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बीर बिलिंग- लोकप्रिय पैराग्लाइडिंग स्थल

Famous Highest Paragliding Places :भारत देश के हिमाचल प्रदेश राज्य में बीर बिलिंग एक छोटा सा गांव है जो अपने बर्फ से ढकी चोटियों।

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Newstrack Network
Published on: 16 March 2024 10:30 AM IST (Updated on: 16 March 2024 10:30 AM IST)
Paragliding Sites In India  :
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Paragliding Sites In India :

Paragliding Sites In India: बीर बिलिंग एक छोटा सा गांव है जो अपने बर्फ से ढकी चोटियों , खूबसूरत घाटियों, झरनों, देवदार के जंगल, शांत मठ, सुहावने मौसम और पैराग्लाइडिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के लिए मशहूर है । यह गांव धौलाधार पर्वत श्रृंखला की तलहटी में स्थित है और कई तिब्बती शरणार्थियों का घर भी है। यहां कई बौद्ध मठ है जहां लोग योग और ध्यान लगाने आते हैं। पैराग्लाइडिंग के शुरुआती जगह को वीर कहते हैं और जहां पैराग्लाइडर उतरते हैं उस स्थान को बिलिंग कहते हैं । इन दोनों स्थानों को मिलाकर इस जगह को बीर बिलिंग के नाम से जाना जाता है। इन दोनों जगहों के बीच लगभग 14 किमी का अंतर है।

बीर बिलिंग की रोमांचक एक्टिविटी में स्काई साइकलिंग जिसमें एक पतली सी रस्सी पर साइकिल चलाना होता है और यह रोमांच भरा अनुभव जीवन भर के लिए अविस्मरणीय होता है। आप यहां अकेले या 2 लोगों के साथ भी साइकिलिंग का आनंद ले सकते हैं। सुरक्षा के लिए साइकिलिंग करने वाले को कवच तथा हेलमेट दिए जाते हैं । हवा में रस्सी के सहारे साइकिलिंग करने वाले व्यक्तियों के रोमांच को खूबसूरत नजारे और घाटी की दुनिया एक अलग एहसास दिलाता है।

शहर की भीड़भाड़ से अलग यह जगह मन को सुकून देने के साथ एक विहंगम दृश्य और रोमांचक यात्रा का अनुभव देता है। पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग, टॉय ट्रेन जैसी साहसिक और रोमांचक गतिविधियों के लिए बीर बिलिंग विश्व प्रसिद्ध है। इस जगह पैराग्लाइडिंग का विश्वकप चैंपियनशिप भी आयोजित किया जाता है। रोमांचक और साहसिक खेलों के आनंद के अलावा कई अन्य पर्यटन स्थल भी यहां मौजूद हैं जैसे मठ, खूबसूरत झरने, आकर्षक घाटियां, चाय के हरे-भरे मैदान, हिमालयन फिल्म स्कूल, पार्क संस्थान , धार्मिक स्थल तथा मंदिर आदि जिसका आप आनंद ले सकते हैं। इनमे कुछ खास पर्यटक स्थल हैं :

मैकलोडगंज :

इस जगह तिब्बत के 14वें गुरु दलाई लामा का निवास स्थान भी है जिस कारण से बौद्ध धर्म अनुयायियों के लिए यह खास स्थल है। हिमालय की धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं के बीच में स्थित इस खूबसूरत स्थान पर सैलानी पर्यावरण के खूबसूरत और आकर्षक नजारों ,बर्फ से ढकी हुई चोटियां, ग्लेशियर का रोमांच और झरनों की सुंदर का आनंद लेने के अलावा रोमांचक गतिविधियां भी कर सकते हैं।


करेरी झील :

समुद्र तल से लगभग 2934 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस खूबसूरत झील के पानी की स्वच्छता और पारदर्शिता का अनुमान पर्यटक इस झील के तल को अपनी आंखों से देख कर लगा सकते हैं। सर्दियों के दौरान यह झील बर्फ से जम जाती है। इस झील के किनारे भगवान शंकर का एक पुराना मंदिर है जिसके आसपास खूबसूरत घास के हरे-भरे मैदान और शानदार पर्वत श्रृंखलाओं का दृश्य मन मोह लेता है। ट्रैकिंग के शौकीन यहां इसका लुत्फ उठा सकते हैं।



कांगड़ा किला :

यह किला कांगड़ा शहर से बाहर स्थित हिमांचल प्रदेश का सबसे बड़ा,भव्य और पुराना किला है। यह किला व्यास नदी तथा उनकी सहायक नदियों की निकली घाट पर बना हुआ है। महाभारत जैसे महाकाव्य में भी इस किले का उल्लेख मिलता है इसलिए इसे भारत का सबसे पुराना किला कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यहां स्थित बृजेश्वरी मंदिर में चढ़ाए जाने वाले धन को इस किले के अंदर रखा जाता था। इस धन को लूटने के लिए इस किले पर कई बार मुगलों के जमाने में हमले भी हुए।



बैजनाथ मंदिर ;

भगवान शिव का अवतार माने जाने वाले वैद्यनाथ भगवान को समर्पित यह मंदिर बहुत लोकप्रिय और भव्य है। इस अवतार को हीलिंग के देवता के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर के भीतर स्थित तालाब के जल में औषधीय गुण पाए जाते हैं और ऐसी मान्यता है कि इस जल से कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं। यहां पर वर्ष भर शिव भक्त दर्शन के लिए आते हैं खास कर महाशिवरात्रि और श्रावण महीने में इस मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जाती है।


