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Famous Sweets of Prayagraj: प्रयागराज के इन पांच दुकानों के प्रसिद्ध मिठाइयों का स्वाद जरूर चखें, नहीं भूलेंगे स्वाद
Famous Sweets of Prayagraj: प्रयागराज कुंभ मेले की मेजबानी करता है, जो दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। हर 12 साल में होने वाले इस आयोजन में भाग लेने के लिए दूर-दूर से तीर्थयात्री आते हैं।
Famous Sweets of Prayagraj: प्रयागराज उत्तर प्रदेश का एक शहर है जिसका अत्यधिक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है। प्रयागराज त्रिवेणी संगम के लिए प्रसिद्ध है, जो तीन नदियों- गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती का पवित्र संगम है। इसे हिंदुओं के सबसे पवित्र स्नान स्थलों में से एक माना जाता है। तीर्थयात्री कुंभ मेले जैसे प्रमुख धार्मिक आयोजनों के दौरान पवित्र स्नान करने और अनुष्ठान करने के लिए त्रिवेणी संगम पर जाते हैं।
प्रयागराज कुंभ मेले की मेजबानी करता है, जो दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। हर 12 साल में होने वाले इस आयोजन में भाग लेने के लिए दूर-दूर से तीर्थयात्री आते हैं। माघ मेला हिंदू महीने माघ के दौरान प्रयागराज में आयोजित होने वाला एक वार्षिक धार्मिक मेला है। तीर्थयात्री संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए एकत्रित होते हैं। इसी शहर में उत्तर प्रदेश का हाई कोर्ट भी है। यहीं पर सम्राट अकबर द्वारा निर्मित इलाहाबाद किला एक वास्तुशिल्प चमत्कार है जिसमें अशोक स्तंभ सहित कई ऐतिहासिक संरचनाएँ हैं तो वहीँ आनंद भवन, नेहरू-गांधी परिवार का पैतृक घर, भारत के राजनीतिक इतिहास को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय, भी इसी शहर में स्थित है।
प्रयागराज केवल इन्ही चीज़ों के लिए ही नहीं बल्कि अपने खास जायके के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। प्रयागराज विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट मिठाइयों सहित अपनी समृद्ध पाक विरासत के लिए जाना जाता है। यह शहर स्पेशल मिठाई खीर मोहन, पेड़ा और जलेबी के लिए बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। आज हम इस आर्टिकल में प्रयागराज की पांच सबसे प्रमुख मिठाइयों और उनको बेचने वाले दुकानों के बारे में बात करेंगे।
नेतराम की दही-जलेबी
नेतराम की दही-जलेबी बहुत फेमस है। यहाँ स्थानीय लोग हों या टूरिस्ट सभी सुबह-सुबह इस डिश का आनंद लेना नहीं भूलते। नेतराम मूलचंद एंड संस प्रयागराज के स्थानीय लोगों और नियमित आगंतुकों के बीच एक लोकप्रिय स्थान है। दही-जलेबी के अलावा अपने नाश्ते और दोपहर के भोजन के लिए भी यह दुकान प्रसिद्ध है। इनके यहाँ का गुलाब जामुन, कुरमा लाडू, सादो मैसूर, सफेद काजू कतरी, रसगुला, आदि भी बहुत पसंद किया जाता है। यह दुकान सुबह सात बजे से रात के 10 बजे तक खुली रहती है।
सिविल लाइन्स हनुमान मंदिर का मोतीचूर लड्डू
आप लड्डू तो बहुत खाये होंगे लेकिन सिविल लाइन्स हनुमान मंदिर के मोतीचूर लड्डू के स्वाद का कोई जवाब ही नहीं है। यहाँ शुद्ध घी में लड्डू बनाये जाते हैं। यहाँ के लड्डू की प्रसिद्धि यहाँ के बनावट में छुपी है। यहाँ की बूंदी छोटी, गोल और मुलायम होती है। मोतीचूर लड्डू शुद्ध देसी घी का उपयोग करके बनाया जाता है। इसमें केसर का हल्का स्वाद होता है और छोटे काजू और तरबूज के बीज छिड़के जाते हैं।
सुलाकी की बालूशाही
वैसे तो यह दुकान अपने कचौड़ी के लिए बहुत फेमस है लेकिन यहाँ की बालूशाही का भी कोई जवाब नहीं है। बालूशाही ऐसी मिठाई है जो हम सबने कभी ना कभी तो खायी होगी लेकिन यहाँ की बालूशाही बहुत ही नरम होती है और मुंह में जाते ही पिघल जाती है। यहाँ की बालूशाही दूर-दूर तक जाती है। यहाँ बालूशाही की कीमत लगभग 500 रुपये किलो मिलती है। बता दें कि यह दुकान लगभग 100 साल पुरानी है।
देहाती का रसगुल्ला
लगभग 30 साल पुरानी देहाती की दुकान रसगुल्ले और गुलाब जामुन के लिए बहुत प्रसिद्ध है। इस दुकान की खास बात है कि यहाँ गर्म रसगुल्ला भी मिलता है और लोग बहुत पसंद करते हैं। यहाँ लोगों को मिटटी के मटके में रसगुल्ले बेचे जाते हैं। महात्मा गांधी मार्ग मधवापुर सब्जी मंडी, बैरहना स्थित यह दुकान रोजाना 500 से भी ज्यादा रसगुल्ले आसानी से बेच देता है। यहाँ पर एक रसगुल्ले की कीमत 20 रुपये होती है। यहाँ पर स्थानीय और टूरिस्ट लोगों की भीड़ लगी रहती है।
हीरा हलवाई का गुलाब जामुन
इलाहाबाद में हीरा हलवाई अपने नरम और स्पंजी गुलाब जामुन के लिए बहुत फेमस है। यहाँ गुलाब जामुन ताजे दूध से बनाए जाते हैं। यह दुकान गुल्टी नंबर 4, महर्षि दयानंद मार्ग, सिविल लाइन्स में स्थित है। बीते लगभग 80 वर्षों से यह दुकान प्रयागराज में आने वालों और यहाँ के लोगों का मुंह मीठा करा रहा है। यह दुकान सुबह सात बजे से खुलकर रात 10 बजे बंद होती है। गुलाब जामुन के अलावा यहाँ की दही-जलेबी और बालूशाही भी बहुत पसंद की जाती है।