Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी पर जरूर जाएं भगवान गणेश के इन मंदिरों में, सभी मनोकामना पूरी करेंगे बप्पा

Ganesh Chaturthi 2023: भगवान गणेश, के जन्म को भगवान गणेश, के जन्म को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। आज हम आपके लिए भारत के पांच प्रतिष्ठित गणेश मंदिरों को बताने जा रहे हैं।

Shweta Srivastava
Published on: 19 Sep 2023 1:48 AM GMT (Updated on: 19 Sep 2023 1:48 AM GMT)
Ganesh Chaturthi 2023
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Ganesh Chaturthi 2023 (Image Credit-Social Media)

Ganesh Chaturthi 2023: भगवान गणेश, के जन्म को भगवान गणेश, के जन्म को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। उन्हें गणपति और सिद्धिविनायक और कई नामों से भक्त पूजते हैं। उन्हें विघ्नहरता भी कहा जाता है। हिन्दू देवताओं में सर्वप्रथम भगवान गणेश की ही पूजा की जाती है। वो भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को दुनिया भर के हिंदुओं द्वारा गणेश चतुर्थी का जन्म बहुत धूमधाम और धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल ये त्योहार 19 सितंबर को मनाया जाएगा। जिसका उत्सव 28 सितंबर को गणेश विसर्जन के साथ समाप्त होगा। आज हम आपके लिए भारत के पांच प्रतिष्ठित गणेश मंदिरों को बताने जा रहे हैं।

गणेश चतुर्थी पर ज़रूर जाएं भगवान गणेश के इन मंदिरों में

1. श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर

श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर (Image Credit-Social Media)

मुंबई के प्रभादेवी क्षेत्र में स्थित, सिद्धिविनायक मंदिर, 1801 में लक्ष्मण विथु पाटिल और देउबाई पाटिल द्वारा निर्मित, भारत में सबसे प्रसिद्ध गणपति मंदिर है। वार्षिक गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान, मंदिर भारत और विदेश से अनगिनत भक्तों को आकर्षित करता है। यहाँ पर श्रद्धालू भरी संख्या में आते है। यहाँ की मान्यता है कि जो कोई भी सच्चे दिल से बाप्पा से कुछ मांगते हैं तो उन्हें खली हाँथ नहीं लौटना पड़ता।

2. त्रिनेत्र गणेश मंदिर

त्रिनेत्र गणेश मंदिर (Image Credit-Social Media)

हिन्दू मान्यता है कि ये गणेश मंदिर 1300 ईस्वी के आसपास बनाया गया था, जो ऐतिहासिक रणथंभौर किले के अंदर स्थित है। एक किंवदंती के अनुसार भगवान गणेश रणथंभौर चौहानों के अंतिम शासक राजा हम्मीरदेव के सपने में आए और दिल्ली सल्तनत के खिलाफ युद्ध में उनकी मदद की थी।

3. मोती डूंगरी मंदिर

मोती डूंगरी मंदिर (Image Credit-Social Media)

1761 में निर्मित मोती डूंगरी मंदिर, जयपुर, राजस्थान में स्थित है। इसे भारत के सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय गणेश मंदिरों में से माना जाता है। इसमें गुजरात से लाई गई एक गणपति की मूर्ति है, जो आधी सदी से भी अधिक पुरानी मानी जाती है। मंदिर और मूर्ति की स्थापना एक सेठ जय राम पालीवाल ने की थी।

4. पिल्लयारपट्टी करपगा विनयगर मंदिर

पिल्लयारपट्टी करपगा विनयगर मंदिर (Image Credit-Social Media)

मान्यता है कि तमिलनाडु के तिरुपत्तूर में स्थित गुफा मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी में मदुरै के पांड्य राजवंश द्वारा किया गया था। मंदिर और गणेश की मूर्ति चट्टानों से बनाई गई है और मूर्ति के केवल दो हाथ हैं, सामान्य चार नहीं।

5. मयूरेश्वर मंदिर

मयूरेश्वर मंदिर (Image Credit-Social Media)

मयूरेश्वर मंदिर अष्टविनायक मंदिरों या महाराष्ट्र के आठ गणेश मंदिरों का एक हिस्सा है, ये मंदिर पुणे के मोरेगांव में स्थित है। यहीं पर अष्टविनायक तीर्थयात्रा शुरू और समाप्त होती है। मयूरेश्वर गणपति मंदिर में काले पत्थर से बनी गणपति की मूर्ति है जिस पर सिन्दूर लगा हुआ है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 14वीं से 17वीं शताब्दी के बीच हुआ था।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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