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Naye Saal Me Ghumne Kaha Jaye: क्रिसमस के साथ न्यू एयर पार्टियों के लिए जाने जाते हैं ये खास विंटर डेस्टिनेशन प्लेस
Naye Saal Me Ghumne Kaha Jaye: अगर आप क्रिसमस और न्यू ईयर दोनों मौकों को जमकर एंजॉय करना चाहते हैं तो कसोल आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन प्लेस साबित हो सकता हैं।
Naye Saal Me Ghumne Kaha Jaye: दिसंबर महीने की 25 तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, डांस और पार्टी के शौकीन यंगस्टर्स अपने इस क्वालिटी टाइम को खुशनुमा बनाने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन ट्रिप प्लान कर रहें हैं। वहीं इनमें से कई अपने-अपने शहरों में ही अपने दोस्तों और फैमिली के साथ बड़े होटल, बार या लॉन्ज में आयोजित होने वाली पार्टियों को ज्वाइन करने के लिए टिकट के अरेंजमेंट में व्यस्त हैं। नई उमंग और उत्साह से भरे क्रिसमस के इस खास मौके पर पार्टियों का जो दौर शुरू होता है, वो लगातार नए साल के स्वागत के साथ जाकर थमता है। आपके लिए यहां हम कुछ ऐसे डेस्टिनेशन प्लेस के बारे में बताने जा रहें हैं जहां जाकर आप न सिर्फ पर्यटन का आनंद उठाएंगे बल्कि आप क्रिसमस से लेकर नए साल तक चलने वाले सेलिब्रेशन में डांस और म्यूजिक का फुल ऑन लुत्फ भी उठाएंगे। अगर आप भी इस समय क्रिसमस पर किसी ठंडी जगह जाना चाहते हैं, तो इन जगहों पर जाकर आप अपने इस पल को खुशनुमा और यादगार बना सकते हैं-
कसोल में क्रिसमस सेलिब्रेशन
अगर आप क्रिसमस और न्यू ईयर दोनों मौकों को जमकर एंजॉय करना चाहते हैं तो कसोल आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन प्लेस साबित हो सकता हैं। वर्ष भर अपनी रेव पार्टियों के लिए मशहूर यह स्थल हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िले में स्थित एक गांव है। यह पार्वती घाटी में, पार्वती नदी के किनारे, भुंतर और मणिकर्ण के बीच में स्थित है। कसोल, मनाली के बाद हिमाचल प्रदेश का दूसरा प्रसिद्ध पर्यटन स्थल माना जाता है। कसोल को भारत का मिनी इज़राइल भी कहा जाता है।
यहां इज़राइली पर्यटकों की संख्या सबसे ज़्यादा होती है।
कसोल में पुराना और नया कसोल नाम के दो गांव हैं।
कसोल में ट्रैकिंग और कैपिंग के लिए कई बेहतरीन जगहें हैं।
जहां पगडंडियों के ज़रिए ऊंचे पहाड़ों की ओर जाया जा सकता है। ट्रेकिंग का शौक रखने वाले लोग खीरगंगा, मलाणा और तोश जैसे जगहों पर ट्रैकिंग का भरपूर लुत्फ उठाते हैं। पार्टी के लिए मशहूर इस जगह पर खासकर क्रिसमिस के दौरान अलग अलग थीम पर खूब पार्टियां होती है। यहां पर म्यूजिक नाइट्स के साथ साइलेंट डीजे पार्टी की जाती है। यही वजह है कि अवसर पर यहां कपल्स सबसे ज्यादा एंजॉय करने आते हैं।
मनाली में क्रिसमस सेलिब्रेशन
मनाली भारत का एक सबसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन माना जाता रहा है। जहां क्रिसमस के समय बर्फबारी देखने के लिए लोग फैमिली के साथ जाना काफी ज्यादा पसंद करते है। साथ ही यहां पहुंचना भी आसान है और रहना-खाना भी काफी किफायती है। मनाली की डेस्टिनेशन ट्रिप हर लिहाज से काफी बजट फ्रेंडली साबित होती है।
क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कई टूरिस्ट एजेंसियां तरह- तरह के आकर्षक पैकेज भी ऑफर कर रहीं हैं। पर्यटकों की मौजूदगी के चलते मनाली के विभिन्न पर्यटन स्थल सैलानियों से क्रिसमस आने से पहले ही गुलज़ार होने लगे हैं। बर्फ में ढके नजारों, अलग बाजारों और सेलिब्रेशन के लिए फेमस मनाली क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है। मनाली जाने के लिए दिल्ली, चंडीगढ़ और अन्य शहरों से सड़क मार्ग से भी जाया जा सकता है।
