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Best Places In Varanasi: बनारस घूमने का है प्लान, तो इन जगहों पर जाना मत भूलिए
Best Places To Visit In Varanasi: वाराणसी को बनारस या काशी के नाम से भी जानते हैं। कहा जाता है कि यहां स्वयं महादेव का निवास है।
Best Places To Visit In Varanasi: भारत के उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Tourism) राज्य में गंगा नदी (The River Ganges) के किनारे बसा एक बेहद ही खूबसूरत शहर है वाराणसी/बनारस (Varanasi) । मान्यताओं के अनुसार बनारस में 56 करोड़ देवी -देवताओं का वास माना जाता है। हिन्दुओं के लिए एक बेहद खास तीर्थ स्थलों में से एक जाना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार वाराणसी को मोक्ष स्थल भी माना जाता है। बता दें कि वाराणसी को बनारस या काशी के नाम से भी जानते हैं। कहा जाता है कि यहां स्वयं महादेव का निवास स्थल है। यहाँ स्थित काशी विश्व नाथ (Kashi Vishwanath) की महिमा बेहद अपरम्पार है। लोग देश -विदेश के कोने -कोने से सिर्फ उनके दर्शन भर को काशी आते हैं।
इस जगह की पवित्रता की बात क्या की जाए यहाँ आने वाले सभी लोगों को यहाँ की पवित्र और मनोरम खुशबु अपने वश में कर लेती है। यहाँ मौजूद गंगा जी में सिर्फ डुबकी भर लगाने से लोगों के सभी पाप धूल जाते है ऐसी मान्यता है। इतना ही नहीं कहते हैं इस पवित्र स्थल पर जो अपने प्राण त्यागता है उसके लिए स्वर्ग के दरवाज़े स्वयं खुल जाते हैं। और अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो मृत्यु उपरांत परिजन उनके राखों को इस पवित्र नदी में प्रवाह करके उस आत्मा के लिए मोक्ष की कामना करते हैं।
बता दें कि वाराणसी में गंगा घाट (Ganga Ghat) के किनारे मौजूद सभी घाटों का विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म में तो इस स्थल की तुलना देव लोक से ही की कई है। यहाँ की हर चीज़ बेहद सुकून देने वाली है। यहाँ तक कि यहां की पवित्र हवा एक अलग ही अनुभूति कराती है।
आमतौर पर कई लोग वाराणसी मुक्ति और शुद्धिकरण के लिए भी आते हैं। बता दें कि वाराणसी अपने कई विशाल मंदिरों के अलावा घाटों और अन्य कई लोकप्रिय स्थानों से हर साल यहां आने वाले लाखों पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है।गौरतलब है कि ये जगह न केवल भारतियों को बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी काफी पसंद आती है।
अगर आप भी बनारस आ रहे हैं तो इन जगहों पर आना बिलकुल भी मिस ना करें :
- काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple)
वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर को पूरे देश में सबसे महत्वपूर्ण मंदिर माना जाता हैं। बता दें, इस मंदिर की कहानी तीन हजार पांच सौ साल से भी अधिक पुरानी है। गौरतलब है कि काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिसके दर्शन करने के लिए हर साल लाखों संख्या में लोग यहां आते हैं। कई भक्तों का मानना है कि शिवलिंग की एक झलक आपकी आत्मा को शुद्ध कर देती है और जीवन को ज्ञान के पथ पर ले जाती है। उल्लेखनीय है कि यहाँ आने वाले सभी लोग बाबा विश्वनाथ के दर्शन के बाद ही कही घूमते हैं।
-अस्सी घाट (Assi Ghat)
