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Arunachal Pradesh Famous Places: ऊँचे पहाड़ों, शांत झीलों, बर्फीली धुंध, बौद्ध मठ और दर्रों का नगर
Arunachal Pradesh Famous Places: पूर्वोत्तर राज्यों में घूमने का प्लान बनाने पर एक बार अरुणाचल जरूर घूमना चाहिए। यहां कई घूमने लायक जगह है, जिसमें कुछ खास हैं:
Arunachal Pradesh Famous Places: भारत के पूर्वोत्तर में बसा अरुणाचल प्रदेश राज्य, तीन तरफ से भूटान, चीन और म्यांमार देशों से घिरा हुआ है। यह भारत के खूबसूरत पर्यटन स्थलों मे से एक है और अपने ऊँचे - ऊँचे पहाड़ों, शांत झीलों , बर्फीली धुंध, बौद्ध मठ, दर्रों के लिए मशहूर है। सर्दी के मौसम में तो यहां के निर्मल पहाड़ और लुभावने दृश्य पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं। जेम्स हिल्टन ने अपने एक उपन्यास 'लॉस्ट होराइजन', में एक रहस्यमय घाटी शांगरी-ला का जिक्र किया है, जो इसी अरुणाचल प्रदेश में है।
अरुणाचल प्रदेश में घूमने की जगह (Arunachal Pradesh Me Ghumane Ki Jagah)
तवांग :
यह एक प्राचीन पर्यटन स्थल है, जहां प्रकृति के कई नजारों जैसे बर्फीली चोटियों और दर्राओं का रोमांचकारी अनुभव ले सकते हैं। यहां की सुंदर झीलें और शांत झरने देखकर आप मंत्र मुग्ध हो जायेंगे। साथ ही यहां के सुंदर मठों को घूमने जरूर जाएं ।
तवांग मठ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ है और बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय से संबंधित है। सन् 1680-81 में मेराक लामा लोद्रे ग्यात्सो ने इस मठ का निर्माण करवाया था। तीन मंजिले इस मठ के परिसर की दीवार 925 फीट लंबी है इसके अंदर 9.3 मीटर ऊंची भगवान बुद्ध की एक सुनहरी प्रतिमा भी है। इस मठ के अंदर कांग्यूर और तेंग्यूर जैसे बहुमूल्य ग्रंथ भी रखे हैं।
यहां अन्य दर्शनीय स्थल हैं : तवांग मठ , माधुरी झील , नुरान्ग फॉल्स , पेंग तेंग त्सो झील ,सेला पास , तवांग युद्ध स्मारक ।
माधुरी झील :
अरुणाचल प्रदेश में कई सुंदर झीलें हैं । जिनमें माधुरी झील बहुत ही सुंदर और आकर्षक है, इसे संगतेसर झील के नाम से भी जानते हैं। माधुरी झील देश और दुनिया की सबसे रिमोट झीलों में से एक है। यह झील तवांग से करीब 30 किमी उत्तर-पूर्व में समुद्र तल से 12,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है ।
यहां माधुरी दीक्षित की बॉलीवुड फिल्म कोयला की शूटिंग होने की वजह से यह झील काफी लोकप्रिय हो गयी। लोग इसे माधुरी झील के नाम से जानने लगे।
सेला दर्रा :
तवांग से करीब 70 किमी की दूरी पर स्थित यह पर्यटन स्थल चारों ओर से बर्फ से ढका हुआ दिखेगा । इस दर्रे पर स्थित सेला झील इस जगह की ख़ूबसूरती और बढ़ा देती है। यह बौद्ध धर्म का पवित्र स्थान माना जाता है।
यह एक संवेदनशील क्षेत्र होने की वजह से सेला दर्रा घूमने के लिए सैलानियों को एक आंतरिक लाइन परमिट की आवश्यकता होती है।
जीरो वैली :
दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक जीरो वैली समुद्रतल से करीब 5,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां आकर इसकी प्राकृतिक खूबसूरती और शांति आपको स्वर्ग में होने का एहसास कराती है।
यह खूबसूरत जगह अरुणाचल के निचले हिस्से में स्थित है। यहां घूमने वाली कई और जगहें हैं जिनमें प्रमुख हैं :
मेघना गुफा मंदिर, किले पाखो , जीरो पुतो , डोलो मंडो, पाइन ग्रुव, बैंबू ग्रुव, टैली वैली वाइल्ड लाइफ सेंकचुरी।
रोइंग :
रोइंग उत्तर अरुणाचल के दिबांग घाटी की पहाड़ियों और नदियों से घिरा हुआ एक आकर्षक पर्यटक स्थल है। बर्फ से ढकी चोटियां, शांत नदियां और रहस्यों से भरी पहाड़ियां , सैलानियों को शांत वातावरण का एहसास दिलाती हैं।
यहां घूमने वाली कई जगह हैं : निजोमा घाट, शैली झील, नेहरू वन उद्यान, रुक्मणि नाटी, महाओ झील , हुनलि।
गोरीचेन पीक :
समुद्र तल से करीब 22,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह अरुणाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी है और ट्रेकिंग करने वालों की पहली पसंद है।
