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History Of Bandra: क्या है बांद्रा का इतिहास, जानिए कैसे बॉलीवुड का यहाँ हुआ जन्म
History Of Bandra: क्या आप जानते हैं मुंबई में स्थित बांद्रा का का क्या इतिहास है और कैसे यहाँ बॉलीवुड का जन्म हुआ? आइये विस्तार से जानते हैं।
History Of Bandra: मुंबई के सबसे घटित उपनगर की कहानी बेहद दिलचस्प है। यहाँ कई बार कुछ ऐसा हुआ जिसके बारे में शायद की ज़्यादा लोगों को पता हो आइये जानते हैं आखिर क्या है इसकी कहानी और क्यों इसको आजतक इसके इतिहास को लेकर जाना जाता है।
क्या है बांद्रा की कहानी (Story Of Bandra Mumbai)
मुंबई या मायानगरी एक ऐसा शहर है जहाँ जो भी कोई जाता है वो उसी का हो जाता है। ऐसे में मुंबई की एक जगह है बांद्रा जिसका नाम आपने कई बार सेलेब्स के मुँह से भी सुना होगा। दरअसल ज़्यदातर सेलेब्स यहीं रहते हैं। 20वीं सदी के मध्य तक बांद्रा एक विख्यात नगरी बन गया जब फिल्म निर्देशक, मेहबूब खान ने 1954 में यहां मेहबूब स्टूडियो की स्थापना की थी। इसके बाद इसे ज़्यादा समय नहीं लगा और ये चारों और प्रसिद्ध होता चला गया। मुंबई का कुल क्षेत्रफल 603.4 वर्ग किलोमीटर (233 वर्ग मील) है। इसमें से, द्वीप शहर 67.79 वर्ग किलोमीटर (26 वर्ग मील) में फैला है, जबकि उपनगरीय बांद्रा 370 वर्ग किलोमीटर (143 वर्ग मील) में फैला है।
मुंबई पश्चिम में अरब सागर से घिरा हुआ है। वहीँ यहाँ बसे कई हिस्से समुद्र तल से ठीक ऊपर हैं। इसके साथ ही मुंबई मेट्रोपॉलिटन एरिया में ठाणे और नवी मुंबई शामिल हैं। वहीँ मुग़ल काल में बांद्रा को बंदरगाह के रूप में बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता था। जब मुगलों ने भारत पर शासन किया, तो उनका मुख्य बंदरगाह सूरत था। ये वो स्थान था जहाँ से भारत अरबों के साथ और इसलिए शेष विश्व के साथ व्यापार करता था। सूरत हज के लिए यात्रा करने वाले लोगों के लिए यात्री टर्मिनल भी था। उस समय, किसी को उन सात छोटे द्वीपों की ज्यादा परवाह नहीं थी, जिन्हें आज हम मुंबई कहते हैं, या साल्सेट नामक बड़ा द्वीप, जहां बांद्रा है। इसके अलावा, साओ पाउलो, रियो डी जनेरियो और मुंबई तीन बड़े महानगर हैं जिन पर पुर्तगाली प्रभाव था। मुंबई का पुर्तगाली प्रभाव ज्यादातर बांद्रा में केंद्रित है। आइए जानते हैं कि ऐसा कैसे हुआ।
पुर्तगाली भारत से काली मिर्च जैसे मसाले खरीदने में रुचि रखते थे। अरब लोग यूरोपीय लोगों को काली मिर्च बेचते थे लेकिन भारी प्रीमियम वसूलते थे। तो पुर्तगाली भारत के लिए सीधा समुद्री मार्ग खोजने की कोशिश कर रहे थे। समस्या यह थी कि पुर्तगालियों के पास काली मिर्च खरीदने के लिए कुछ भी नहीं था। उनके पास ज़्यादा सोना या चाँदी नहीं था, और भारतीयों को उनके द्वारा पेश किये जाने वाले बर्तनों और वस्त्रों में कोई दिलचस्पी नहीं थी। इसलिए वे एक इनोवेटिव आइडिया लेकर आए।
दरअसल पुर्तगाली ठग थे जिन्होंने एक और तकनीक में महारत हासिल कर ली थी - जहाजों पर बंदूकें कैसे लगाई जाएं। अब वे दूर से दूसरे जहाजों पर गोली चलाकर उन्हें नुकसान पहुंचा सकते थे या डुबा भी सकते थे। दूसरों को नहीं पता था कि क्या करना है, क्योंकि वे आमने-सामने की लड़ाई से वाकिफ थे।
इसलिए पुर्तगालियों ने फैसला किया कि पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका अरब सागर में चलने वाले व्यापारी जहाजों को डुबाने की धमकी देना है, जब तक कि वे उन्हें फिरौती न दें। यह रणनीति काम कर गई और पुर्तगालियों ने भारत के पूरे पश्चिमी तट पर - कोचीन से गोवा तक बांद्रा से दमन और दीव तक किलों की एक श्रृंखला स्थापित की। वो इन किलों का उपयोग छापे के बीच आराम करने के लिए करते थे, और पुर्तगाल भेजने से पहले अपनी फिरौती से खरीदे गए सामान को संग्रहीत करने के लिए भी करते थे।
1534 में डिएगो दा सिल्वेरा नामक एक व्यक्ति बांद्रा बंदरगाह पर पहुंचा और उसे जीत लिया। इस प्रकार बांद्रा (और शेष साल्सेट द्वीप, साथ ही सात दक्षिणी द्वीप जिन्हें हम मुंबई कहते हैं) पुर्तगाली शासन के अधीन आ गए।
ऐसे बॉलीवुड का यहाँ हुआ जन्म (Birth of Bollywood)
क्या आपने कभी सोचा है कि बॉलीवुड में 'बी' का मतलब बॉम्बे या बांद्रा है? दरअसल हिंदी फिल्म उद्योग की शुरुआत बांद्रा में नहीं हुई, लेकिन ये यहीं फली-फूली। निर्माता-निर्देशक मेहबूब खान ने 1954 में एक स्टूडियो की स्थापना की, जिसे उन्होंने मेहबूब स्टूडियो कहा और उस युग की कुछ सबसे बड़ी फिल्मों का निर्माण भी यहीं किया गया। महबूब खान ने खुद मदर इंडिया की शूटिंग यहीं की थी, जबकि गुरु दत्त ने कागज के फूल की शूटिंग यहाँ की थी, देव आनंद ने गाइड सहित अपनी कई फिल्मों की शूटिंग की थी और यहां तक कि राज कपूर की संगम का निर्माण भी यहीं किया गया था। आज इस स्टूडियो में कम फिल्मों की शूटिंग होती है, लेकिन चेन्नई एक्सप्रेस, दबंग 2, ब्लैक और अन्य फिल्में यहां रिकॉर्ड की गई थीं।
बांद्रा सबसे बड़े फिल्मी सितारों का घर भी है। दिलीप कुमार, राजेश खन्ना, बॉलीवुड के तीनों खान और कई कपूर, बांद्रा में रहते हैं या रह चुके हैं। जब आप यहाँ घूमने जायेंगें तो ट्रेवल बसें आपको उन घरों सैर ज़रूर करायेंगीं जहां शाहरुख खान, सलमान खान, रणबीर कपूर और अन्य लोग रहते हैं।