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Famous Mandir in India: भारत के इन मन्दिरों का रास्ता है सबसे खतरनाक
Famous Mandir in India: केदारनाथ, वैष्णो देवी की यात्रा फिर भी लोग कर लेते है, लेकिन कुछ ऐसे मन्दिर है जिसकी यात्रा करना आसान नहीं है, इस मंदिर तक पहुंचने का रास्ता ही एक चुनौती है।
Famous Temple With Difficult Route in India: भारत में कई ऐसे धार्मिक जगह हैं, जहां भक्तों के लिए पहुंच पाना मुश्किल हो जाता है। ये मंदिर के रास्ते इतने कठिन होते है कि लोगों के लिए उस मार्ग को तय करपाना किसी खतरे से कम नहीं है। कुछ की तबियत खराब होने लगती है, कोई रास्ते में ही हिम्मत हार जाते है। चलिए आपको भी उन मंदिरों के बारे में बताते है, लेकिन इंसान अगर ठान ले तो उसे अपने लक्ष्य से कोई नहीं रोक सकता, बस व्यक्ति को वहां तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम से गुजरना पड़ता है, बीच में आईं हर मुश्किल से लड़ना पड़ता है, तब जाकर उसे मंजिल मिलती है। भक्तों को भगवान के अद्वितीय रूप के दर्शन मिल पाते है..
भारत के कठिन रास्तों वाले तीन प्रमुख मंदिर
हरिहर फोर्ट (Harihar Fort)
भारत के महाराष्ट्र में स्थित हरिहर किला इस क्षेत्र के समृद्ध इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता का प्रमाण है।अपनी खड़ी चट्टानों में बनी सीढ़ियों, जटिल वास्तुकला और लुभावने मनोरम दृश्यों के साथ यह किला साहसिक उत्साही और इतिहास प्रेमियों को समान रूप से आकर्षित करता है।
महाराष्ट्र के इस मंदिर में जाने के लिए आपको खड़ी 117 सीढ़ी की चढ़ाई करनी पड़ती है। यह रास्ता एकदम खड़ा और बहुत खतरनाक है। इस दौरान कई लोग हिम्मत हार जाते है। चढ़ाई पूरी करके ऊपर पहुंचने के बाद आपको तालाब, हनुमान मंदिर और एक शिव मन्दिर में दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है।
अधिकतम ऊंचाई: 3,676 फीट.
औसत ट्रेकिंग शुल्क: ₹900 – ₹1,200
ककनमठ मन्दिर (Kakanmath Mandir)
ककनमठ मंदिर ग्वालियर शहर से लगभग 60 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में सिहोनिया के छोटे से गाँव में स्थित है। ग्वालियर शहर में रहते हुए, हम इस स्थान की यात्रा टैक्सी वाहन जैसे सतही परिवहन माध्यम से कर सकते हैं। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में राजा कीर्तिराज ने अपनी रानी ककनवती के कहने पर किया था, इसलिए इसका नाम ककनमठ मंदिर रखा गया। मध्य प्रदेश में स्थित ककनमठ मंदिर बहुत ही अद्भुत बनावट है, ऐसा कहा जाता है की इस मंदिर को भूतों ने एक रात में बनाया था। इस मंदिर में सिर्फ पत्थर के ऊपर पत्थर रखकर तैयार किया गया है। कोई भी इस मंदिर के एक भी पत्थर को हटाता है तो यह मंदिर हिलने लगता है। वर्तमान में यह एक निष्क्रिय मंदिर है जिसकी मूर्तियों को सुरक्षा कारणों से ग्वालियर स्थानांतरित कर दिया गया था।
राधा देवी मंदिर (Radha Devi Mandir)
प्रकृति के बीच बसे इस स्थान का धार्मिक महत्व है, क्यों की यहाँ एक प्राचीन गुफा है जिसमे शिवलिंग विराजमान है। इस स्थान पर सावन और नवरात्री के समय भक्तो का आना जाना लगा रहता है।छिंदवाड़ा में स्थित राधा देवी मंदिर तक पहुंचने का रास्ता बहुत ही ज्यादा खतरनाक है। जमीन के बहुत नीचे एक अंधेरी गुफा में बना हुआ है। बहुत मुश्किल भरे रास्ता को पार करने के बाद भी कोई इस मंदिर में पहुंच नहीं पाया है। यहाँ स्थित गुफा की खोज लगभग 200 साल पहले हुई थी, तब से यह आस्था का केंद्र बना हुआ है। इस गुफा का प्रवेश द्वार बहोत छोटा है लेकिन अंदर से यह गुफा बहोत बड़ी है। गुफा के भीतर एक शिवलिंग विराज मान है। कहते है की पहले पेड़ की जड़ो और लताओं के सहारे गुफा में प्रवेश किया जाता था। बाद में यहाँ लकड़ियों सीढ़ी बना दी गई।