Bharatmal Pariyojna Project: 550 दिलों को एक दूसरे से जोड़ने का काम करेगी भारतमाला परियोजना, जाने इसका रूट और एक्सप्रेस वे की जानकारी

Bharatmal Pariyojna Project Details: किसी भी देश में मौजूद राष्ट्रीय राजमार्ग वहां के राज्यों को एक दूसरे से जोड़ने का काम करते हैं। यह कहीं ना कहीं देश के विकास को भी दर्शाते हैं। चलिए आज हम आपको भारतमाला परियोजना की जानकारी देते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 30 Aug 2024 5:15 AM GMT (Updated on: 30 Aug 2024 5:15 AM GMT)
Bharatmal Pariyojna Project Details
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Bharatmal Pariyojna Project Details (Photos - Social Media)

Bharatmal Pariyojna Project Details : किसी भी देश की तरक्की और प्रगति को वहां की सड़कों को देखकर ही पता किया जाता है। यही कारण है कि राजमार्ग और सड़क संरचना भारत जैसे विकासशील देश का मूल आधार बनी हुई है। केंद्र सरकार द्वारा भारत के सपने को पूरा करने के लिए भारत माला परियोजना शुरू की गई थी। चलिए आज हम आपको इसके बारे में जानकारी देते हैं।भारतमाला परियोजना, देश के नेशनल हाईवे को बेहतर बनाने के लिए एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास कार्यक्रम है. इस परियोजना का मकसद, पूरे देश में सड़कों, राजमार्गों, और एक्सप्रेसवे का एक ठोस नेटवर्क बनाना है. इसके तहत, देश की सीमाओं तक सड़क निर्माण कार्य किया जाएगा, ताकि अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी की जा सके. साथ ही, हाईवे को समुद्रीय तट और बंदरगाह से जोड़ा जाएगा, और ग्रीन-फ़ील्ड एक्सप्रेसवे भी बनाए जाएंगे. इस परियोजना के तहत, पिछड़े क्षेत्रों, धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग भी बनाए जाएंगे. उदाहरण के लिए, चार धाम केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री, और गंगोत्री के बीच संपर्क में सुधार किया जाएगा

9 वर्षों में 50 हजार किमी राजमार्ग

आधिकारिक आंकड़ों की माने तो अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 सालों में 50000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण किया गया है। 2014-15 में 97830 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग थे जो 2023 में बढ़कर 145155 किलोमीटर हो गए। पहले प्रतिदिन 12.1 कि सड़क बन रही थी जो अब 28.6 किलोमीटर प्रतिदिन हो चुकी है।

Bharatmal Pariyojna Project Details

क्या है भारतमाल परियोजना

भारतमाला परियोजना (Bharatmala Project) एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना हैं। इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जाएगा जो अब तक अधूरे हैं। इसमें सीमा और अंतर्राष्‍ट्रीय संयोजकता वाले विकास परियोजना को शामिल किया गया है। भारतमाला परियोजना की बात करें तो यह केंद्रीय वित्त पोषित सड़क एवं राजमार्ग विकास परियोजना है। इस परियोजना का उद्देश्य पूरे भारत में सड़कों राजमार्गों और एक्सप्रेस वे का एक ठोस नेटवर्क स्थापित करना है। भारतमाला परियोजना में 83670 किलोमीटर सड़कों के नेटवर्क की परिकल्पना की गई है। इस परियोजना में 10.63 करोड़ लाख रुपए निवेश होने का अनुमान है।

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क्या है भारतमाल परियोजना परियोजना का उद्देश्य

इस परियोजना के उद्देश्य की बात करें तो इसे भारत में सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए शुरू किया गया है।

इस परियोजना के तहत 50 राष्ट्रीय गलियारों का निर्माण किया जाएगा जिसमें माल ढुलाई और ट्रैफिक जाम काम होगा।

देश भर के 550 जिलों को जोड़ा जाएगा वर्तमान में केवल 300 जिले राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े हुए हैं।

यह देश के लॉजिस्टिक परफॉर्मेंस इंडेक्स को पेश करेगा। यह एक ऐसा पैरामीटर है जो ट्रेड एवं लॉजिस्टिक के संबंध में सामना करने वाले चुनौतियों को पहचानने में मदद करता है।

इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

Bharatmal Pariyojna Project Details

ऐसा है भारतमाल परियोजना का रूट मैप

इस परियोजना के रूट की बात करें तो इसका नक्शा परस्पर जुड़े आर्थिक गलियारों, अंतर गलियारों, फीडर मार्गो, एक्सप्रेसवे और राष्ट्रीय राजमार्गों को दर्शाने का काम करता है। भारतमाला परियोजना महत्वाकांक्षी परियोजना है और इससे विशाल विस्तार का एक समग्र दृष्टिकोण कहा जा सकता है। भारतमाला परियोजना के तहत, सड़कों का निर्माण गुजरात और राजस्थान से शुरू होकर पंजाब की ओर जाएगा I इसके बाद, यह हिमालयी राज्यों, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, और मिजोरम में भारत-म्यांमार की सीमा तक जाएगाI इस परियोजना के तहत, 44 नए आर्थिक कारीडोर बनाए जाएंगे. इनमें से कुछ प्रमुख कारीडोर ये हैं:

दिल्ली-लखनऊ, अमृतसर-जामनगर, आगरा-मुंबई, रायपुर-धनबाद, लुधियाना-अजमेर, संबलपुर-रांची, खड़गपुर-सिलीगुड़ी, सागर-वाराणसी, दिल्ली-कानपुर, सागर-लखनऊ, जयपुर-इंदौरI इस परियोजना के तहत, आदिवासी और पिछड़े क्षेत्रों, साथ ही दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जाएगा. सरकार के मुताबिक, इस परियोजना के पूरा होने के बाद, भारतमाला के तहत राजमार्ग की कुल लंबाई 51,000 किलोमीटर होगी. पहले चरण में, 29,000 किलोमीटर का विकास 5.5 खरब रुपये के खर्च पर किया जाएगाI इस चरण में, 24,800 किलोमीटर राजमार्ग और 10,000 किलोमीटर एनएचडीपी खंडों का निर्माण किया जाना है. यह काम 2017-18 से 2021-22 के बीच किया जाएगाI

Bharatmal Pariyojna Project Details

बनेंगे एक्सप्रेस वे

भारतमाला परियोजना के तहत कहीं एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत दिल्ली वडोदरा एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद धोलेरा एक्सप्रेसवे, वडोदरा मुंबई एक्सप्रेस वे, दिल्ली फरीदाबाद सोहना, दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेस वे, अमृतसर भटिंडा जामनगर कॉरिडोर, दुर्ग रायपुर आरंग कॉरिडोर, चेन्नई सलीम कॉरिडोर, दिल्ली देहरादून कॉरिडोर समेत कई सारे एक्सप्रेस वे बनाने की योजना तैयार की गई है।

Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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