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Bhopal Famous Samosa: एक बार जरूर चखें भोपाल के फेमस चाय और समोसा का स्वाद, लाजवाब स्वाद जीत लेगा दिल

Bhopal Famous Samosa Chai Shops: भोपाल सबसे ज्यादा अपने झीलों के लिए पहचाना जाता है। खाने पीने के लिए भी यह जगह मशहूर है चलिए आज आपके यहां के चाय और समोसा के बारे में बताते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 13 March 2024 10:16 AM IST
Bhopal Famous Food
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Bhopal Famous Food (Photos - Social Media)

Bhopal Famous Chai Samosa : भोपाल भारत देश में मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी है और भोपाल जनपद का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। भोपाल को राजा भोज की नगरी तथा 'झीलों की नगरी' भी कहा जाता है क्योंकि यहां कई छोटे-बड़े तालाब हैं। भोपाल में घूमने करने के लिए कई सारी जगह मौजूद है जहां पर अक्सर पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है। खाने पीने के लिए भी भोपाल काफी मशहूर है क्योंकि यहां पर थोड़ा नवाबी अंदाज वाला खाना मिलता है। अगर आप भोपाल के ही रहने वाले हैं या फिर भोपाल घूमने के लिए जा रहे हैं या फिर किसी काम से आपका यहां पर जाना हो रहा है। तो आज हम आपके यहां के फेमस चाय और समोसा के बारे में बताते हैं। जिसका स्वाद आपको एक बार जरूर रखना चाहिए।

भोपाल के फेमस समोसे

भोपाल के रचना नगर चौराहे पर ही आपको समोसे की यह दुकान मिल जाएगी। बीते 25 साल से स्वादिष्ठ समोसे के लिए यह दुकान पूरे शहर में मशहूर है। यहां आपको न केवल समोसा बल्कि उसके साथ मीठी चटनी, हरी चटनी, मटर के अलावा खटाई भी परोसी जाी हैं। बीते 25 साल में यहां के समोसे का स्वाद में कोई भी बदलाव देखने को नहीं मिला हैं। लोगों को आज भी वही स्वाद की अनुभूति होती है। इस दुकान का न केवल समोसा बल्कि आलू बड़ा, आलू गुंडा और ब्रेड पकोड़ा जैसे अन्य व्यंजन भी फेमस हैं।

Bhopal Famous Samosa


भोपाल को फेमस चाय

जब आप पुराने भोपाल में पहुंचेंगे तो खाने-पीने की ऐसी कई लजीज चीजें आपको मिलेंगी जो आपको बहुत पसंद आएंगी। यही नहीं, यह लजीज चीजें सिर्फ भोपाल में ही खाने को मिलती हैं। उन्हीं में से एक है ‘सुलेमानी चाय’, यह चाय खासतौर से पुराने भोपाल में मिलती है, जिसे लोग बेहद पंसद करते हैं। सर्दी के सुहाने मौसम में सुलेमानी चाय की चुस्कियों की बात ही निराली है।

Bhopal Famous Chai


कैसे बनती है चाय

सबसे पहले पानी को उबाला जाता है और फिर चाय के ऑर्डर के हिसाब से चायपत्ती, शक्‍कर और खड़ा नमक डाला जाता है। इसे पूरे 1 घंटे तक उबाला जाता है। वहीं, दूध को अलग से उबाला जाता है। इसकी खासियत यह होती है कि गिलास/कप में काली चाय सर्व करने के बाद इसमें दूध को ऊपर से डालते हैं।



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Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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