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Famous Temple In Bareilly: अपरंपार है बरेली में स्थित इन मंदिरों की महिमा, भगवान शिव ने स्वयं दिए थे दर्शन
Famous Temple In Bareilly: यदि आप सर्दियों के मौसम में यहां जाने का फैसला लेते हैं तो यह आपके लिए काफी अच्छा फैसला साबित हो सकता है। ऐसा हम इसलिए बोल रहे हैं, क्योंकि सर्दियों में इन जगहों पर जाकर आप न सिर्फ नया अनुभव ले सकते हैं
Famous Temple In Bareilly: यूं तो बरेली में कई ऐसी जगह जहां आप घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां ऐसिहासिक जगहों से लेकर कई मॉल और आकर्षक स्थान है, जहां घूमना आपको पसंद आएगा। वैसे तो आप कभी भी बरेली घूमने जा सकते हैं, लेकिन यदि आप सर्दियों के मौसम में यहां जाने का फैसला लेते हैं तो यह आपके लिए काफी अच्छा फैसला साबित हो सकता है। ऐसा हम इसलिए बोल रहे हैं, क्योंकि सर्दियों में इन जगहों पर जाकर आप न सिर्फ नया अनुभव ले सकते हैं बल्कि सर्दी के मौसम का भी अनुभव ले सकते हैं। यहां कई ऐसे मंदिर भी हैं जो न सिर्फ सुंदर बल्कि इन मंदिरों की काफी मान्यता भी है। जहां दर्शन करने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं। आज हम आपको ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में जानना आपके लिए काफी जरूरी है।
बरेली के प्रसिद्ध मंदिर
मढ़ीनाथ मंदिर
बरेली में स्थित मढ़ीनाथ मंदिर पांचाल नगरी में स्थित है। कहा जाता है कि यह मंदिर 5000 साल पुराना है जो पांडवों ने अपने वनवास के दौरान बनवाया था। मढ़ीनाथ मंदिर में मौजूद शिवलिंग की स्थापना भी पांडवों द्वारा ही की गई थी। यहां पर मौजूद पुजारी का कहना है कि यहां मणिधारी नाग है जो मंदिर में शिवलिंग की रक्षा करता है। मंदिर में रहने वाले बाबा का तो यहां तक कहना है कि कई मौको पर मणिधारी नाग ने अपनी मणि बाहर निकाली है।
धोपेश्वर नाथ मंदिर
बरेली में स्थित धोपेश्वर नाथ मंदिर सदर कैंट के दक्षिण मध्य अग्निकोण में स्थित है। जहां स्वयं भगवान शिव में धूम्र ऋषि को दर्शन दिए थे। कहते हैं कि सालों पहले धूम्र ऋषि इसी जगह कड़ी तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न किया था। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर शिव भगवान ने उन्हे दर्शन दिए थे। धूम्र ऋषि ने जनकल्याण के लिए सोचते हुए भगवान से यहीं विराजने की प्रार्थना की थी। जिसके बाद यहां स्थापित धूम्रेश्वर नाथ के नाम से जाना जाने लगा और आज इस मंदिर को धोपेश्वर नाथ के नाम से जाना जाता है।
त्रिवटी नाथ मंदिर
बरेली में स्थित इस मंदिर की महिमा हर कोई जानता है। उत्तर कुबेर दिशा प्रेमनगर में यह भव्य मंदिर स्थापित किया गया है। माना जाता है कि तीन वटों के नीचे सो रहे चरवाहे को भगवान शिव ने खुद स्वप्न में आकर दर्शन दिए थे और कि यहां पर मैं स्थित हूं। नींद से जागने के बाद चरवाहे ने इसे भगवान शिव का आदेश माना और खुदाई की तो जहां उसे शिवलिंग के दर्शन हुए। तभी से इस मंदिर को त्रिवटी नाथ मंदिर के नाम से जाना जाने लगा।
तपेश्वर नाथ मंदिर
तपेश्वर नाथ मंदिर बरेली का सबसे पुराना मंदिर कहा जाता है। जो दक्षिण भूतनाथ सुभाष नगर वीर भट्टी मैदान के पास स्थित है। इस मंदिर में मंदिर कई ऋषियों और संतों ने तपस्या की है। जिस वजह से इस मंदिर का नाम तपेश्वर नाथ मंदिर पड़ा।
अलख नाथ मंदिर
बरेली से नैनीताल की ओर जा रही रोड पर स्थित यह मंदिर 930 साल से भी ज्यादा पुराना है। कहा जाता है कि पहले यह क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुआ था। जो नागा सन्यासियों के आनंद के लिए आखाड़ा हुआ करता था। तभी से इसे अलखनाथ मंदिर के तौर पर जाना जाने लगा।