बनारस का अस्सी घाट बेहद ही पवित्र जगह मानी जाती है। कहा जाता है कि यहीं पर महान कवि तुलसीदास का निधन हुआ था। इस जगह का दक्षिणी घाट पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय माना जाता है। रोजाना इस जगह को देखने के लिए लोगों की संख्या हर एक घंटे में बढ़ती ही रहती है और ख़ास कर त्योहारों में तो ये संख्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। गौरतलब है कि अस्सी घाट अस्सी और गंगा नदियों के संगम पर स्थित है और यह एक पीपल के पेड़ के नीचे स्थापित बड़े से शिव लिंगम के लिए बेहद प्रसिद्ध है। धार्मिक पुराणों में इस घाट का अत्यधिक धार्मिक महत्व बताया गया है । उल्लेखनीय है कि अस्सी घाट वाराणसी और स्थानीय लोगों का दिल माने जाने के साथ ही पर्यटक गंगा में सूर्यास्त और सूर्योदय के अद्भुत दृश्य का आनंद लेने के लिए भी यहां आते हैं। इतना ही नहीं स्थानीय युवाओं के बीच शाम को समय बिताने के लिए यह घाट एक प्रसिद्ध स्थान रहा है। इस घाट की सुबह की आरती बेहद ही शानदार और मनोरम होती है। लेकिन इसे देखने के आपको सुबह जल्दी उठना पड़ेगा।
-दशाश्वमेघ घाट
मान्यताओं के अनुसार यह वह स्थान है जहां भगवान ब्रह्मा ने दशाश्वमेघ यज्ञ पूरा किया था। बनारस का यह घाट एक धार्मिक स्थल है और यहां कई तरह के अनुष्ठान भी किए जाते हैं। गौरतलब है कि यह घाट हर शाम आयोजित होने वाली गंगा आरती के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। बता दें कि शाम को इस घाट पर होने वाली आरती को देखने सैकड़ों लोग इकठा होते हैं। या आरती इतनी मनोरम होती है कि हर व्यक्ति बस उस पवित्र माहौल में खो सा जाता है। इस गंगा आरती देखने के अनुभव को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है । इसलिए जब भी आप वाराणसी आये यहाँ जरूर आये।
-काशी चाट भंडार
बनारस में धार्मिक रंगों के साथ स्वाद का भी खज़ाना छुपा हुआ है। यहाँ गोदौलिया पर स्थित काशी चाट भंडार भी लोगों की लोकप्रियता का प्रतिक है। बेहद पुराने इस रेस्टोरेंट की लोकेशन घाट और काशी विश्ननाथ मंदिर के आसपास होने के कारण यहां हमेशा लोगों की भीड़ लगी रहती है। ख़ास बात यह है कि आप यहां आपको बिना लहसुन और प्याज के चाट या फिर अन्य पकवान सर्व किए जाते हैं। लेकिन ये पकवान और चाट इतने टेस्टी होते है कि एक बार खाते है आप इसके दीवाने बने बिना नहीं रह सकते हैं। बता दें कि आप यहां अलग-अलग तरीके की चाट जिसमें टमाटर चाट, आलू टिक्की, पानी बताशे आदि शामिल खा सकते हैं। बिना लहसुन प्याज के चटपटे पकवानों के अनोखे टेस्ट का स्वाद चखने यहाँ जरूर आएं।
-लंका पर चाची की दुकान
बनारस की पहचान कद्दू की सब्जी-पूड़ी और साथ में गरमागरम जलेबी। जी हाँ यूँ तो हर गली मोहल्ले में आपको ये चीज़े मिल जाएंगी लेकिन लंका पर स्थित 'चाची की दुकान' पूड़ी-सब्जी के लिए बेहद मशहूर है। इसका स्वाद चखने के लिए लोग सुबह से ही इनकी दुकान पर जमा हो जाते हैं। बता दें कि इनकी पूरी सब्जी और जलेबी को खाने के लिए भी स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटकों की भी लम्बी लाइन रहती हैं।
-पहलवान लस्सी लंका
लंका में स्थित पहलवान लस्सी के लस्सी का स्वाद तो ऐसा है कि एक बार अगर आपने मुहं लगा लिया तो गिलास ख़तम करके ही रखेंगें। कई वर्षों पुराने इनकी दुकान में हर मौसम लोगों का ताँता लगा रहता है। गर्मी के अलावा सर्दी में भी इनके यहाँ की लस्सी की वैसी ही डिमांड रहती है। सर्दियों में यहाँ बनारस की फेमस डिश मलइयो यानी दौलत की चाट भी मिलती है। यहाँ बड़े प्यार से लस्सी बनाकर लोगो को अनोखे अंदाज़ में पिलाई भी जाती है। जो भी इस जगह जाता है वो मंत्रमुग्ध हो जाता है।