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Kerala Spice Plantations: केरल के मसाला बागान, बेहतरीन समर डेस्टिनेशन और रोमांचक गतिविधियों का खजाना

Kerala Spice Plantations: गर्मियों में जब देश के अधिकतर हिस्से चिलचिलाती धूप और उमस झेल रहे होते हैं, तब केरल के मसाला बागान ठंडी और ताजगी भरी जलवायु प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं केरल के मसाला बागानों की विशेषताओं, आकर्षणों और रोमांचक गतिविधियों के बारे में विस्तार से।

Jyotsna Singh
Written By Jyotsna Singh
Published on: 27 March 2025 4:38 PM IST
Best Summer Destination Places In Kerala Spice Plantations Major Sites
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Best Summer Destination Places In Kerala Spice Plantations Major Sites (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Kerala Best Summer Destination Places: केरल को "God's Own Country" कहा जाता है और यह नाम इस स्थान की प्राकृतिक सुंदरता को पूरी तरह से न्याय देता है। यहां की मनमोहक हरियाली, बैकवॉटर्स, समुद्र तट, आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र और हिल स्टेशन पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं। खासतौर पर केरल के मसाला बागान (Spice Plantations) पर्यटकों के लिए एक अनोखा अनुभव प्रदान करते हैं। ये बागान केवल प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर नहीं हैं, बल्कि इनका ऐतिहासिक और औषधीय महत्व भी बहुत ज्यादा है।

गर्मियों में जब देश के अधिकतर हिस्से चिलचिलाती धूप और उमस झेल रहे होते हैं, तब केरल के मसाला बागान ठंडी और ताजगी भरी जलवायु प्रदान करते हैं। ये बागान सिर्फ हरे-भरे जंगलों और सुगंधित फसलों से ही नहीं, बल्कि रोमांचक गतिविधियों और अनूठे अनुभवों से भी भरे हुए हैं। आइए जानते हैं केरल के मसाला बागानों की विशेषताओं, आकर्षणों और रोमांचक गतिविधियों के बारे में विस्तार से-

केरल के मसाला बागानों की विशेषताएं (Features of the spice plantations of Kerala)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

1. प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध जैव विविधता

केरल के मसाला बागानों की सबसे बड़ी खूबी उनकी प्राकृतिक सुंदरता है। हरे-भरे पहाड़ों, झरनों और घने जंगलों के बीच स्थित ये बागान पर्यटकों को शांति और सुकून प्रदान करते हैं। यहां आपको विभिन्न प्रकार के मसाले जैसे इलायची, काली मिर्च, जायफल, दालचीनी, लौंग, वेनिला और हल्दी के खेत देखने को मिलते हैं। इन बागानों में घूमते समय आपको सुगंधित हवा का एहसास होगा, जिससे मन को ताजगी और स्फूर्ति मिलती है। इसके अलावा, यहां अनेक पक्षी और वन्यजीव भी देखे जा सकते हैं, जिससे ये स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान हो उठता है।

2. अनूठी जलवायु और सालभर घूमने योग्य स्थल

केरल के अधिकांश मसाला बागान पश्चिमी घाट की पहाड़ियों में स्थित हैं, जहां की जलवायु सालभर ठंडी और सुहावनी रहती है। खासतौर पर गर्मियों में यह स्थान पर्यटकों के लिए राहत भरा अनुभव प्रदान करता है। मानसून के दौरान ये बागान और भी हरे-भरे हो जाते हैं, जिससे इसकी खूबसूरती दोगुनी हो जाती है।

गर्मी (मार्च से जून) – इस दौरान मसाला बागान ठंडे और ताजगी भरे रहते हैं।

मानसून (जुलाई से सितंबर) – बारिश में ये बागान और भी जीवंत हो जाते हैं, लेकिन इस समय यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी लेना जरूरी है।

सर्दी (अक्टूबर से फरवरी)- यह समय इन बागानों की सैर के लिए सबसे उपयुक्त होता है।

3. मसालों की खेती और औषधीय महत्व

केरल के मसाले न केवल भारतीय रसोई का अभिन्न हिस्सा हैं, बल्कि इनका आयुर्वेद और चिकित्सा में भी विशेष स्थान है। जिसमें मुख्य रूप से काली मिर्च जो कि "ब्लैक गोल्ड" के नाम से मशहूर है, सुगंधित इलायची, हल्दी लौंग और दालचीनी इम्यूनिटी बढ़ाने और सर्दी-खांसी में फायदेमंद।

