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Top 5 Tourist Place Of Bilaspur : संस्कृति और खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है छत्तीसगढ़ का बिलासपुर, जानें इसका इतिहास और घुमने की जगह
Top 5 Tourist Place Of Bilaspur : छत्तीसगढ़ भारत का एक प्रसिद्ध राज्य है और बिलासपुर यहां का एक प्रमुख जिला है।
Top 5 Tourist Place Of Bilaspur : बिलासपुर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है।तथा प्रशाशनिक एवं शहरी दोनों रूपों से छत्तीसगढ़ का दुुुुसरा सबसे बड़ा शहर है तथा इसे न्यायधानी होनेें का गौरव भी प्राप्त है। बिलासपुर मेें छत्तीसगढ़ का उच्च न्यायालय भी स्थित है। बिलासपुर छत्तीसगढ़ का एक बहुत ही खूबसूरत और प्रमुख शहर है। अपनी सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व के लिए इस जगह को खासतौर पर पहचाना जाता है। चलिए आज हम आपको बिलासपुर के इतिहास और इसके कुछ खासियत उनके बारे में बताते हैं।
ऐसा है बिलासपुर का इतिहास (History Of Bilaspur)
बिलासपुर के इतिहास की बात करें तो इसका नाम बिलासा नाम की एक मछुआरिन के नाम पर रखा गया था। पुराने समय से ही सांस्कृतिक और व्यापारिक केंद्र रहा है और लोगों के बीच काफी प्रसिद्ध भी है। बिलासपुर शहर, मराठा साम्राज्य के शासनकाल में वर्ष 1741 के आसपास प्रमुखता से आया। बिलासपुर शहर लगभग 400 वर्ष पुराना है और “बिलासपुर” का नाम “बिलासा” नामक फिशर-महिला के नाम पर पड़ा है। बिलासपुर जिला वर्ष 1861 में गठित किया गया और इसके बाद वर्ष 1867 में बिलासपुर नगर पालिका का गठन किया गया।
सुंदरता से भरपूर है बिलासपुर (Bilaspur Is Full of Beauty)
बिलासपुर के पास से अरपा नदी बहती है जो इस शहर की सुंदरता में चार चांद लगाने का काम करती है। यहां पर कई सारे हरे भरे पार्क और खूबसूरत झील मौजूद है।
कला और संस्कृति - बिलासपुर की संस्कृति काफी अलग है। यहां की संस्कृति, लोक नृत्य और परंपरा लोगों को आकर्षित करने का काम करती है। यहां का पारंपरिक हस्तशिल्प दुनिया भर में अपनी पहचान रखता है।
शिक्षा का केंद्र - बिलासपुर में छत्तीसगढ़ के प्रमुख शिक्षण संस्थान मौजूद है। यहां पर कहीं प्रमुख विश्वविद्यालय मौजूद है जहां हजारों की संख्या में छात्र पढ़ते हैं।
बिलासपुर में पर्यटक स्थल (Tourist Places in Bilaspur)
बिलासपुर में घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थल मौजूद है जहां पर अक्सर पर लेखक उनकी भीड़ देखने को मिलती है।
मालहार का शिव बिलासपुर (Shiva of Malhar, Bilaspur)
मल्हार भारत के छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित एक छोटा सा शहर है। ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल जो कभी एक प्रमुख शहर था और पहली सहस्राब्दी में राजधानी के रूप में कार्य करता था, इसे शिलालेखों और भारतीय साहित्य में मल्लार, मल्लारी और सरभापुर के रूप में संदर्भित किया गया है।
रतनपुर किला बिलासपुर (Ratanpur Fort Bilaspur)
