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Facts About Tajmahal: क्यों सूरज ढलते ही बंद कर दी जातीं हैं ताजमहल की लाइट? हैरान कर देगी आपको वजह
Facts About Tajmahal: ताजमहल में अन्धेरा होते ही सभी लाइट बंद कर दी जाती हैं। आइये जानते हैं ऐसा क्यों होता है और किस लिए कर दी जाती है ये बंद।
Facts About Tajmahal: क्या आप जानते हैं कि ताजमहल में शाम को अंधेरा होते ही सारी बत्तियां क्यों बुझा दी जाती है? आईए जानते हैं इसके पीछे आखिर क्या वजह है और क्यों रात में ताजमहल में अंधेरा कर दिया जाता है।
क्यों सूरज ढलते ही बंद कर दी जातीं हैं ताजमहल की लाइट
भारत के आगरा शहर में स्थित ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है। ये अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में मशहूर है और साथ ही साथ देश और विदेश से लोग इसे देखने आते हैं इसका इतिहास और इसकी इमारत इतनी वैभवपूर्ण है जिसकी वजह से सालों से लोग यहाँ आते रहे हैं।
ताजमहल की खूबसूरती को देखने हर साल देश और विदेश से लाखों पर्यटक आते हैं। वहीँ ताजमहल से जुड़ी कई कहानियां है जो इसको और रहस्यमई बनाती है लेकिन आज हम आपको इससे जुड़ा एक ऐसा रहस्य बताने जा रहे हैं तो शायद आपको हैरान कर जाएगा। साथ ही इसके बारे में शायद ही आपको ही आपको पता हो।
यूँ तो पर्यटकों के लिए ताजमहल सुबह 6:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है लेकिन इसके बाद इसमें प्रवेश करना मना है लेकिन क्या आप जानते हैं की रात के समय या सूरज ढलने के बाद यहां लाइटिंग क्यों बुझा दी जाती है? और आखिर क्यों ताजमहल में चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा क्यों कर दिया जाता है? लेकिन ऐसा क्यों होता है क्या आप इसके पीछे की वजह जानते
हैं? आइये हम आपको बताते हैं।
दरअसल एक रिपोर्ट के मुताबिक ताजमहल में लाइट ना जलाने के पीछे का एक बड़ा कारण है कि और कीट पतंगे। रात को लाइट से रोशनी की तरफ आकर्षित होने वाले कीड़े ताजमहल में आ जाते हैं जो वहां अपना मल मूत्र छोड़ देते हैं। कीट पतंगों की गंदगी ताजमहल की सुंदरता को नुकसान पहुंचा देती है साथ ही साथ इसके दाग धब्बे ताजमहल के में लगे मार्बल्स को खराब कर देते हैं और उन पर अपना निशान छोड़ सकते हैं।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की माने तो कीड़े ताजमहल को नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए रात के वक्त ताजमहल की बत्तियां बुझा दी जातीं हैं। उनके द्वारा संगमरमर पर ऐसे निशान पड़ जाते हैं जिन्हें हटाना बेहद मुश्किल हो जाता है यही वजह है कि रात में ताजमहल की लाइट को बंद कर दिया जाता है।
वही साल 1997 के बाद से ताजमहल पर लाइटिंग बंदी कर दी गई है शुरुआत में ऐसा नहीं था रात के वक्त ताजमहल की बत्तियों को जलाया जाता था लेकिन कीड़े मकौड़ों द्वारा संगमरमर पर छोड़े गए निशानों के चलते ताजमहल की छवि खराब होती जा रही थी और इसकी सुंदरता खराब हो रही थी ऐसे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने रात में लाइट जलाने से मना कर दिया जिसके बाद से अब ताजमहल के संगमरमर पर कीड़ों द्वारा किसी भी तरह का कोई भी निशान नहीं है और इसकी सुंदरता बरकरार है।