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Famous Places in Haridwar: हरिद्वार की ये जगहें हैं अपनी परंपराओं के कारण मशहूर, विदेशों से भी आते हैं लाखों सैलानी
Famous Places in Haridwar: देवभूमि यानी उत्तराखंड राज्य विश्वभर में फेमस है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, ऋषिकेश, मसूरी, नैनीताल, हरिद्वार आदि कई ऐसी जगहें हैं। यहां लाखों पर्यटक आते हैं।
Famous Places in Haridwar: देवभूमि यानी उत्तराखंड राज्य विश्वभर में फेमस है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, ऋषिकेश, मसूरी, नैनीताल, हरिद्वार आदि कई ऐसी जगहें हैं जहां हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। हरिद्वार अपने रीति रिवाजों और दार्शनिक स्थलों के साथ साथ पर्यटन स्थल के भी मशहूर है। हरिद्वार में घूमने के लिए कई टूरिस्ट प्लेस हैं।
दरअसल हरिद्वार को हिंदुओं के सात पवित्रतम स्थानों (सप्त पुरी) में से एक माना जाता है। बता दें हरिद्वार का अर्थ है- भगवान तक पहुंचने का रास्ता।इस कारण यह शहर अपने धार्मिक महत्व के कारण बहुत अधिक लोकप्रिय है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान शिव ने इसी स्थान पर अपनी जटा खोलकर गंगा को नदी को मुक्त किया था। बता दें गौमुख से 253 किलोमीटर तक बहने के बाद गंगा नदी पहली बार हरिद्वार में गंगा के मैदान में प्रवेश करती है, इस कारण हरिद्वार को इसके प्राचीनतम नाम गंगाद्वार था।
ऐसा माना जाता है कि उज्जैन, नासिक और प्रयागराज के साथ ही हरिद्वार भी उन चार स्थलों में से एक है, जहाँ गरूड़ पक्षी के घड़े से अमृत की बूंदें छलकी थीं। इस कारण से ही हरिद्वार में हर साल 12 साल पर कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। अगर आप हरिद्वार जाने का प्लान बना रहें तो इन पर्यटन स्थल की यात्रा भी जरूर करें। आइए जानते हैं हरिद्वार में कौन से हैं वे पर्यटन स्थल:
ये हैं हरिद्वार के फेमस जगहें (Famous Tourist Places in Haridwar)
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार (Mansa Devi Temple)
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार से करीब 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। शिवालिक पहाड़ियों पर बिल्वा पर्वत (Bilwa Parvat) के ऊपर स्थित, मनसा देवी हरिद्वार सहित उत्तर भारत में सबसे अधिक प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। बता दें कि मनसा देवी नाग वासुकी की पत्नी थीं और मंदिर को देवी मनसा का घर माना जाता है।
दरअसल मनसा देवी मंदिर में आने वाले भक्तों को एक पवित्र धागे को पवित्र पेड़ से बांधना पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि यह भक्तों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए बांधा जाता है। फिर एक बार जब इच्छा पूरी हो जाती है, तो यहां आकर भक्तों को पवित्र धागे को खोलना रहता है। आपको बता दें कि मनसा देवी का मंदिर पर्वत पर स्थित है इसलिए निचले स्टेशन से केबल कार या रोपवे द्वारा मंदिर तक पहुंचा जाता है क्योंकि यह मंदिर जमीन से 178 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
भारत माता मंदिर (Bharat Mata Mandir)
दरअसल इस मंदिर को मदर इंडिया टेम्पल (Mother India Temple) के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि इस धार्मिक मंदिर की स्थापना स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि ने की थी। साल 1983 में इस मंदिर का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने किया था।
सप्त सरोवर में स्थित इस मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। यह भारत माता मंदिर 180 फीट ऊंचा और आठ मंजिला है। वहीं इस मंदिर का प्रत्येक तल से देवताओं की पौराणिक कथाओं जुड़ा है। दरअसल भारत माता मंदिर उन सभी देशभक्त स्वतंत्रता सेनानियों को भी समर्पित है, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता में योगदान दिया।
चिल्ला वन्यजीव अभ्यारण्य (Chilla Wildlife Sanctuary)
हरिद्वार में गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित चिल्ला वन्यजीव अभ्यारण्य 249 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस वन्यजीव की स्थापना साल 1977 में की गई थी और इस अभयारण्य को 1983 में मोतीचूर और राजाजी अभ्यारण्यों से जोड़ा गया था ताकि राजाजी राष्ट्रीय उद्यान बनाया जा सके।
बता दें चिल्ला वन्यजीव अभ्यारण्य हरिद्वार से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस Sanctuary में हाथी, बाघ, भालू और छोटी बिल्लियां,बड़ी संख्या में हाथियों और विभिन्न प्रकार के पक्षी मौजूद हैं। यहां जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर और जून के बीच होता है। खास बात यह है कि यहां पर्यटकों के लिए हाथी की सवारी के साथ ही वन्यजीव सफारी भी उपलब्ध है।
क्रिस्टल वर्ल्ड (Crystal World)
दरअसल क्रिस्टल वर्ल्ड को हरिद्वार का 'बेस्ट एंटरटेनमेंट डेस्टिनेशन' माना जाता है। गंगा की पवित्र भूमि में 18 एकड़ भूमि पर फैले क्रिस्टल वर्ल्ड वाटर पार्क में कई खेलों और गतिविधियों के अलावा यहां प्रसिद्ध 5 डी वाटर राइड एंजॉय कर सकते हैं।
पार्क को प्राइवेट पार्टियों, शादियों और अन्य कार्यों की मेजबानी करने के लिए भी जाना जाता है। यह एक बेस्ट पिकनिक स्पॉट भी है जहां परिवार के साथ अच्छा समय बिताया जा सकता है।
सप्तऋषि आश्रम (Sapt Rishi Ashram)
सप्तऋषि आश्रम हर की पौड़ी से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बता दें यह हरिद्वार के सबसे प्रसिद्ध आश्रमों में से एक है। दरअसल हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार जहां सात महान ऋषि या सप्त-ऋषि, कश्यप, वशिष्ठ, अत्रि, विश्वामित्र, जमदग्नि, भारद्वाज और गौतम ध्यान करते थे, उसी जगह पर यह आश्रम स्थित है।
ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर गंगा नदी अपने को सात धाराओं में विभाजित कर लेती है, जिससे कि यहाँ पर प्रवाहित होने वाले सात ऋषि उसके प्रवाह से विचलित नहीं होंगे। बता दें इस कारण इस स्थान को सप्त सरोवर या सप्त ऋषि कुंड के रूप में भी जाना जाता है।
पारद शिवलिंग (Parad Shivlinga)
दरअसल पारद शिवलिंग हरिहर आश्रम, हरिद्वार में स्थित एक अद्वितीय धार्मिक स्थल है। सबसे खास बात यह है कि पूरे मंदिर को भगवान शिव के शिवलिंग से सजाया गया है जो कि शुद्ध पारे के 151 किलो से बना है।
यह मंदिर हजारों भक्तों और तीर्थयात्रियों द्वारा हर साल सजाया जाता है और इसे पारदेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर के अद्भुत नजारे को देखने के लिए यहां पर्यटकों की भारी भीड़ जमा होती है।