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Himachal Tour Guide: सावधान टूरिस्ट, हिमाचल यात्रा में अपने साथ जरूर लेकर जाएं यह बैग
Waste Bag Mandatory in Himachal: हिमाचल प्रदेश भारत की बहुत खूबसूरत जगह है।
Waste Bag Mandatory To Take Himachal (Photos - Social Media)
Waste Bag Mandatory To Take Himachal : हिमाचल प्रदेश उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। यह 21,629 मील² से अधिक क्षेत्र में फ़ैला हुआ है तथा उत्तर में जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम में पंजाब, दक्षिण में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखण्ड तथा पूर्व में तिब्बत से घिरा हुआ है। हिमाचल प्रदेश भारत के बहुत ही खूबसूरत जगह है और हर साल करोड़ों की संख्या में लोग यहां पर घूमने के लिए पहुंचते हैं। गर्मी के मौसम में लोग भूषण गर्मी से राहत पाने के लिए इस इलाके में पहुंचते हैं और बरसात के मौसम में खूबसूरत हजारों का आनंद लेने के लिए लोगों को यहां आते हुए देखा जाता है। हिमाचल प्रदेश की खूबसूरती के लोग दीवाने हैं इसलिए बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं लेकिन इन आने वालों ने यहां पर बहुत सारा वेस्ट भी जमा कर दिया है। इसी को देखते हुए हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने एक नया फैसला सुनाया है।
हिमाचल प्रदेश में गार्बेज बैग लाना अनिवार्य
हिमाचल प्रदेश लोग घूमने के लिए तो जाते हैं लेकिन अपना पूरा वहीं फेंक देते हैं जिस वजह से काफी सारा दूषित सामान इकट्ठा हो गया है। लोगों की लापरवाही की वजह से प्राकृतिक सुंदरता खराब हो रही है। इसी को देते हुए हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट की जस्टिस बेंच ने कहां है कि हिमाचल में भी गोवा और सिक्किम जैसे टूरिज्म पर ध्यान देना चाहिए। हाल ही में हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने इसी को देखते हुए एक नया फैसला सुनाया है. अब सरकार ने आने वाले लोगों को अपने साथ गार्बेज बैग लाना अनिवार्य कर दिया हैI
Waste Bag Mandatory To Take Himachal
इन शहरों पर लगा ग्रीन टैक्स
सरकार ने कहा है कि राज्य में आने वाले सभी लोग अपने साथ बड़ा वेस्ट बैग लेकर आएंगे। वहीं इस साल राज्य में आने वाले लोगों पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट चार्ज लगाने को भी कहा गया है। वहीं कुल्लू, मनाली, सिस्सू और कोकसर जैसी जगहों पर पहले से ग्रीन टैक्स लगाया जा रहा है।
Waste Bag Mandatory To Take Himachal
ग्रीन टैक्स क्या होता है
पर्यावरण कर, इकोटैक्स, या हरित कर उन गतिविधियों पर लगाया जाने वाला कर है जिन्हें पर्यावरण के लिए हानिकारक माना जाता है और इसका उद्देश्य आर्थिक प्रोत्साहन के माध्यम से पर्यावरण के अनुकूल गतिविधियों को बढ़ावा देना है। एक उल्लेखनीय उदाहरण कार्बन टैक्स है।