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April Me Ghumne Wali Jagah: अप्रैल के महीने में यहां मिलेगा स्नो, बना सकते हैं हॉलीडे का प्लान

April Me Ghumne Wali Jagah: यदि आप भी उनमें से है जो ठंड में स्नो देखने नहीं जा पाए है, तो आपके लिए ये आर्टिकल खास है। क्योंकि ग्रीष्म ऋतु से पहले भी आपको एक बार सफेद स्नो देखने का मौका मिल सकता हैं।

Yachana Jaiswal
Written By Yachana Jaiswal
Published on: 31 March 2024 9:26 PM IST
April Me Ghumne Wali Jagah: अप्रैल के महीने में यहां मिलेगा स्नो, बना सकते हैं हॉलीडे का प्लान
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April Me Ghumne Wali Jagah: मार्च में होली का त्योहार बीतने के बाद चिलचिलाती गर्मी की शुरुआत हो जाती है। पारा बढ़ने लगता है, जिससे मौसम दिन प्रतिदिन गर्म होता जाता है। यदि आप भी उनमें से है जो ठंड में स्नो देखने नहीं जा पाए है, तो आपके लिए ये आर्टिकल खास है। क्योंकि ग्रीष्म ऋतु से पहले भी आपको एक बार सफेद स्नो देखने का मौका मिल सकता हैं। अगर आप अप्रैल में बर्फ का मजा लेना चाहते हैं और भीड़ में फंसना भी नहीं चाहते है, तो हिमाचल प्रदेश के एक गांव में आपके लिए सही जगह है।

हिमाचल में खूबसूरत घाटी (Himachal Pradesh Tour)

हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों के बीच बस एक सबसे खूबसूरत घाटी चितकुल है। यहां आपको अप्रैल के महीने में घूमने का एक अलग ही आनंद मिलने वाला है। लेकिन यहां की खूबसूरती का लुत्फ उठाने के लिए आपको यहां पहुंचने के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक सड़कों में से एक पर चलना होगा। यह रास्ता बहुत ही अधिक खराब और कंक्रीट होता है। जिसमे फिसलन और नीचे खाई में गिरने का खतरा बना होता है।


लोकेशन: चितकुल, हिमाचल प्रदेश

सांगला से चितकुल की दूरी - 24 किमी

ऊंचाई - 11320 फीट

गांव की आबादी- 1000

नेटवर्क उपलब्ध - केवल बीएसएनएल। (2 ग्राम)

शिमला से दूरी - 245 किमी

चितकुल भारत का आखिरी प्वाइंट

चितकुल, बसपा नदी के दाहिने किनारे पर स्थित एक पहाड़ी गाँव है, जो बसपा घाटी का आखिरी गाँव है। पुराने हिंदुस्तान- तिब्बत व्यापार मार्ग पर स्थित यह आखिरी गाँव है। यह भारत का आखिरी बिंदु भी है जहां कोई भी बिना परमिट के यात्रा कर सकता है। यहां के घरों की वास्तुकला और डिजाइन, स्थानीय लोगों की खान- पान की आदतें और सामान्य जीवनशैली एक प्राचीन सांस्कृतिक प्रवासी की भावना को दर्शाती है।

रोमांच और प्रकृति के शौकीनों के लिए यह एक अवश्य देखने योग्य जगह है। चितकुल का जैविक और शुद्ध वातावरण इसे बैकपैकर्स, कैंपर्स, हाइकर्स और खोजकर्ताओं के लिए एक लोकप्रिय स्थल बनाता है। एक हालिया अध्ययन के अनुसार, चितकुल (किन्नौर जिला) में भारत में सबसे स्वच्छ जगह है।


चितकुल घूमने का सही समय (Best Time to Visit Chitkul)