मसाला बागानों की रोमांचक गतिविधियां (Exciting Activities at Spice Plantations)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

1. स्पाइस टूर (Spice Tour) मसालों की खुशबू में खो जाने का अनुभव

केरल के मसाला बागानों में पर्यटकों के लिए स्पाइस टूर आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान गाइड पर्यटकों को विभिन्न मसालों की खेती, उनके उत्पादन, औषधीय गुणों और निर्यात प्रक्रिया के बारे में बताते हैं। पर्यटक खुद मसालों को छूकर, सूंघकर और स्वाद चखकर उनके अंतर को समझ सकते हैं। कुछ बागानों में आप खुद मसाले इकट्ठे कर सकते हैं और वहीं के स्थानीय बाजारों से ताजे मसाले खरीद भी सकते हैं।

2. नेचर वॉक और जंगल ट्रेकिंग

मसाला बागान के आसपास के जंगलों और पहाड़ियों में नेचर वॉक और ट्रेकिंग की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। हरे-भरे जंगलों के बीच ट्रेकिंग करने का अनुभव बेहद रोमांचक होता है। जिनमें से प्रमुख ट्रेकिंग मार्गों में मुन्नार हिल्स ट्रेक, थेक्कडी जंगल ट्रेल शामिल हैं।

मुन्नार हिल्स ट्रेक, चाय और मसाला बागानों के बीच से गुजरने वाला एक खूबसूरत ट्रेक है। वहीं थेक्कडी जंगल ट्रेल पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी के पास स्थित ट्रेकिंग मार्ग है। यहां से केरल के प्राकृतिक दृश्यों को देखना बड़ा ही रोमांचक अनुभव प्रदान करता है।

3. आयुर्वेदिक मसाज और वेलनेस थेरेपी

केरल में मसालों का उपयोग केवल खाना पकाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां के स्पा और आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्रों में भी इनका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। मसाला बागानों के पास मौजूद आयुर्वेदिक स्पा में आप हर्बल ऑयल मसाज, पंचकर्म थेरेपी और डिटॉक्सिफिकेशन ट्रीटमेंट का लाभ उठा सकते हैं। जो कि आपकी इस समर डेस्टिनेशन ट्रिप का एक बेहद यादगार लम्हा साबित होता है।

4. बर्ड वॉचिंग और फोटोग्राफी

केरल के मसाला बागानों में पक्षियों की विभिन्न दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं, जो बर्ड वॉचिंग शौकीनों के लिए स्वर्ग के समान हैं।

पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी

पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी महॉर्नबिल, किंगफिशर, और दुर्लभ पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है। आप अगर वाइल्ड लाइफ एंजॉय करने में रुचि रखते हैं तो आपको यहां जरूर जाना चाहिए।

वायनाड बायोस्फीयर रिजर्व

बाघ, हाथी और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों का घर। इसके अलावा, फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए यह स्थान किसी जन्नत से कम नहीं है। यहां की हरियाली, झरने और पहाड़ों का नज़ारा कैमरे में कैद करने लायक होता है।

केरल के प्रमुख मसाला बागान स्थल (Major spice plantation sites of Kerala)

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

1. मुन्नार (Munnar)

मुन्नार हिल स्टेशन न केवल अपनी चाय बागानों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां के मसाला बागान भी बहुत लोकप्रिय हैं। खासियत: इलायची और काली मिर्च के खेत। प्रमुख आकर्षण: टी म्यूजियम, एराविकुलम नेशनल पार्क।

2. थेक्कडी (Thekkady)

थेक्कडी में पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी के पास कई मसाला बागान स्थित हैं। खासियत: काली मिर्च, जायफल, और वेनिला की खेती। प्रमुख आकर्षण: हाथी सफारी, बोट राइडिंग, जंगल ट्रेकिंग।

3. वायनाड (Wayanad)

वायनाड के घने जंगल और मसाला बागान इसे एक परफेक्ट ईको-टूरिज्म डेस्टिनेशन बनाते हैं। खासियत: जैविक मसाले और कॉफी प्लांटेशन। प्रमुख आकर्षण: एडक्कल गुफाएं, बाणासुर सागर डैम।

कैसे पहुंचे?

