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Gujarat Tourist Place: भारत का मिनी ग्रैंड कैन्यन आप भी चाहते हैं घूमना, तो यहां देखें पूरी जानकारी
Gujarat Famous Tourist Place: गुजरात घूमने का प्लान कर रहे है तो भावनगर, अहमदाबाद के साथ कच्छ घूमने भी जरूर जाइएगा। यहां कर एक बहुत ही खूबसूरत जगह है, अमेरिका के नेशनल पार्क जैसी लगती है। यहां जानें डिटेल्स...
Gujarat Famous Tourist Place: भारत के मिनी कैन्यन के बारे में बात करने से पहले आपको बताते है, वास्तविक कैन्यन के बारे में। जो अमेरिका में बड़ा क्षेत्र है, यहां पर बड़े आकार के विशाल चट्टानो के बीच में पानी की धारा का प्रवाह देखने को मिलता है। यह बहुत ही खूबसूरत और आकर्षण लगता हैं। यह विशाल पत्थर की बनावट रंग रूप एकदम अलग होती है। इसलिए इसे कैन्यन कहा जाता है। ऐसी ही संरचना भारत में ही देखी गई हैं लेकिन यह एक सीमित क्षेत्र में है। जिस कारण इसे मिनी कैन्यन कहा जाता है। यह यूएसए के ग्रांड कैन्यन के समान है, हालांकि विस्तार में बहुत छोटा है। इसलिए यह भारत का छोटू कैन्यन है।
मिनी ग्रैंड कैन्यन यहां मिलेगा
भारत में भी मिनी ग्रैंड कैन्यन है। जहां पहुंचने के लिए थोड़ी सी ऑफ रोडिंग ड्राइव करनी पड़ती है। यह जगह गूगल मैप पर भी नहीं है। इसे पहले न्यू यॉर्क टाइम्स ने बेस्ट विजिट प्लेस में शामिल किया है। प्रकृति की खूबसूरत सुन्दरता को कच्छ के रेगिस्तान के बीच देखने के लिए एक बार कच्छ जरूर जाइएगा। यह जगह बारिश के समय और भी खूबसूरत लगती है। यह ममई देव कड़िया धो ही है। जिसे मिनी ग्रैंड कैन्यन के नाम से विख्यात किया गया है।
क्या है मिनी ग्रैंड कैन्यन में?
मिनी ग्रैंड कैन्यन मुख्य रूप से घाटियों का परिदृश्य है। पहाड़ियों के बीच संकरी घाटियाँ, आमतौर पर खड़ी चट्टानी दीवारें और उनके बीच से बहता पानी - जो लाखों वर्षों के भूवैज्ञानिक इतिहास को दर्शाता है। इस जगह का वास्तविक नाम ममई देव कड़िया धो है।
एडवेंचर के लिए है बेस्ट
यह स्थान 4.4 किलोमीटर की ऑफ रोडिंग के ट्रेकिंग रूट में बहुत गहराई में स्थित है। केवल उन लोगों को सलाह दी जाती है जो प्रकृति प्रेमी हैं या भूविज्ञान में रुचि रखते हैं। इस चट्टान के निर्माण में लाखों साल लगे हैं और वह भी आकर्षक है। रोमांच के शौकीनों के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
चलिए जानते है यहां पर पहुंचना कैसे है?
यहां पर पहुंचने के लिए पहले गुजरात आना होगा। यह जगह गुजरात के कच्छ जिले में है। कच्छ जिले के हेडक्वार्टर भुज से 25 किलोमीटर की दूरी पर धोरडो है। जहां पर रण उत्सव मनाया जाता है। वहां से 80 किलोमीटर की दूरी पर है। आप गूगल लोकेशन के जरिए पार्किंग तक पहुंच सकते है। यहां से आप प्रति व्यक्ति 100 रूपये देकर, ऑफ रोडिंग राइड का मजा लेकर आप कैन्यन तक पहुंच सकते है।
घूमने का उचित समय
कच्छ घूमने का इसके आस पास का एरिया घूमने का सबसे उचित समय मानसून होता है। आप यहां पर जुलाई से फरवरी महीने तक आ सकते है। आपको यहां पर इस दौरान मौसम सुहावना मिलेगा।
क्यों कहते है इसे ममई देव कड़िया धो?
धो यानी की जल का प्राकृतिक स्रोत होता है। यहां पर महेश्वरी क्लेन के ममई देव ने आध्यात्मिक जागृति की थी। उसके बाद देव की स्थिति प्राप्त करने के बाद अपनी ऊर्जा को एक कड़े में एकत्रित कर दिया था। और अपने अंतिम समय आने से पहले उस कड़े को यहां पर बहाया था। इसलिए इसे ममई देव कड़िया धो कहते है।