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Binsar Hill Station: गर्मी से राहत दिलाए यह खूबसूरत हिल स्टेशन

Binsar Hill Station: 2400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बिनसर अपने ओक, रोडोडेंड्रोन, हरे घास के मैदान और देवदार के खूबसूरत पेड़ों के जंगल के लिए मशहूर है

Sarojini Sriharsha
Published on: 3 May 2024 11:12 AM IST
Binsar Hill Station ( Social Media Photo)
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Binsar Hill Station ( Social Media Photo) 

Binsar Hill Station: अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं और कुछ दिन शांति से पहाड़ों और जंगलों के बीच गुजारना चाहते हैं तो उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले से लगभग 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खूबसूरत हिल स्टेशन बिनसर का रुख कर सकते हैं। यहां आप हिमालय, केदारनाथ, शिवलिंग, नंदा देवी और त्रिशूल जैसी मशहूर पर्वत श्रृंखलाओं को करीब से देख सकते हैं। 2400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बिनसर अपने ओक, रोडोडेंड्रोन, हरे घास के मैदान और देवदार के खूबसूरत पेड़ों के जंगल के लिए मशहूर है।इसके अलावा बिनसर में दर्शनीय मंदिर, वन्यजीव अभयारण्य और कई घूमने वाली जगहें भी हैं। बिनसर में पर्यटक ट्रेकिंग के साथ सूर्योदय और सूर्यास्त का आनंद भी ले सकते हैं। यहां घूमने लायक कई जगहें हैं-

बिनसर वन्यजीव अभयारण्य

अल्मोड़ा से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बिनसर वन्यजीव अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों की पसंदीदा जगह है। 1988 में स्थापित यह अभयारण्य करीब 200 से अधिक प्रजातियों के पेड़ों के साथ तेंदुए, हिमालयी भालू, जंगली बिल्ली, लोमड़ी और कई पहाड़ी पक्षियों का घर है। आकार में छोटा होने के कारण आसानी से पशु पक्षियों को देखने के लिए अभयारण्य में जंगल सफारी पर्यटकों को आकर्षित करती है। बिनसर वन्यजीव अभयारण्य की जीप सफारी करने के लिए आप पहले से ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं और इसका आनंद उठा सकते हैं।


गोलू देवता मंदिर

बिनसर वन्यजीव अभयारण्य से करीब 4 किमी की दूरी पर स्थित यह मंदिर भगवान शिव के एक अन्य रूप गोलू देवता को समर्पित है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां भक्त प्रसाद में पीतल की घंटियां अर्पित करते हैं। अपनी मनोकामनाओं को एक कागज पर लिख कर उसे घंटियों के साथ बांध देते हैं। इस मंदिर में कई घंटियां लटकी हुई हैं इसलिए इसे घंटी वाला मंदिर भी कहते हैं।


बिनेश्वर मंदिर

भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर की स्थापना 16 वीं शताब्दी में चंद राजवंश के राजा कल्याण चंद ने करवाई थी। महाशिवरात्रि और श्रावण महीने में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ देखी जा सकती है।


महादेव मंदिर

बिनसर से लगभग 31 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुफा के अंदर स्थित भगवान शिव का यह मंदिर पर्यटकों के लिए श्रद्धा का केंद्र है। यह शिव मंदिर पूजा करने के साथ जंगलों के बीच होने का एहसास कराता है।


जीरो पॉइंट

बिनसर का यह मशहूर पर्यटन स्थल जीरो पॉइंट वन्यजीव अभ्यारण में स्थित है और पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहता है । यह वन्यजीव अभ्यारण की सुंदरता को देखने के लिए शानदार मार्ग का निर्देशित ट्रेक है। इस प्वाइंट से शिवलिंग, केदारनाथ चोटी और नंदा देवी चोटी को अच्छे से देखा जा सकता है।


कसार देवी मंदिर

अल्मोड़ा स्थित यह मंदिर कसारदेवी शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है। दूसरी शताब्दी में बने इस मंदिर के आसपास का पूरा क्षेत्र वैन एलेन बेल्ट है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया में तीन पर्यटक स्थल ऐसे हैं जहां कुदरत की खूबसूरती के दर्शन के साथ मानसिक शांति भी महसूस होती है। इनमें से एक अल्मोड़ा का कसार देवी मंदिर क्षेत्र, दूसरा दक्षिण अमेरिका के पेरू स्थित माचू-पिच्चू और तीसरा इंग्लैंड का स्टोन हेंग है। दरअसल इन जगहों के आसपास का पूरा क्षेत्र वैन एलेन बेल्ट है, जहां धरती के भीतर विशाल भू-चुंबकीय पिंड है। यह स्थान ध्यान और साधना का प्रमुख केंद्र माना जाता है।

19वीं शताब्दी में स्वामी विवेकानंद ने यहां मेडिटेशन किया था। इसके बाद इस मंदिर की लोकप्रियता पर्यटकों के बीच बढ़ गई। देवदार पेड़ों से घिरा यह स्थान और मंदिर का सांस्कृतिक और वास्तुकला सैलानियों को काफी प्रभावित करता है। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर इस मंदिर में कसार मेला लगता है, जिसे देखने हजारों की तादाद में लोग आते हैं।


गनानाथ मंदिर

यह मंदिर बिनसर से लगभग 25 किमी की दूरी पर प्राकृतिक गुफाओं के बीच में स्थित है। यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दौरान लगने वाले मेले में दूर दूर से सैलानी आते हैं।



खाली इस्टेट

बिनसर से लगभग 5 किमी दूरी पर स्थित यह एक ऐतिहासिक स्थल है , जो रीगल महल के रूप में भी जाना जाता है । यह महल एक पहाड़ी पर स्थित है और अब एक हेरिटेज होटल का रूप ले चुका है।


जलना

बिनसर से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थल अपने सेब, खुबानी, नाशपाती, आड़ू जैसे स्वादिष्ट फलों के बगानों के लिए मशहूर है। यहां पर्यटक प्राकृतिक दृश्यों के अलावा ताजे फलों का स्वाद भी ले सकते हैं।


कैसे पहुंचें ?

हवाई मार्ग से बिनसर पहुंचने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा यहां से 152 किमी दूर पंतनगर का हवाई अड्डा है। पंतनगर और दिल्ली के बीच नियमित रूप से कई उड़ाने हैं। यहां से आप बस या टैक्सी की मदद से बिनसर पहुंच सकते हैं ।रेल मार्ग द्वारा बिनसर पहुंचने के लिए नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है, जहां से बिनसर 119 किमी दूर है। यहां से बस या टैक्सी से बिनसर पहुंचा जा सकता है।सड़क मार्ग से बस द्वारा इस शहर में उत्तर भारत के सभी प्रमुख शहरों से यात्री आराम से पहुंच सकते हैं।

घूमने का समय

वैसे तो यहां पर्यटक साल भर आ सकते हैं। लेकिन अप्रैल से जून का महीना यहां घूमने का सबसे अच्छा समय होता है। जब पूरा देश गर्मी से तप रहा होता है तब यहां का तापमान 10 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।अगर बर्फबारी का मज़ा लेना है तो पर्यटकों के लिए बिनसर आने का सबसे अच्छा समय दिसंबर से फरवरी तक का होता है। सर्दियों में बिनसर के पहाड़ और वहां के रास्ते पूरे बर्फ की सफेद चादर में समा जाते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यहां घूमने का असली मजा सर्दियों में ही है। वैसे फरवरी से अप्रैल तक का अपना अलग मज़ा है।

( लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं ।)



Shalini Rai

Shalini Rai

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