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Duniya Ke Ajab Gajab Desh: इन देशों में आज भी नहीं है हवाई यात्रा की सुविधा, लेकिन फिर भी लगा रहता है सैलानियों का ताता
Duniya Ke Ajab Gajab Desh: आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहाँ आज भी हवाई यात्रा की सुविधा नहीं है वहीँ यहाँ सैलानियों का ताता लगा रहता है आइये जानते हैं कौन से हैं ये देश।
Duniya Ke Ajab Gajab Desh: तकनीक और उद्योग के विकास के साथ ही अब हवाई सुविधा की पहुंच काफी हदतक अपना विस्तार कर चुकी है। यही वजह की मौजूदा समय में लोगों के लिए हवाई जहाज का सफर बेहद आम हो चुका है। लेकिन दुनिया में अभी भी कई ऐसे देश हैं, जहां आज भी सड़क मार्ग से ही यात्रा करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जहां एक भी एयरपोर्ट का नामोनिशान तक नहीं है। लेकिन फिर भी अपने खास महत्व के चलते यहां यात्रियों का बड़ी संख्या में आना जाना लगा रहता है। आइए जानते हैं हवाई सेवाओं से दूर ऐसे कई देशों से जुड़ी जानकारी के बारे में-
यूरोप में 16वां सबसे छोटा देश अंडोरा
यह दुनिया का 16वां सबसे छोटा देश है, जो कि एरिया और जनसंख्या में काफी कम है। अंडोरा के समान ही यूरोप में कई ऐसे देश मौजूद हैं, जो कि क्षेत्रफल के हिसाब से काफी छोटे हैं। अंडोरा भी इन्हीं देशों में से एक है। 85,000 की जनसंख्या होने के कारण यहां पर एक भी एयरपोर्ट नहीं हैं। लेकिन इस देश के पास 3 प्राइवेट हेलीपैड ज़रूर हैं। यहां से सबसे करीब स्टेशन स्पेन में है, जो कि अंडोरा से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर है। इस देश में एक भी एयरपोर्ट मौजूद नहीं है। हवाई सुविधा न होने के बावजूद भी यहां पर यात्रा करने वाले सैलानियों का आना जाना लगातार बना रहता है।
दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश है मोनाको
मोनाको दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश माना जाता है। बता दें कि यह फ्रांस और इटली के बीच में मौजूद है। पश्चिम यूरोप में बसे इस छोटे से देश की खूबी है, कि इस देश में किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा धनाढ्य लोग मौजूद हैं। लेकिन इतना अमीर देश होने के बावजूद भी यहां एक भी एयरपोर्ट नहीं मौजूद है। यहां जाने के लिए बस एक ही नजदीकी एयरपोर्ट है जो कि फ्रांस में है।
ऐतिहासिक विरासतों का देश है लिस्टेंस्टीन
62 वर्ग मील के कुल क्षेत्रफल के साथ, लिस्टेंस्टीन लगभग वाशिंगटन, डीसी के भौगोलिक आकार का है। लेस्टेंस्टीन देश ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के बीच स्थित है और यहां पर जर्मन भाषा बोलने वाले लोग भारी तादात में मौजूद हैं। लिस्टेंस्टीन दुनिया के ऐतिहासिक देशों में एक है, जहां पर पाषाण युग के कई प्रमाण देखने को मिलते हैं। इसके अलावा इस छोटे से देश की एक खासियत यह भी है कि यहां पर एक भी एयरपोर्ट मौजूद नहीं है। हालांकि यहां पर एक हेलीपोर्ट जरूर मौजूद है, जिसके जरिए हवाई यात्रा की जा सकती है। यहां जाने के लिए लोग स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख हवाई अड्डे की तरफ अपना रुख करते हैं। वहां पहुंचने के बाद रोड के माध्यम इस देश में पहुंचा जा सकता है। कभी स्टील निर्माण पर निर्भर रहने वाले 700,000 से भी कम की आबादी वाले इस देश ने हाल के दशकों में खुद को यूरोप के सबसे उल्लेखनीय निवेश प्रबंधन केंद्र में बदल लिया है। पर्यटन, रसद और सूचना प्रौद्योगिकी लक्ज़मबर्ग के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान करते हैं।
दुनिया का पांचवां सबसे छोटा देश सैन मैरिनो
सैन मैरिनो की स्थापना 17 शताब्दियों से भी पहले हुई थी, जो इसे दुनिया का सबसे पुराना गणराज्य बनाता है। इसके अलावा, यह दुनिया का पांचवां सबसे छोटा यूरोपीय राज्य भी है। सैन मैरिनो की स्थापना 301 शताब्दी में डेलमेटियन मेसन द्वारा की गई थी, जो सम्राट डायोक्लेटियन द्वारा धार्मिक उत्पीड़न से बचने के प्रयास में रोमन साम्राज्य से भाग गए थे। बता दें कि इतने समय बाद भी इस देश में एक भी एयरपोर्ट नहीं बनाया गया है। यहां जाने वाले लोगों के इटली के एयरपोर्ट की मदद लेनी पड़ती है। हालांकि एयरपोर्ट न होने का असर यहां के टूरिज्म पर नहीं पड़ता है, लोग इटली के जरिए यहां पर घूमने के लिए आते रहते हैं।सैन मैरिनो हंटिंगटन लाइब्रेरी, आर्ट म्यूजियम और बॉटनिकल गार्डन का स्थान है। 1919 में, हेनरी ई. हंटिंगटन ने अपने कला संग्रह, दुर्लभ पुस्तकों और ऐतिहासिक दस्तावेजों वाली लाइब्रेरी और वनस्पति संग्रह तक सीमित पहुंच प्रदान की।
दुनिया का सबसे छोटा देश है वेटिकन सिटी
वैटिकन शहर यूरोप महाद्वीप में स्थित एक देश है। पृथ्वी पर सबसे छोटा, स्वतंत्र राज्य है, जिसका क्षेत्रफल केवल 44 हेक्टेयर है। यह इटली के शहर रोम के अन्दर स्थित है।वेटिकन सिटी का नाम आप में से ज्यादातर लोगों ने सुना होगा। इसे दुनिया का सबसे छोटा देश माना जाता है, इसके साथ ही यह देश ईसाई धर्म के संप्रदाय रोमन कैथोलिक चर्च का केंद्र है। बता दें कि यहां पर ईसाई धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप का निवास करते हैं। इतने प्रसिद्ध होने के बावजूद भी इस देश में एक भी एयरपोर्ट नहीं मौजूद है, माना जाता है कि यह देश इतना छोटा है कि यहां पर एक हवाई अड्डा तैयार करने के लिए जगह ही नहीं है। यहां जाने के लिए सैलानियों को रोम एक नजदीकी एयरपोर्ट तक पहुंचना होता है, जिसके बाद रोड की मदद से आप बाकी की यात्रा पूरी कर सकते हैं। यूरोप के ज्यादातर देश अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। इसके बावजूद भी यहां पर कुछ ऐसे देश मौजूद हैं, जिनके पास एक भी एयरपोर्ट नहीं मौजूद है।
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