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

हवाई मार्ग: कोच्चि और त्रिवेंद्रम हवाई अड्डे सबसे नजदीक हैं।

रेल मार्ग: एर्नाकुलम, कोट्टायम और कोझिकोड रेलवे स्टेशन से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।

सड़क मार्ग: केरल का सड़क नेटवर्क बहुत अच्छा है, जिससे आप कार या बस से आराम से यात्रा कर सकते हैं।

केरल के मसाला बागान गर्मियों में घूमने के लिए एक बेहतरीन डेस्टिनेशन हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, मसालों की खुशबू, रोमांचक गतिविधियां और शांत वातावरण इसे पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं। यदि आप इस गर्मी में ठंडे और प्राकृतिक स्थलों की तलाश में हैं, तो केरल के मसाला बागान जरूर जाएं।

ये होगा यात्रा बजट

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

केरल के मसाला बागानों की यात्रा का बजट आपकी यात्रा की अवधि, ठहरने की जगह, खाने-पीने की आदतों और अन्य गतिविधियों पर निर्भर करता है। हालांकि, एक सामान्य बजट यात्रा, मिड-रेंज यात्रा, और लक्ज़री यात्रा के लिए खर्च का अनुमान निम्नानुसार हो सकता है:

1. बजट यात्रा (₹8,000 - ₹15,000 प्रति व्यक्ति, 3-4 दिन)

यदि आप एक कम बजट में यात्रा करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित खर्च होंगे:-

यात्रा खर्च (ट्रांसपोर्टेशन)

ट्रेन से यात्रा: यदि आप दक्षिण भारत से आ रहे हैं, तो स्लीपर क्लास का किराया ₹500 - ₹1,500 होगा।

बस से यात्रा: बैंगलोर, चेन्नई, कोयंबटूर और अन्य शहरों से केरल के प्रमुख स्थानों तक बस का किराया ₹500 - ₹1,200 हो सकता है।

फ्लाइट: दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु से कोच्चि या त्रिवेंद्रम के लिए राउंड-ट्रिप टिकट ₹5,000 - ₹12,000 में मिल सकता है।

लोकल ट्रांसपोर्ट: ऑटो रिक्शा, लोकल बसें और शेयर टैक्सी से सफर करने पर ₹1,000 - ₹2,000 तक का खर्च हो सकता है।

रहने का खर्च (अकॉमोडेशन)

बजट होटलों या होमस्टे में प्रति रात ₹1,000 - ₹2,500 में अच्छा ठहरने का स्थान मिल सकता है। डॉरमेटरी या हॉस्टल में ₹500 - ₹1,200 प्रति रात में भी रह सकते हैं।

खाने-पीने का खर्च

स्थानीय साउथ इंडियन थाली, इडली, डोसा, और अन्य व्यंजन ₹100 - ₹300 प्रति मील में मिल सकते हैं। कुल मिलाकर, दिनभर का खाना ₹500 - ₹800 में आसानी से हो जाएगा।

घूमने और एक्टिविटीज़ का खर्च

स्पाइस प्लांटेशन टूर: ₹300 - ₹800 प्रति व्यक्ति।

नेचर वॉक और हाइकिंग: मुफ्त या ₹200 - ₹500।

बोट राइड (पेरियार लेक, थेक्कडी), ₹300 - ₹500।

एंट्री टिकट: नेशनल पार्क्स या अन्य स्थानों पर ₹50 - ₹300।

आयुर्वेदिक मसाज और स्पा: ₹1,500 - ₹5,000, ये खर्च आपके बजट के ऊपर निर्भर करताहै।

कुल खर्च: अगर आप 3-4 दिन की बजट यात्रा कर रहे हैं, तो ₹8,000 - ₹15,000 प्रति व्यक्ति में आसानी से यात्रा पूरी कर सकते हैं। कुल मिलाकर यात्रा का बजट आपकी प्राथमिकताओं और सुविधाओं पर निर्भर करता है। लेकिन केरल के मसाला बागानों की सुंदरता हर प्रकार के यात्री के लिए अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है। वहीं मिड-रेंज यात्रा के लिए ₹20,000 - ₹35,000 और लक्ज़री यात्रा के लिए ₹50,000 का बजट रखें।

Admin 2

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