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Famous Temple Near Ujjain: उज्जैन के पास 12 ज्योतिर्लिंगों के होते हैं एक साथ दर्शन
Boreshwar Mahadev Mandir: उज्जैन से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर महादेव का एक और रूप है। जो दिव्य शक्तियों का साक्षी माना जाता है।
Famous Boreshwar Mahadev Mandir: महादेव की महिमा अपरंपार है, धरती पर प्रत्येक हिंदूओं के साथ ही दूसरे धर्मों के लोग भी महादेव को पूजते है। महादेव सर्वव्यापी है। उन्हें पाने के लिए उनकों पूजने के लिए मंदिर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। लेकिन मंदिर जाना हमारे इंद्रियों को जागृत करता है। जिससे हम महादेव के भक्ति में खुद को आत्मलीन महसूस करते है। महादेव के धरती पर कई रूप है, जिनमे 12 ज्योतिर्लिंग सबसे प्रमुख माना जाता है। कुछ ऐसे भी मंदिर है जो एक साथ इन 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कराते ह। उज्जैन के महाकालेश्वर सरकार सभी के प्रिय है। जो यहां दर्शन करने की इच्छा लेकर आता है। वो यहां पर इनका ही बन जाता है। हो भी क्यों न महाकाल अपने भक्तों की सुनते भी है। उज्जैन से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर महादेव का एक और रूप है। जो दिव्य शक्तियों का साक्षी माना जाता है।
कभी सुना है, इस मंदिर के बारे में
क्या आप जानते हैं कि उज्जैन से 30 किलोमीटर दूर एक शिव मंदिर स्थित है। जहां आप एक साथ 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकते हैं? जी हां, मैं बात कर रही हूं दंगवाड़ा के भोरेश्वर महादेव मंदिर की। यहां का शिवलिंग 5000 साल पुराना है और अपने आप उत्पन्न हुआ है। यहां भक्तों की भीड़ बाबा को पूजन अपने मनोकामनाओ के पूरी होने की उम्मीद से आते है। य़ह मंदिर अपने आप दिव्य स्वरूप है। जिसके पीछे प्रमुख रूप से दो कारण है।
लोकेशन – दंगवाड़ा, मध्यप्रदेश
मंदिर का रहस्य सुन उड़ जाएंगे होश
जितना ही ज्यादा यह मंदिर का समय चौकाने वाला है, उतना ही ज्यादा इस मंदिर की वास्तविक स्थिति भी। यह मंदिर कर्क रेखा के ठीक ऊपर स्थित है। यह पहला मंदिर होगा जो कर्क रेखा के ऊपर विराजमान है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि आज भी वहां आसपास खुदाई के दौरान 5000 साल पुराने सिक्के और कलाकृतियां मिलती रहती हैं। शिवलिंग पर चढ़ाए गए सिक्के सीधे चंबल नदी तक पहुंचते हैं। वहां पर मिलते है। ऐसा कैसे होता है यह आज तक सभी के लिए एक रहस्य बना हुआ है। ऐसा चमत्कार आपने पहले कभी नहीं देखा होगा और न ही सुना होगा। इसलिए अगर आप कभी उज्जैन आएं तो भोरेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन करना बिल्कुल न भूलें।
शिवलिंग में 12 ज्योतिर्लिंगों का समावेश
इस शिवलिंग में 12 ज्योतिर्लिंगों का समावेश है। ऐसा कहा जाता है कि यहां पर दर्शन करना ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने के समतुल्य है। इस मंदिर की यह भी विशेषता है कि इनकी जलधारी कभी खत्म नहीं होती है। जल प्रवाह हमेशा बना रहता है। चंबल नदी भी इस मंदिर की परिक्रमा करके निकलती है।