alaska Famous City (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Alaska City History: साल 1867 में यूएसए द्वारा सोवियत संघ (Soviet Union) से 72 लाख डॉलर के बराबर कीमत के सोने के बदले खरीदा गया था अलास्का राज्य (Alaska)। वहीं साल 1872 में यहां सोना भी खोज लिया गया। फिर 1888 तक करीब 60 हजार लोग सोने की खोज में अलास्का जा पहुंचे। बाद में यहां अमेरिका ने सेना के बेस आदि का भी निर्माण किया। लेकिन इस जगह की सबसे खास बात है कि इस अनोखे शहर में कभी सोना खोजने वाले अपना ठिकाना बनाया करते थे। किसी भी शहर की ऊंची इमारतें वहां के विकास की स्थित की पहचान होती हैं। लेकिन अलास्का के इस अनोखे इस शहर की पूरी आबादी एक ही इमारत में निवास करती है, जहां सारी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहती हैं। आइए जानते हैं उस खास शहर के बारे में विस्तार से-

अलास्का में बसा हुआ है यह छोटा-सा शहर

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

ये है अलास्का का एक शहर व्हिट्टर (Whittier) जो ग्लेसियर के पास स्थित है। जिसका नाम अमेरिकी कवि जॉन ग्रीन लीफ व्हिट्टर (John Greenleaf Whittier) के नाम पर रखा गया था। यही नाम बाद में इस शहर ने ले लिया। यह शहर अपनी एक और खूबी के चलते काफी लोकप्रिय है, वो है एक बेहद शांत और पहाड़ों से घिरी हुई, बर्फ से ढकी हुई14 तल्ले की एक बिल्डिंग। क्योंकि इस पूरे शहर में बस एक ही रिहायशी बिल्डिंग है, जिसका नाम है बेगिच टॉवर। अब से पहले इस शहर के करीब 200 निवासी रहते थे। 2023 के आंकड़ों के मुताबिक, अब इस शहर की आबादी की संख्या बढ़कर कुल 263 पहुंच चुकी है।

यह शहर इतना छोटा है कि यहां की पूरी आबादी एक ही इमारत के अंदर निवास करती है। दुनियाभर में इस शहर को ’एक छत के नीचे रहने वाला शहर’ के नाम से भी जाना जाता है।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

सभी निवासियों का घर कहलाई जाने वाली इमारत का नाम ’बेगिच टावर्स कॉन्डोमिनियम’ (Begich Towers Condominium) है। बेगिच टावर्स इमारत में कुल 14 मंजिलें हैं और इसमें सभी तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। इस शहर के लोगों को कोई भी काम करने के लिए अपने घर यानि इमारत से बाहर नहीं निकलना पड़ता है। इमारत की पहली मंजिल पर वह हर व्यवस्था उपलब्ध है, जो एक शहर को चलाने के लिए जरूरी होती है।

कैसे हुआ इस शहर का निर्माण

इस शहर के निर्माण को लेकर तथ्य हैं कि दूसरे विश्व युद्ध (World War II) के समय अमेरिकी सेना ने यहां एक मिलिटरी फैसेलटी बनाई थी। जिसमें एक बंदरगाह और रेलरोड भी शामिल थी इसे कैंप सुल्लिवन नाम दिया गया, जहां अलास्का रेल रोड साल 1943 तक बनकर तैयार हो गया था। यहां का बंदरगाह अमेरिकी सैनिकों के लिए अलास्का आने-जाने का एक डोर बन गया।

इस इमारत को 1956 में बनाया गया था और द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के दौरान इस स्थान पर सेना की बैरक थी। यही कारण है कि यहां सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस दौरान यहां दो बड़ी इमारतें बनाई गईं थीं। एक थी हॉग बिल्डिंग जिसका नाम बदलकर बेगिच टॉवर रख दिया गया। एक और इमारत एक स्कूल की थी, जिसे मेन टॉवर से एक टनल के जरिए जोड़ा गया। तब यहां सिविल सर्वेंट और उनके परिवार वगैरा रुका करते थे। जिसका नाम बकनर बिल्डिंग था। लेकिन वक्त के साथ वो खाली छोड़ दी गई।

एक ही इमारत में आस पास रहने के पीछे ये है खास वजह

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अलास्का में बसा व्हिटियर शहर इस शहर में कई बार भूकंप भी देखे गए। इस दौरान काफी कुछ बदलाव भी हुए। लेकिन अब एक बड़े बिल्डिंग, एक छत के शहर के नाम से यह शहर जाना जाता है। कुछ सालों बाद स्थानीय लोग इस इमारत में रहने लगे और यह एक अपार्टमेंट में तब्दील हो गया। इस क्षेत्र का मौसम काफी खराब रहता है। यहां अक्सर बर्फबारी होती रहती है।

असुविधा और ठंड से बचने के लिए यहां के लोग इमारत से बाहर नहीं निकलते हैं।दरअसल, यहां चलती हैं सर्द हवाएं, वो भी करीब 96 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती हैं। इतनी तेज़ और सर्द हवाओं के बीच अगल-अलग जगह रहना लोगों के लिए मुमकिन नहीं था। इसलिए सबने यहां की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए एक ही बिल्डिंग में रहने का फैसला लिया।

एक ही इमारत में उपलब्ध हैं ये सब सुविधाएं

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

व्हिटियर शहर को छोटा सा बाजार या कहें एक स्टोर। या फिर एक रिहायशी इमारत के तौर पर जाना जा सकता है। जहां बिल्डिंग में घुसते ही पोस्ट ऑफिस देखने मिलता है। वहीं हॉल के पास ही एक पुलिस स्टेशन भी है। यहां रपट और तार सब का इंतजाम यहां किया गया है। यहां तक कि बेसमेंट में एक चर्च भी बनाया गया है। यहां इलाज करने के लिए एक छोटा सा क्लीनिक, लॉन्ड्री रूम ओट यहां के बच्चों के लिए इमारत के तहखाने में विद्यालय बनाया गया है और एक खेल का मैदान भी तैयार किया गया है।

इस शहर के ज्यादातर लोग घर से करीब 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक बंदरगाह में काम करते हैं। इसके अलावा, इमारत के अंदर एक जिम भी मौजूद है और कई कैफे भी खोले गए हैं। इस शहर के सभी लोग एक दूसरे से बेहद प्रेम से मिल-जुलकर रहते हैं।



Shreya

Shreya

Next Story