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Kedarnath Dham Opening: महादेव के भक्तों का इंतजार खत्म, इस तारीख को खुलेंगे केदारनाथ धाम के पट
Baba Kedarnath Dham Timing: भक्तों का इंतजार अब खत्म होने वाला है। केदारनाथ धाम के दर्शन साल 2024 के लिए इस साल जल्द ही खुलने वाले है।
Baba Kedarnath Dham Timing: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ यात्रा, शिव के भक्तों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थानों में से एक है। मंदिर के अंदर एक संरचना को भगवान शिव के "सदाशिव" रूप को पूजा जाता है। चार धाम यात्रा एक तीर्थयात्रा से कहीं ज्यादा है। चार धाम की यात्रा आंतरिक ज्ञान और परमात्मा के साथ मिलन की एक असाधारण खोज है। एक ऐसी आध्यात्मिक यात्रा जो मानव जीवन में मोक्ष प्राप्ति का एक चरण है।
श्री केदारनाथ मंदिर(Shree Kedarnath Dham)
केदारनाथ मंदिर, चारधाम तीर्थयात्रा का एक भाग है, और भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। केदारनाथ मंदिर के पीछे, केदारनाथ शिखर, केदार गुंबद और अन्य हिमालयी चोटियाँ हैं। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने और बंद होने की तारीखें पुजारी द्वारा पंचांग की गणना के अनुसार तय की जाती हैं। सिर्फ 6 महीने के अंतराल में यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते है। इस साल केदारनाथ धाम का पट 10 मई को खुलेगा। जिसके बाद सभी श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर पायेंगे।
केदारनाथ धाम से जुड़ी जरूरी जानकारियां:
सिर्फ 6 महीने होते है दर्शन: अप्रैल-नवंबर केदरनाथ धाम में दर्शन कर सकते हैं। उसके बाद भारी बर्फबारी के कारण सर्दियों के महीनों में शहर बंद रहेगा।
- दर्शन का समय: मंदिर सुबह 4:00 बजे खुलता है और रात 8:00 बजे के आसपास बंद हो जाता है।
- आरती का समय – प्रातः 06:00 बजे और सायं 08:30 बजे।
- केदारनाथ मंदिर खुलने की तिथि: 10 मई 2024 सुबह 7:00 बजे है।
- केदारनाथ मंदिर बंद होने की तिथि 2024: नवंबर में किसी तारीख को बंद होता है।
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अप्रैल-जून और सितंबर-अक्टूबर। गर्मी और मानसून के बाद का समय यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है।
उद्घाटन समारोह होता है बहुत ही खास
केदारनाथ धाम के उद्घाटन समारोह में हजारों तीर्थयात्री शामिल होते है। केदारनाथ कपाट खुलने के दिन देश और दुनिया भर से केदारनाथ आने वाले कई तीर्थयात्रियों के लिए शुभ क्षणों में से एक है। केदारनाथ धाम के रावल और पुजारियों द्वारा घंटों की बड़ी पूजा के बाद केदारनाथ मंदिर के द्वार खोले जाते है। तीर्थयात्री केदारनाथ मंदिर में पुजारियों द्वारा पहली बार उद्घाटन पूजा के बाद ही दर्शन कर सकते थे। केदारनाथ धाम का समापन समारोह भी एक बहुत ही भव्य उत्सव होता है।
क्या हो सकते है नियम पहले करले तैयारी:
COVID-19 महामारी के बाद, केदारनाथ यात्रा और तीर्थस्थलों में प्रवेश पर सख्त प्रतिबंधों के साथ, 2020 और 2021 में चारधाम यात्रा प्रभावित हुई थी। समय बितने के साथ वर्ष 2024 में भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए चारधाम यात्रा के लिए नए नियम और कानून लागू किए जाने की उम्मीद है। जैसा कि आप पहले से ही जानते हैं कि चारधाम यात्रा 2024 का पंजीकरण 20 फरवरी से शुरू हो चुका है।
- इस साल चारधाम यात्रा के लिए ई-पास की जरूरत नहीं होगी।
- उत्तराखंड के निवासियों को चारधाम यात्रा के लिए अपना पंजीकरण कराने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
- इस यात्रा के लिए आपको अपने आधार कार्ड का विवरण दर्ज करके देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल के माध्यम से अपना पंजीकरण कराना होगा।
- श्रद्धालु इस वर्ष के लिए ऋषिकेश और रास्ते में विभिन्न स्थानों पर विभिन्न पंजीकरण सुविधा केंद्रों पर भी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
- केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा दिशानिर्देशों के नवीनतम अपडेट के अनुसार, अपना पंजीकरण कराने के बाद ही आप चार धाम की यात्रा करने या उत्तराखंड राज्य में कहीं भी घूमने के योग्य हैं।
- इस वर्ष चार धाम यात्रा 2024 के लिए केदारनाथ मंदिर के प्रांगण में प्रसाद चढ़ाने और टीका लगाने की अनुमति नहीं है।
- इसके अलावा, तीर्थयात्रियों को मन्दिर के अंदर किसी भी मूर्ति, किताबें और घंटियों को छूने की अनुमति नहीं है।
केदारनाथ धाम तक पहुंचने के रास्ते:
- बस: केदारनाथ धाम तक पहुंचने का पहला और सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला तरीका बस है, क्योंकि यह केदारनाथ धाम तक पहुंचने का सबसे सस्ता और सुविधापूर्ण तरीका है। केदारनाथ धाम के लिए बसें ऋषिकेश, हरिद्वार, श्रीनगर और अन्य स्थानों से भी उपलब्ध होती हैं।
- फ्लाइट: दूर-दराज से केदारनाथ धाम आने वाले लोग फ्लाइट से केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं। केदारनाथ धाम का निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है, जो लगभग 225 किलोमीटर दूर है। हेलीड्रोम से केदारनाथ के लिए विभिन्न कंपनियों द्वारा चार्टर हेली सेवाएं दी जाती हैं ।
- हेलीकॉप्टर: केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं। विभिन्न निजी और सरकारी एजेंसियां केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान करती हैं। आपको आसानी से कम दिनों में यात्रा कराकर वापस पहुंचा देती है।
- ट्रेन से: श्रद्धालु ट्रेन से भी केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं। केदारनाथ धाम का निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है, जो केदारनाथ धाम से लगभग 205 किमी दूर स्थित है।
ऐसा माना जाता है कि मंदिर के दर्शन करने से आपके सभी पापों का प्रायश्चित हो जाएगा। आप भगवान के करीब पहुंचने जैसा अनुभव करते है, इसलिए केदारनाथ यात्रा को तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक यात्रा माना जाता है। साथ ही, यह एक कठिन यात्रा भी मानी जाती है जो तीर्थयात्रा के दौरान आपकी शारीरिक और मानसिक शक्ति का परीक्षण करती है।