Farrukhabad Food Story: फर्रुखाबाद में खाएं कुल्हड़ रबड़ी, 70 साल पुराने स्वाद के दीवाने हैं लोग

Farrukhabad Famous Kulhad Rabdi: गर्मी के दिनों में सभी को ठंडी चीज खाना अच्छा लगता है। चलिए आज हम आपको फर्रुखाबाद में मिलने वाली बर्फ की रबड़ी के बारे में बताते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 28 May 2024 11:43 AM GMT
Farrukhabad Famous Kulhad Rabdi
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Farrukhabad Famous Kulhad Rabdi (Photos - Social Media)

Farrukhabad Famous Kulhad Rabdi : देश भर में ऐसी कई सारी जगह है जहां पर कुल्हड़ लस्सी और कुल्हड़ पिज़्ज़ा मिलता है। कुल्हड़ में मिलने वाली यह चीज लोगों के बीच काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। कुल्हड़ की चीज अभी-अभी प्रसिद्ध में आई है लेकिन फर्रुखाबाद में कुल्हड़ में मिलने वाली रबड़ी पिछले 70 सालों से मशहूर है। यहां पर मिलने वाली रबड़ी का एक बार जो भी स्वाद ले लेता है वह बार-बार यहां पर आता है।

कहां मिलती है रबड़ी (Farrukhabad Kulhad Rabdi Shop Adress)

फर्रुखाबाद में यह रबड़ी फर्रुखाबाद जिला अस्पताल आवास विकास में मिलती है जहां पर रोजाना हजारों लोग प्रतिदिन पहुंचते हैं। ठंडी ठंडी और स्वादिष्ट बर्फ से भरपूर रबड़ी का लुक को उठाने लोग कभी नहीं भूलते और दुकान खुलती ही यहां पर भी लग जाती है। यह 70 साल पुरानी दुकान है। एक समय में यहां पर 30 पैसे प्रति कुल्हड़ के हिसाब से रबड़ी मिलती थी लेकिन बदलते हुए समय के साथ अभी भाव बढ़ चुके हैं लेकिन स्वाद वही पुराना है।

Farrukhabad Famous Kulhad Rabdi

लाजवाब है स्वाद (Farrukhabad Kulhad Rabdi Taste)

फर्रुखाबाद के आवास विकास के स्थानीय लोगों के मुताबिक इस रबड़ी का स्वाद बहुत ही निराला है। इसे बनाने में क्वालिटी का बहुत ध्यान रखा जाता है। बर्फ वाली यह रबड़ी ज्यादा महंगी भी नहीं है और ₹30 से ₹70 में आसानी से मिल जातीहै। ₹30 में छोटा और ₹70 में बड़ा कुल्हड़ मिलता है। इस रवि को खाते ही पेट को ठंडक मिल जाती है और व्यक्ति में ऊर्जा आ जाती है।

Farrukhabad Famous Kulhad Rabdi

ऐसे बनाई जाती है

फर्रुखाबाद की यह फेमस रबड़ी शुद्ध घी को बार-बार उबालकर बनाई जाती है। इसे बनाने में बर्फ का उपयोग किया जाता है और ग्राहकों की सेहत को लेकर हर चीज को ध्यान में रखा जाता है। शहर के कोने-कोने से इस रबड़ी को खाने के लिए लोग यहां पर पहुंचते हैं। इसे तैयार करने के लिए शुद्ध दूध से रबड़ी बनाई जाती है और फिर कुल्हड़ में बर्फ को हाथ की मशीन से तोड़ने के बाद डाला जाता है और उसमें चाशनी मिलाई जाती है। इसके बाद रबड़ी डाली जाती है और सब कुछ चम्मच से मिलकर ऊपर से मेवा रखकर ग्राहकों को दिया जाता है। इसमें फ्लेवर्ड शरबत भी डाली जाती है जो इसकी सुगंध को आकर्षित बनाती है।

Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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