Gopi Talab Dwarka History: कृष्ण वियोग में यहां विलीन हो गई थी गोपिया, पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध है गोपी तालाब

Gopi Talab Dwarka History: गुजरात के द्वारका में एक बहुत ही पौराणिक और प्रसिद्ध गोपी तालाब मौजूद है। चलिए आज हम आपको इस तालाब के इतिहास के बारे में बताते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 26 Aug 2024 4:47 AM GMT
Gopi Talab Dwarka History
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Gopi Talab Dwarka History (Photos - Social Media)

Gopi Talab Dwarka History : गुजरात भारत का एक प्रसिद्ध राज्य है और यहां पर पर्यटक स्थलों की जैसे भरमार है। जब आप यहां जाएंगे तो आपको एक से बढ़कर एक स्थान देखने को मिल जाएंगे। यहां के पवित्र शहर द्वारका के बाहरी इलाके में एक छोटा सा प्राचीन जलाशय मौजूद है जो श्री कृष्ण भक्तों के बीच गोपी तालाब के नाम से पहचाना जाता है। जानकारी के मुताबिक के तालाब स्वयं द्वारकाधीश भगवान कृष्ण और गोपियों की पौराणिक कहानियों से जुड़ा हुआ है। अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण ही तालाब देश और विदेश के श्रद्धालुओं को अपनी और आकर्षित करने का काम करता है। चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते हैं।

ऐसी है गोपी तालाब की संरचना (Structure of Gopi Talab)

गोपी तालाब एक छोटा लेकिन गहरा तालाब है जिसके चारों ओर पाक की सीढ़ियां बनी हुई है। तालाब का पानी बिल्कुल साफ है और इसके किनारे पर कहानी छोटे मंदिर और पूजा स्थल मौजूद है। तालाब के आसपास हरियाली और पेड़ों की छाया इसे शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण देती है। तालाब के प्रवेश द्वार पर विशाल तोरण दरवाजा बना हुआ है जो इसकी भव्यता को बढ़ाने का काम करता है।

Gopi Talab Dwarka History


ऐसा है गोपी तालाब का इतिहास (Gopi Talab History)

गोपी तालाब का इतिहास भगवान कृष्ण और गोपियों की कथाओं से जुड़ा हुआ है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक द्वारका चले जाने के बाद भगवान कृष्ण से अलग होने का दुख सहन न कर पाने वाली गोपिया उन्हें देखने के लिए इस स्थान पर आई थी। अभिभूत होकर जब वह धरती में समा गई और कृष्णा विलन हो गई। उसी के बाद इस जगह को गोपी तालाब के नाम से पहचाने जाने लगा। इसके आसपास की मिट्टी गोपीचंद्रन कहीं जाती है और इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है। इतिहासकारों के मुताबिक गोपी तालाब का निर्माण प्राचीन काल में हुआ था और इससे कई बार पुनर्निमित और संरक्षित किया गया है। अलग-अलग राजाओं और शासको ने इसका रख रखा और सुंदरता बनाए रखने के लिए योगदान दिया है। द्वारका खोज अभियान के दौरान गोपी तालाब के पास कहीं प्राचीन मूर्ति और शिलालेख भी मिले थे।

Gopi Talab Dwarka History


ऐसा है गोपी तालाब का महत्व (Importance Of Gopi Talab)

गोपी तालाब का धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। ये तालाब भगवान कृष्ण और गोपियों की प्रेम और भक्ति का प्रतीक है। यहां हर साल धार्मिक अनुष्ठान और त्योहार आयोजित किए जाते हैं। इस राम भगवान कृष्ण से जुड़ी कथा और भजनों का गायन किया जाता है। तालाब का पानी काफी पवित्र माना जाता है और भक्तजन इसे अपने घरों में ले जाकर पूजा करते हैं।

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Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

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मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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