रतनपुर का पुराना किला बिलासपुर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, रतनपुर पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी महत्व रखता है। रतनपुर किला भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के मध्य में बिलासपुर से लगभग 25 किलोमीटर दूर रतनपुर के छोटे से शहर में स्थित है। किले का निर्माण 8वीं-9वीं शताब्दी ई. में हुआ था और इसे कलचुरी राजवंश ने बनवाया था। यह एक पहाड़ी पर स्थित है और यहाँ से शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। किला, हालाँकि अब खंडहर में बदल चुका है, फिर भी अपनी ऐतिहासिक संरचनाओं और नक्काशी के साथ अपने अतीत की भव्यता को दर्शाता है।
कानन पेंडारी गार्डन बिलासपुर (Kanan Pendari Garden Bilaspur)
पक्षी देखने के शौकीनों के लिए यह जगह बहुत अच्छी है. यहां एक पक्षी अभयारण्य है जहां कई तरह के पक्षी देखे जा सकते हैं. इसके अलावा, यहां बच्चों के खेलने के लिए झूले और दूसरे उपकरण भी हैंI
महामाया मंदिर बिलासपुर रतनपुर (Mahamaya Temple Bilaspur Ratanpur)
महामाया मंदिर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले के रतनपुर में स्थित देवी दुर्गा , महालक्ष्मी को समर्पित एक मंदिर है और यह भारत भर में फैले 52 शक्तिपीठों में से एक है, जो शक्ति , दिव्य स्त्री के मंदिर हैं। रतनपुर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित मंदिरों और तालाबों से भरा एक छोटा शहर है। यह प्राचीन मंदिर बिलासपुर-अंबिकापुर रोड पर है. यह तालाब के किनारे बना है.
लुतरा शरीफ़ (Lutra Sharif Bilaspur)
यह बाबा सैय्यद इंसान अली शाह की दरगाह के नाम से प्रसिद्ध हैI बाबा सैय्यद इंसान अली शाह की दरगाह के रूप में प्रसिद्ध “लुतरा शरीफ” बिलासपुर में स्थित है। जो पुरे छत्तीसगढ़ में धार्मिक सौहार्द्र, श्रध्दा और आस्था का पावन स्थल तथा प्रमुख केंद्र माना जाता है। लुतरा बाबा के दरगाह से कोई भी खाली हाथ नहीं जाता, ऐसी मान्यता है कि बाबा के मजार में मत्था टेकने वालो की मनौतिया अवश्य पूरी होती है। सभी धर्मो के अनुयायी यहाँ आकर अपनी मनौतिया के लिए चादर चढ़ाते है । इस कारण यह लुतरा शरीफ अंचल में आस्था के केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है ।
हरिहर क्षेत्र केदार बिलासपुर (Harihar Area Kedar Bilaspur)
मदकू द्वीप, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ज़िले में शिवनाथ नदी के बीच में स्थित एक द्वीप है, इसे केदार तीर्थ और हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप के नाम से भी जाना जाता है. यह द्वीप अपने पुराने और नए मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है.यह पौराणिक काल के महत्व के अनुसार हरिहर क्षेत्र केदार द्वीप के नाम से प्रसिद्ध हैI बिलासपुर शहर से लगभग 42 किलोमीटर दूर हरिहर क्षेत्र मदकू द्वीप मुंगेजी जिले में स्थित है
अमरकंटक-नर्मदा और सोन नदी का उद्गम (Amarkantak-Origin of Narmada And Son Rivers)
सोन नदी, अमरकंटक से निकलकर पूर्व दिशा में बहती है और बिहार में गंगा में मिल जाती है. सोन, यमुना के बाद गंगा की दूसरी सबसे बड़ी सहायक नदी है. यह मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, और झारखंड से होकर बहती हैI मरकंटक, भारत के पवित्र स्थलों में से एक हैI यहां के खूबसूरत झरने, पवित्र तालाब, ऊंची पहाड़ियां, और शांत वातावरण सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैंI
बिलासपुर में ही इन नदियों का उद्गम होता हैI (These Rivers Originate in Bilaspur Itself)
ताला गाँव-रूद्र शिव की प्रतिमा: यह भी बिलासपुर में ही हैI
सेतगंगा का श्रीरामजानकी मन्दिर: यह भी बिलासपुर में ही हैI