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Chitrakoot Top 5 Temple: चित्रकूट के पांच प्रसिद्ध स्थान का जरूर करें दीदार, रामायण काल से है इनका संबंध
Chitrakoot Famous Temple : उत्तर प्रदेश के चित्रकूट को धार्मिक स्थल के तौर पर पहचाना जाता है। यहां पर घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक स्थान मौजूद है। चलिए आज हम आपके यहां के कुछ खास स्थान के बारे मेंबताते हैं।
Chitrakoot Famous Temple : उत्तर प्रदेश में स्थित चित्रकूट लोगों के लिए एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है और यहां पर न सिर्फ आप मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं बल्कि खूबसूरत झरने, सुंदर मोर व अन्य पशु-पक्षी आपकी यात्रा को यादगार बना देंगे। वहीं यहां पर मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर सारी थकान दूर हो जाती है। तो चलिए जानते हैं यहां की पांच प्रमुख जगहों के बारे में जहां पर आप घूम सकते हैं।
मार्कंडेय आश्रम मंदिर चित्रकूट (Markandeya Ashram Temple Chitrakoot)
चित्रकूट जिले से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मार्कंडेय आश्रम मंदिर मारकुंडी क्षेत्र में स्थित है। इस आश्रम से मारकुंडी रेलवे स्टेशन की दूरी करीब एक किलोमीटर है। यह काफी प्राचीन जगह है। इस आश्रम में एक शिव मंदिर भी है माना जाता है कि भगवान राम ने यहीं पर शिव जी की पूजा की थी।
अमरावती आश्रम चित्रकूट (Amravati Ashram Chitrakoot)
चित्रकूट में जंगल के बीचो-बीच बने अमरावती आश्रम जाना आपके लिए बेहतरीन एक्सपीरियंस होगा। यहां पर पहाड़ी तटों के बीच गौ मुख से एक जलधारा बहती है और माना जाता है कि यही जलधारा आगे जाकर मंदाकिनी नदी में मिलती है। यहां पर आकर आप न सिर्फ दर्शन कर सकते हैं बल्कि प्राकृतिक सुंदरता के बीच सुकून भरा वक्त बिता सकते हैं। अमरावती आश्रम चित्रकूट के मानिकपुर पाठा से करीब 20 किलोमीटर दूर है।
महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली चित्रकूट (Taposthali of Maharishi Valmiki Chitrakoot)
चित्रकूट से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली लालपुर भी प्रकृति की गोद में स्थित है। यहां पर देखने से ही पता चलता है कि ये कितनी प्राचीन जगह है। महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली आएं तो आशांबरा देवी मंदिर भी घूम सकते हैं। माना जाता है कि वाल्मीकि जी ने यहीं पर रामायण की रचना की थी।
कामदगिरि पर्वत चित्रकूट (Kamadgiri Mountain Chitrakoot)
चित्रकूट धाम जाएं तो कामदगिरी पर्वत पर जरूर जाना चाहिए। ये यहां का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। कथाओं के मुताबिक भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने वनवास के समय इसी पर्वत पर समय गुजारा था। यहां पर आपको न सिर्फ कई मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं बल्कि यहां काफी हरियाली देखने को मिलेगी, क्योंकि यह पर्वत जंगलों से घिरा हुआ है।
पुष्करणी सरोवर चित्रकूट (Pushkarni Lake Chitrakoot)
चित्रकूट के टिकरिया गांव में स्थित पुष्करणी सरोवर का संबंध रामायण काल से माना जाता है। यह सरोवर टिकरिया रेलवे क्रॉसिंग के करीब ही पड़ता है और चित्रकूट से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।