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Lucknow Famous Bajpayee Kachori: लखनऊ जाने का बना रहे हैं प्लान, तो इस दुकान पर इन चीजों का अवश्य लें स्वाद
Lucknow Famous Bajpayee Kachori : बड़ा इमामबाड़ा एक शानदार उदाहरण है मुग़ल आर्किटेक्चर का, जिसमें एक भव्य मस्जिद और भूलभुलैया भी है। रूमी दरवाजा एक भव्य दरवाजा है जो लखनऊ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर है।
Lucknow's Famous Bajpayee's Kachori : लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी और एक ऐतिहासिक शहर है, जो अपने समृद्ध इतिहास, सांस्कृतिक धरोहर और विविध खान-पान के लिए प्रसिद्ध है। लखनऊ का ऐतिहासिक पहचान भूलभुलैया (बड़ा इमामबाड़ा) और अमीनाबाद बाजार के लिए जाना जाता है। बड़ा इमामबाड़ा एक शानदार उदाहरण है मुग़ल आर्किटेक्चर का, जिसमें एक भव्य मस्जिद और भूलभुलैया भी है। रूमी दरवाजा एक भव्य दरवाजा है जो लखनऊ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर है।
लखनऊ की मशहूर बाजपेयी की कचौरी (Lucknow's Famous Bajpayee's Kachori)
लखनऊ के जायके की बात ही निराली है. अगर आपने यहां की मशहूर बाजपेयी कचौड़ी का लुत्फ न उठाया तो यकीन मानिए कि आपकी यात्रा अधूरी है.एक रूपए की पांच कचौड़ियों से शुरू हुआ यह सफर आज 48 साल बाद भी कायम हैI अगर आप यहीं रहते हैं या फिर इस शहर के दीदार का प्लान बना रहे हैं तो आपको बाजपेयी कचौड़ी भण्डार जरूर जाना चाहिए। बाजपेयी कचौड़ी भण्डार की पूड़ी सब्जी का स्वाद का अनुभव नहीं किया तो सबकुछ अधूरा है। अगर आप कभी लखनऊ जाएं, तो वहां की चाट, बिरयानी, मटन और कबाब के साथ-साथ बाजपेयी कचौड़ी भण्डार की पूड़ी सब्जी का भी आनंद जरूर लें। बाजपेयी कचौड़ी भंडार में कचौड़ी के साथ मसाले दार सूखी आलू की सब्जी, छोला और फ्राई मिर्चा दी जाती है.30 रूपए की एक प्लेट में दो कचौड़ी और सब्जी होती हैंI
बॉलीवुड भी दीवाना है, बाजपेयी की कचौरी का (Bollywood is Also Crazy About Bajpayee's Kachori
हजरतगंज के नवल किशोर रोड कैथेड्रल स्कूल के पास स्थित बाजपेई कचौड़ी की छोटी सी दुकान ऊंचे पकवान के लिए मशहूर है और इसका स्वाद देश भर में फैला हुआ है. यही वजह है कि पूर्व राज्यपाल राम नाईक, भजन गायक गुलशन कुमार,अनुराधा पौडवाल,अभिनेता अनुपम खेर, कार्तिक आर्यन यहां की कचौड़ी का स्वाद ले चुके हैंI
1974 में हुई थी शुरुआत (Started in 1974)
बाजपेयी कचौड़ी भण्डार, जो 1974 में स्थापित हुआ था। लखनऊ के हलवासिया चौराहे (हजरतगंज) में स्थित एक प्रसिद्ध खाने का स्थान है। यहां की पूड़ी सब्जी बहुत ही लोकप्रिय है, खासकर दोपहर 12 बजे लंच के समय। घनश्याम बाजपेयी द्वारा संचालित इस जगह पर आने वाले लोग यहां की स्वादिष्ट पूड़ी सब्जी के लिए दूर-दूर से आते हैं। घनश्याम बाजपेयी ने बताया कि उनके पिता बालकिशन बाजपेयी और मां शांति बाजपेयी ने 1974 में इसकी शुरुआत की थी I इनकी मां घर से कचौड़ी और सब्जी तैयार करके यहां लाकर दोनों बेचा करते थे.आज देखते ही देखते यह सफर काफी आगे निकल चुका हैI
पता - नंबर 253/123, नादान महल रोड, नेहरू क्रॉस चौराहा, कुंडरी रकाबगंज, लखनऊ, उत्तर प्रदेश 226004
समय - सुबह 7:30 बजे से लेकर शाम 7:30 बजे तक यह दुकान खुली रहती हैI
कीमत - 35 रूपए प्लेट