कांगड़ा कला संग्रहालय :

इस संग्रहालय में आप तिब्बती और बौद्ध कलाकृति के शानदार और अद्भुत कला के इतिहास को देख सकते हैं। इस संग्रहालय में दुर्लभ सिक्के, कई प्राचीन गहने, पेंटिंग, मूर्तियां और मिट्टी के बर्तन जैसी चीजों को देख सकते हैं। यह स्थल पालमपुर के पास स्थित है।


चोकलिंग मठ :

बीर बिलिंग से एक किमी दूर यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जहां सफ़ेद पत्थरों से तीन खंडों में बना खूबसूरत तिब्बती मठ है । इस मठ में शानदार स्तूप हैं और प्रवेश द्वारों पर खूबसूरत मूर्तियां बनी हुई हैं जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यह जगह हरे भरे मैदान और शांतिपूर्ण वातावरण में हवा में लहराते रंगीन झंडो के साथ किसी को भी मंत्रमुग्ध कर देगी।


डियर पार्क संस्थान :

तिब्बती संस्कृति के खूबसूरत नक्काशी और आकर्षक शानदार चित्र पर्यटकों को इस संस्थान में देखने को मिलते हैं। इस संस्थान में आप अनेकों शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं साथ ही पैगोडा शैली की खूबसूरत वास्तुकला को भी देख सकते हैं। व्यस्त जगह होने के कारण यहां ठहरने के लिए आपको बुकिंग पहले से करानी होगी।


राजगुंधा घाटी :

हिमालय के धौलाधार पर्वत माला के बीच स्थित राजगुंधा घाटी अपनी सुंदरता, बर्फीली चोटियों और हरी भरी वादियों के कारण पर्यटकों की पसंदीदा जगह है। ट्रेकिंग के शौकीन लोगों के लिए यह जगह बेहद ही खूबसूरत और आकर्षक है। फूलों के बागान , खूबसूरत पक्षी और नैसर्गिक वातावरण यहां पर सैलानियों को एक अलग एहसास देता है।

रोमांचक गतिविधियों , प्राकृतिक वातावरण, मंदिर और मठों के अलावा कुछ ही दूरी पर बीर बिलिंग में पर्यटक खूबसूरत झरनों का भी आनंद ले सकते हैं। शांत और स्वच्छ वातावरण में सैलानियों को एक अलग शांति की अनुभूति होती है। इनमें से कुछ प्रमुख झरने हैं :


बंगोरू झरना :

शहर से लगभग 5 किलोमीटर दूर इस झरने तक आप गुनेहर तक ट्रैक करके पहुंच सकते हैं । यहां ठंडे पानी में ताजगी का आनंद लेने के साथ साथ आसपास के खूबसूरत और मनमोहक दृश्य भी देख सकते हैं । यहां अधिकतर लोग कैंपिंग और पिकनिक के लिए आना पसंद करते हैं।


गुनेहर झरना :

यह जलप्रपात बीर बिलिंग से लगभग 1.5 किमीकी दूरी पर स्थित है और इसका पानी क्रिस्टल क्लियर वाला है। यह झरना कांगड़ा घाटी के एक छोटे से ग्राम पर स्थित है। इस झरने के चारों तरफ पहाड़ों की खूबसूरती, शांत बहता नदी का पानी , घने जंगल और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है। इस जगह फोटोग्राफी और कैंपिंग की जा सकती है।


घूमने का समय :

बीर बिलिंग घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून तथा सितंबर से नवंबर तक का है। गर्मियों के समय में यहां पर्यटक सबसे ज्यादा आते हैं और पैराग्लाइडिंग का आनंद लेते हैं। इस दौरान यहां का तापमान लगभग 25 डिग्री के आसपास पहुंच जाता है वहीं सर्दियों में तापमान -1 डिग्री तक रहता है।

कैसे पहुँचे:

हवाई मार्ग से यहां पहुंचने के लिए गग्गल में कांगड़ा हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है जो बीर बिलिंग से लगभग 67 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से सड़क मार्ग द्वारा गंतव्य स्थान पर पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा यहां से लगभग 95 किमी दूर स्थित पठानकोट हवाई अड्डा भी निकटतम हवाई अड्डा है। इसके अलावा लगभग 200 किमी की दूरी पर स्थित मैकलोडगंज के पास का चंडीगढ़ हवाई अड्डा जो भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है यहां पहुंचने के लिए सरल मार्ग है। यहां पहुंचकर आप टैक्सी के द्वारा मैकलोडगंज पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग द्वारा बीर बिलिंग पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है जो शहर से लगभग 115 किमी की दूरी पर स्थित है। पठानकोट रेलवे स्टेशन देश के अन्य रेलवे स्टेशन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यहां के सबसे पास का रेलवे स्टेशन 5 किमी दूर आहजू रेलवे स्टेशन है जो हिमाचल के ही प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। पठानकोट रेलवे स्टेशन पहुंचकर यहां पर्यटक टॉय ट्रेन के सफर का आनंद लेते हुए बीर बिलिंग तक रोमांचक यात्रा कर सकते हैं। यहां से सड़क मार्ग द्वारा टैक्सी या बस से इस जगह पहुंचा जा सकता है।

सड़क मार्ग से दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ़, मनाली, शिमला और आसपास के शहरों से कई सरकारी और निजी बसों या टैक्सी से बीर बिलिंग पहुंचा जा सकता है।

गर्मियों की छुट्टियां होने वाली हैं तो क्यों ना आप इस सफर की तैयारी शुरू कर दें।



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Shalini Rai

Shalini Rai

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