पर्यटक यहां बर्फ से ढकी वादियों का आनंद ले सकते हैं।
इटानगर:
यह अरुणाचल प्रदेश की राजधानी होने के साथ - साथ, यहां का सबसे बड़ा शहर भी है।
यहां कई पिकनिक स्पॉट के साथ और स्थल हैं जिनका भ्रमण कर सकते हैं - गंगा झील, इटा फोर्ट, रूपा हिल, गोम्पा बौद्ध मंदिर, इटानगर वन्यजीव अभ्यारण, जवाहर लाल नेहरू राज्य संग्राहलय, इंदिरा गांधी पार्क, क्राफ्ट और इंपोरियम सेंटर ।
भालुकपोंग :
यह कामेंग नदी के तट पर बसा एक खूबसूरत कस्बा है। यहां आप फ़िशिंग, हाईकिंग, राफ्टिंग और कैंपिंग का आनंद ले सकते हैं। इस नदी के किनारे बैठ कर आप प्राकृतिक आनंद ले सकते हैं।
इसके अलावा यहां देखने लायक कुछ और जगह है जैसे- भालुकपोंग फोर्ट , टीपी आर्केडियम, टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क।
दीरांग :
यह आदिवासियों का एक खूबसूरत गांव है, जो कमेंग जिले में स्थित है। यहां इनके करीब 500 साल पुराने घर भी देखने को मिल जाएंगे।
ट्रैकिंग और पर्वतारोहियों के लिए यह जगह खासकर जानी जाती है। इसके अलावा देखने वाले जगहों में प्रमुख हैं : दिरांग द जोंग, संगती वैली, कला चक्र गोपा, याक राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र।
दपोरिजो :
इस जगह पर पर्यटक अरुणाचल की संस्कृति और प्राचीन परंपरा देख सकते हैं। यह स्थान सुबन सिरी नदी के किनारे बसा है।
यहां देखने लायक स्थान हैं - सुबन सिरी नदी , कमला रिजर्व फॉरेस्ट, दपोरिजो संग्रालय और क्राफ्ट सेंटर, सीगेम दपोरिजो रिजर्व फॉरेस्ट।
यिंग्कियोंग :
यिंग्कियोंग के चारों ओर हरियाली, सुंदर वन और खूबसूरत नदियाँ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। रीवर राफ्टिंग के शौकीन यहां इसका आनंद ले सकते हैं ।
इसके अलावा आप ब्रह्म पुत्र नदी, मैलिङ्ग नेशनल पार्क, पासीघट- जोगिंग यिकियोंग सर्किट, वन्य जीव अभ्यारण की सैर भी कर सकते हैं।
बोमडिला :
बोमडिला यहां का एक छोटा सा नगर है आप बौद्ध मठ, गोम्पा के अलावा यहां की सबसे ऊँची चोटी का नज़ारा देख सकते हैं।
इसके साथ ही यहां पर आर आर हिल, बोमडिला मठ, बोमडिला व्यू पॉइंट, लोअर , मध्य और उपरी गोम्पा, आर्किड अनुसंधान एवं विकास केंद्र का भी सैर कर सकते हैं।
कैसे पहुंचे ?
हवाई मार्ग से यहां पहुंचने के लिए अरुणाचल प्रदेश का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा करीब 260 किमी की दूरी पर असम का लीलाबारी तेजपुर हवाई अड्डा है। यहां से टैक्सी की मदद से आप अरुणाचल प्रदेश आसानी से पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग से यहां पहुंचने के लिए निकटम रेलवे स्टेशन असम का हरमुटि रेलवे स्टेशन है जो करीब 43 किमी की दूरी पर है। यहां से ईटानगर टैक्सी से पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से अरुणाचल प्रदेश देश के कई बड़े शहरों और राज्यों मेघालय, असम और नागालैंड से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बस और टैक्सी की मदद से आप आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।
यहां अक्टूबर से फरबरी के बीच सर्दियों का मौसम रहता है और सैलानी इसका आनंद उठा सकते हैं। वैसे मार्च से अप्रैल के बीच वसंत का मौसम रहता है और गर्मियों और सर्दियों के दौरान यहां घूमने आने का अच्छा मौसम रहता है। जुलाई से सितम्बर तक मानसून का मौसम रहने से भारी बारिश के दौरान कई पर्यटक स्थल बंद हो जाते हैं इसलिए इस दौरान यात्रा न करने की सलाह दी जाती है।
यहां का मुख्य भोजन चावल, सब्जी, मॉस, मछली के अलावा मोमोज और थुकपा भी है। यहां उबले हुए चावल का केक और चावल की बियर मिलती है, जिसे अपांग नाम से जाना जाता है काफी मशहूर है।
अभी छुट्टियों का मौसम शुरू होने वाला है , अपने बजट और समय के अनुसार एक खूबसूरत और नए जगह का आनंद ले सकते हैं।
( लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं ।)