Dehradun Famous Restaurant: देहरादून में यहां खाइए प्रसिद्ध पारंपरिक कुमाऊनी थाली

Dehradun Famous Restaurant: देहरादून में खाने के आइटम में पहाड़ी लोगों के स्पेशियलिटी, कुमाऊनी थाली का लुत्फ जरूर उठाए...

Yachana Jaiswal
Written By Yachana Jaiswal
Published on: 21 Aug 2024 6:10 AM GMT
Dehradun Famous Restaurant: देहरादून में यहां खाइए प्रसिद्ध पारंपरिक कुमाऊनी थाली
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Dehradun Famous Food: घूमने का असली मजा तब ही मिलता है जब आप जहां जाओ वहां के संस्कृति और पारम्परिक खाने का भरपूर आनंद ले पाओ। आप यदि पहाड़ों पर घूमने जाने का प्लान बना रहे है और तो और खाने के शौकीन है तो लोग पहाड़ों पर जाकर उनकी पारम्परिक थाली का स्वाद जरूर लीजिएगा। वैसे तो आपको प्रसिद्ध कुमाऊनी थाली किसी भी रेस्टोरेंट और ढाबा में मिल जाएगा, लेकिन यदि आप ऑथेंटिक कुमाऊनी थाली की तलाश में है तो हमारे पास आपके लिए शानदार विकल्प है।

उत्तराखंड में यहां खाइए पारंपरिक थाली

उत्तराखंड की प्रसिद्ध और पारंपरिक थाली खाने के लिए आप उत्तराखंड में यहां पहुंच सकते है। उत्तराखंड के नैनीताल में आपको एक ट्रेडिशन कुमाऊनी थाली खाने लुत्फ मिल सकता है। कुमाऊंनी थाली उत्तराखंड की स्थानीय परंपरा का प्रतीक है और इसमें अनेक पकवान होते हैं जैसे की बाल मिठाई, घाट दाल, ज्वारी की रोटी, अलू गट्टे, भट्ट की चूरखानी, और अन्य स्वादिष्ट व्यंजन शामिल रहते है। इस थाली का स्वाद आपको उत्तराखंड की स्थानीयता और परंपराओं को अनुभव कराएगा। कहां चलिए हम बताते है, पहुंच जाइए शिवा रेस्टोरेंट पर जो नैनीताल के बड़ा बाजार में स्थित है। यहां पर आपको बजट में जो स्वाद मिलेगा आप उसे घर जाकर भी मिस करने वाले है।

नाम: शिवा रेस्टोरेंट (Shiva Restaurant)

लोकेशन: बड़ा बाज़ार, नैनीताल, उत्तराखंड


कीमत

यहां आपको कुमाऊनी थाली की कीमत 270/- रूपये पड़ेगी। यदि आप अलग अलग कुमाऊनी फूड आइटम मंगाना चाहते है जैसे सिर्फ भांग की चटनी, बाल मिठाई, रायता तो आपको इसकी भी सुविधा भी मिलती है, जिसकी कीमत 30 रूपये से शुरू होती है।



मेन्यू में मिलेगा ये आईटम

पहले तो आपको मिलेगा पहाड़ी खीरे और दही का रायता, फिर डुबके जिसे काले सोयाबीन से बनाया जाता है, जाखिया का आलू एक तरह का मसालेदार आलू होता है, भांग की चटनी, अरहर की दाल, बाल मिठाई, जिसके ऊपर मिनी शुगर बॉल को लगाया जाता है। और साथ में मंडवा की रोटी इसकी रेसिपी कुछ अलग होती है, इसमें रागी के आटे को नमक, गाजर, दही, हरी मिर्च और हरे प्याज़ के साथ गूंथकर आटा गूंथ लिया जाता है। इस आटे को कुछ मिनट के लिए आराम देने के बाद, आप इस आटे से चपातियाँ बनाने के लिए तैयार हैं। चपातियाँ बनाने की प्रक्रिया वही रहती है जबकि भोजन का पोषण मूल्य दस गुना बढ़ जाता है। और बासमती चावल के साथ सर्व किया जाता है। इस थाली में हर एक फूड आइटम ध्यान खींचने के लिए पर्याप्त होता है।



Yachana Jaiswal

Yachana Jaiswal

Content Writer

I'm a dedicated content writer with a passion for crafting engaging and informative content. With 3 years of experience in the field, I specialize in creating compelling articles, blog posts, website content, and more. I can write on anything with my research skills. I have a keen eye for detail, a knack for research, and a commitment to delivering high-quality content that resonates with the audience. Author Education - I pursued my Bachelor's Degree in Journalism and Mass communication from Sri Ramswaroop Memorial University Lucknow. Presently I am pursuing master's degree in Master of science; Electronic Media from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication Bhopal.

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