चितकुल घूमने का सबसे अच्छा समय गर्मी का महीना हैं, खासकर अप्रैल से जून और सितंबर से अक्टूबर तक का समय सबसे अनुकूल है। चितकुल तक जाने वाली हिंदुस्तान-तिब्बत राजमार्ग की रोमांचकारी सड़कें और साफ नीला आसमान पर्याप्त सुरक्षा के साथ एक आदर्श रोमांच का अनुभव कराता है। सर्दी के मौसम में पूरी घाटी सफेद रंग से सज जातीहै। बसपा नदी भी जम जाती है। मानसून के दौरान भी यहां यात्रा करने पर रोक होती है। जुलाई से अगस्त तक इस क्षेत्र में भूस्खलन की उच्च संभावना बनी रहती है।


अप्रैल में ऐसे मिलता है यहां स्नो

इस क्षेत्र में मार्च के अंत में बर्फ पिघलनी शुरू हो जाती है और अप्रैल तक ज्यादातर बर्फ पिघल जाती है, घिसक कर नीचे आती रहती है। ऊंचाई वाले इलाकों में थोड़ी सी बर्फ बची रह जाती है। बर्फबारी की संभावना भी इस दौरान बनी रहती है। हालांकि केवल महीने के शुरुआती दिनों में। इस महीने में यहां परऔसत तापमान अधिकतम 7°C और न्यूनतम -8°C तक चल जाता है। आप अप्रैल में यहां जा सकते हैं लेकिन यह सबसे अच्छा समय नहीं है। यदि आप कुछ बर्फ़ देखना चाहते हैं तो महीने के शुरुआती दिनों में जाना आपके लिए अच्छा होगा। यहां पर आप अपना खुद का टेंट लगा सकते हैं, या नदी के किनारे पहले से मौजूद कैंपों के साथ कैंपिंग कर सकते हैं। जहां से, तारों से भरी असाधारण रात के आकाश और आकाशगंगा के स्पष्ट दृश्य का जीवन भर का बेहतरीन अनुभव ले सकते है।


ऐसे पहुंचे चितकुल

गाँव की यात्रा अपने आप में एक अनुभव है। चितकुल तक पहुंचने के आपको शिमला या मनाली आना होगा।

हवाई अड्डा: निकटतम हवाई अड्डा, शिमला हवाई अड्डा है। लगभग 300 किमी दूर जुब्बरहट्टी में स्थित है। हवाई अड्डा भारत के प्रमुख उत्तरी शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। उसके बाद निकटतम प्रमुख हवाई अड्डा चंडीगढ़ में है जो लगभग 400 किमी दूर है।

रेलवे स्टेशन : शिमला निकटतम रेलवे स्टेशन है। चितकुल का दूसरा निकटतम प्रमुख रेलवे स्टेशन चंडीगढ़ में है।

सड़क मार्ग द्वारा : शिमला या मनाली के रास्ते चितकुल गांव पहुंचने का एकमात्र सड़क मार्ग है। शिमला से सड़क मार्ग से यात्रा लगभग 10 घंटे की है। आप शिमला और मनाली से सीधे चितकुल के लिए कैब भी किराये पर ले सकते हैं।


सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट से भी पहुंच सकते है चितकुल

सार्वजनिक परिवहन सुबह शिमला से रिकांग पियो के लिए कई बसें मिलती हैं, पहली बस सुबह 5.15 बजे निकलती है। शिमला से चितकुल के लिए कोई सीधी बस नहीं है, इसलिए करछम तक का टिकट लें और फिर सांगला घाटी में प्रवेश करने के लिए करछम से दूसरी बस लें। जल्दी निकलें ताकि आप करछम से दूसरी बस पकड़ सकें।



Yachana Jaiswal

Yachana Jaiswal

Content Writer

I'm a dedicated content writer with a passion for crafting engaging and informative content. With 3 years of experience in the field, I specialize in creating compelling articles, blog posts, website content, and more. I can write on anything with my research skills. I have a keen eye for detail, a knack for research, and a commitment to delivering high-quality content that resonates with the audience. Author Education - I pursued my Bachelor's Degree in Journalism and Mass communication from Sri Ramswaroop Memorial University Lucknow. Presently I am pursuing master's degree in Master of science; Electronic Media from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication Bhopal.

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