गुलमर्ग में क्रिसमस सेलिब्रेशन
गुलमर्ग में क्रिसमस के मौके पर बर्फ़बारी का आनंद लेने के लिए भारी संख्या में पर्यटक यहां हर साल पहुंचते हैं। यहां क्रिसमस और नए साल के जश्न को बेहद उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। कश्मीर में स्थित गुलमर्ग किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
इस हिल स्टेशन पर दिसंबर से फरवरी तक खूब स्नोफॉल होता है। ऐसे में यहां क्रिसमस सेलिब्रेट करना एक शानदार क्षण साबित हो सकता है। गुलमर्ग में गोंडोला की सवारी काफ़ी मशहूर है। यह एशिया की सबसे ऊंची केबल कार परियोजना है। जिसका आनंद भी अब आप उठा सकते हैं । इसके अलावा गुलमर्ग को ’फ़ूलों का मैदान’ भी कहा जाता है। यहां रंग-बिरंगे जंगली फूलों से सजी घाटियों में आप फोटोग्राफी का लुत्फ भी उठा सकते हैं।
लद्दाख में क्रिसमस सेलिब्रेशन
खून जमा देने वाली ठंडी हवाओं के बीच बर्फ से ढके पहाड़ और जमी हुई नदियां देखने का लुत्फ आप इस मौके पर लद्दाख आकर उठा सकते हैं। अगर आप ऐडवेंचर लवर हैं तो आपके लिए यह जगह बेस्ट है। दिसंबर में लद्दाख में पर्यटकों के लिए तापमान बहुत कम हो सकता है और केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ लोग ही दिसंबर में लद्दाख की यात्रा करने की हिम्मत कर सकते हैं, जिनकी कोई मेडिकल समस्या नहीं है।
सर्दियों में ऊंचे दर्रों पर बर्फ़बारी के कारण सड़कें बंद हो जाने के बाद लद्दाख पहुँचने के लिए हवाई जहाज़ ही एकमात्र रास्ता है।
युमथांग में क्रिसमस सेलिब्रेशन
आप बर्फीली जगहों के बीच क्रिसमस और नए साल को सेलिब्रेट करना चाहते हैं तो सिक्किम में गंगटोक से लगभग 140 किमी उत्तर में स्थित युमथांग घाटी आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन साबित हो सकती है। स्वर्ग जैसी सुंदरता से लबरेज युमथांग घाटी जिसको ‘फूलों की घाटी’ भी कहा जाता है।
यहां के मैदान, फूल, पहाड़ पर्यटकों को बार बार यहां आने के लिए बाध्य करते रहते हैं। अगर आप घूमने के लिए टूरिस्ट प्लेसेस सर्च कर रहे हैं तो युमथांग वैली आपके लिए परफेक्ट ऑप्शन है। युमथांग उत्तरी सिक्किम के लाचुंग में स्थित है। क्रिसमस के दौरान यह शहर बर्फ से डूबा हुआ मिलेगा। युमथांग गंगटोक से पहुंचा जा सकता है, सड़कें इसे लाचुंग से जोड़ती हैं।
मुन्नार में क्रिसमस सेलिब्रेशन
मुन्नार, अपने खूबसूरत चाय बागानों, झरनों, और वन्य जीवन के लिए जाना जाता है। यहां ट्रैकिंग, जंगल कैंपिंग, और पक्षी-दर्शन जैसी कई रोमांचक गतिविधियों के लिए पर्यटक आते हैं। केरल का यह हिल स्टेशन क्रिसमस पर हरी-भरी वादियों और ठंडी हवाओं के साथ एक अलग ही अनुभव देता है। मुन्नार में क्रिसमस का त्योहार बहुत खास होता है। यहां क्रिसमस के मौसम में कई तरह की गतिविधियां होती हैं और शहर एक जादुई जगह में बदल जाता है।
जिसमें चर्च कैरोल,सड़कों पर जगमगाती रोशनी की रौनकों में बीच यहां स्थानीय बाज़ारों में लोग खास उपहार और त्योहारी सामान खरीदते हैं। यहां पर क्रिसमस एर ट्री-लाइटिंग समारोह का आयोजन होता है। यहां के कई बड़े रिसॉर्ट्स में क्रिसमस का जश्न खूब धूमधाम से मनाया जाता है। यहां स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजन परोसे जाते हैं। इसके अलावा मुन्नार डीप फ़ॉरेस्ट कैंपिंग में ट्री हाउस या टेंट में ठहरकर क्रिसमस मनाया जा सकता है।
