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Allahabad Famous Samosa: छोटा समोसा बड़ा धमाका, यूपी के इलाहाबाद में स्थित है 40 साल पुराना ये दुकान

Allahabad Famous Chhotka Samosa: जिसे रामजतन की दुकान के नाम से जाना जाता है यह समोसे का नवाब कहा जाता है यहां ग्राहक दूर-दूर से पहुंचते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 12 July 2024 6:54 PM IST
Ramjatan Chhotka Samosa
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Ramjatan Chhotka Samosa (Photos - Social Media)

Allahabad Famous Chhotka Samosa: "चपाई नवाबगंज" नाम बहुत पुराना नहीं है। 2001 से पहले इसे सिर्फ़ नवाबगंज या नौबबगंज के नाम से जाना जाता था। ब्रिटिश राज से पहले यह जगह मुर्शिदाबाद के नवाबों के लिए छुट्टियाँ मनाने की जगह थी और दाउदपुर मौजा उनकी खास छुट्टियाँ बिताने की जगह थी। नवाब, "नौबब" यहाँ शिकार के लिए आते थे। उत्तर प्रदेश राज्य समृद्ध और सफल होने के साथ ही यहां के जायकों के लिए भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है ऐसे में अगर आपने इलाहाबाद जाकर समोसा नहीं खाया तो आपका यहां जाना बेकार है दरअसल शहर से ठीक 22 किलोमीटर दूर नवाबगंज में एक समोसे वाला काफी ज्यादा फेमस है जिसे रामजतन की दुकान के नाम से जाना जाता है यह समोसे का नवाब कहा जाता है यहां ग्राहक दूर-दूर से पहुंचते हैं।

40 साल पहले खोला दुकान

बता दे की 40 साल पहले इस दुकान को रामजतन यादव ने नवाबगंज में विजय स्वीट्स के नाम से खोला था उसे वक्त या समोसे बहुत छोटे आकार के थे और काफी सस्ते भी यहां पर नमकीन और मीठा दोनों प्रकार का समोसा मिलता था जो लोगों को काफी ज्यादा पसंद आया यहां की गुणवत्ता काफी अच्छी थी इसलिए यह बाकी के समोसे से इसका स्वाद को अलग बनाती थी धीरे-धीरे इसकी चर्चा बड़ी और मांग होने लगी साल 1980 में चौराहे पर उसकी दुकान खुली जब एक रुपए में चार समोसे मिला करते थे कुछ लोग पैसे देते थे तो कुछ लोग बिना पैसे ही चले जाते थे क्योंकि काफी ज्यादा भीड़ रहती थी शुरुआती दौर में दुकान चलाने के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लोगों को लगा की दुकान बहुत कम समय में ही बंद हो जाएगा लेकिन रामजतन ने हार नहीं माने

Ramjatan Chhotka Samosa

दूर से आते हैं ग्राहक

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि रामजतन का छोटा समोसाकेवल जिले और राज्य तक ही सीमित नहीं है बल्कि लोग यहां के समोसे मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े-बड़े शहरों में भी अपनी पहचान बन चुका है लोग यहां से आकर उनका समोसा लेकर जाते हैं यहां प्रतिदिन लगभग सैकड़ो लोग यहां पहुंचते हैं कीमत की बात करें तो नमकीन समोसा ₹3 और मीठा समोसा ₹4 पीस मिलता है जबकि पैकिंग करने वाले ग्राहकों को 160 रुपए 1 किलो समोसा मिलता है यहां प्रतिदिन 5000 समोसा दिखते हैं|



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Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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