पॉन्डिचेरी में क्रिसमस सेलिब्रेशन
दिसंबर महीने में पांडिचेरी में तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है। क्रिसमस के दौरान सैर-सपाटे और मस्ती के लिए यह एक बेहतरीन समय होता है। पांडिचेरी में क्रिसमस की एक खास बात यह है कि कैरोल गाने की परंपरा बहुत ही आनंददायक होती है।
लोग घर-घर जाकर क्रिसमस की खुशियाँ मनाते हैं और उन्हें जश्न में शामिल होने का मौका भी मिलता। पॉन्डिचेरी में फ्रेंच कल्चर और क्रिसमस का मेल इसे खास बनाता है।
कोलकाता में क्रिसमस सेलिब्रेशन
पार्क स्ट्रीट पर एलन पार्क में आयोजित किया जाता है (जिसका नाम बदलकर मदर टेरेसा सरानी कर दिया गया है) । क्रिसमस और नए साल की पूर्व संध्या पर पार्क स्ट्रीट को केवल टहलने के लिए एक क्षेत्र में बदल दिया जाता है। एलन पार्क कार्निवल का केंद्र है जहाँ साल भर लाइव संगीत प्रदर्शन होते हैं।
पार्क स्ट्रीट निस्संदेह क्रिसमस के दौरान कोलकाता में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। उत्सव का केंद्र, पार्क स्ट्रीट, चमकदार परी रोशनी, एलईडी लाइट और 3 मीटर ऊंचे क्रिसमस ट्री से जगमगाता है।एंग्लोइंडियन्स की राजधानी कहा जाने वाला शहर कोलकाता में क्रिसमस का जश्न कमाल का होता है।
शिलॉन्ग में क्रिसमस सेलिब्रेशन
शिलांग में क्रिसमस ट्रिप आपको रोमांच की एक नई अनुभूति कराने में सक्षम है। यहां आकर आप हर जगह कैरोल कोरस सुनते हैं, जहां क्रिसमस संगीत कार्यक्रम सभी का स्वागत करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यहां आकर आप क्रिसमस की खरीदारी और खाने-पीने की चहल-पहल को जरूर एंजॉय करें। पूर्वोत्तर भारत का यह हिल स्टेशन क्रिसमस के समय किसी परी लोक की तरह लगता है। यहां के लोकल मार्केट, क्रिसमस कैरल्स और चर्चों की सजावट आपकी छुट्टियों को यादगार बनाने के लिए काफी हैं।
मेघालय की राजधानी शिलांग को भारत के खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक माना जाता है। यह समुद्र तल से 1,520 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह अपने आश्चर्यजनक झरनों, मनमोहक झीलों और हरे-भरे पहाड़ों के कारण प्रसिद्ध है, जिन्हें आगंतुक लगभग हर मोड़ पर देख सकते हैं।
शिमला में क्रिसमस सेलिब्रेशन
शिमला में क्रिसमस के दौरान हमेशा ही कई खास जगहों पर सैलानियों का जमावड़ा रहता है। इस दौरान पुलिस, पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए कई तरह की व्यवस्थाएं करती है। क्रिसमस को बेहद खास मनाने के लिए शिमला सबसे बढ़िया डेस्टिनेशन साबित होता हैं। क्रिसमस पर शिमला में लोकप्रिय क्राइस्ट चर्च में प्रार्थना सबसे बड़ा कार्यक्रम है। साथ ही यह प्लेस क्रिसमस पर शिमला घूमने के लिए सबसे बढ़िया जगहों में से एक है। यहां पर बर्फ से ढके हुए पहाड़ देखने को आपको मिल जाएंगे। शिमला से पास कालका रेलवे स्टेशन है।
यहां क्रिसमस सेलिब्रेशन की शुरुआत एक दिसंबर से हो जाती है। इस दिन लोग घरों में जाकर कैरल गाते हैं और लोगों को बधाई देते हैं। 24 दिसंबर की रात को मिड नाइट सर्विस होती है। 25 दिसंबर को सुबह बाइबल का पाठ होता है और भजन-प्रार्थनाएं गाई जाती हैं।
इस दिन भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। यहां चर्चों को खूबसूरती से सजाया जाता है।
क्राइस्ट चर्च में पहाड़ी नाटी के आयोजन के साथ क्रिसमस पर यह चर्च देर रात तक खुला रहता है।