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MP Famous Temple: मध्य प्रदेश के इस मंदिर में होती है सब इच्छाएं पूरी
Madhya Pradesh Famous Mandir: इच्छापूर्ति केजेएस मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सतना के मैहर जिले में स्थित है। इस मंदिर की भव्यता बहुत ही अलौकिक है।
Ichhapurti Mandir In Madhya Pradesh: सतना जिले के मैहर में करीब 12 हजार वर्गफुट जगह में अक्षरधाम शैली का दिव्य दुर्गा मंदिर विंध्य आने वाले लोगों के लिए एक और तोहफा है। इच्छापूर्ति केजेएस मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सतना के मैहर जिले में स्थित है। यह मंदिर आदि शक्ति देवी दुर्गा को समर्पित है। इसे केजेएस मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, यह एक बेहद आकर्षक मंदिर है, जिसे दिल्ली के अक्षरधाम की तरह डिजाइन किया गया है। यह मंदिर मैहर स्थित केजेएस सीमेंट फैक्ट्री के परिसर में बना है। मैहर देवी शारदा के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है और अब इच्छापूर्ति मंदिर भी यहां एक बहुत प्रसिद्ध तीर्थ स्थान बन गया है।
मंदिर की भव्यता में राजस्थान के कारीगर का योगदान
राजनगर (मैहर) स्थित केजेएस सीमेंट फैक्ट्री के आवासीय परिसर में यह मंदिर सात साल में बनकर तैयार हुआ है। इस मंदिर के निर्माण में गुलाबी पत्थरों का उपयोग किया गया है, जिन्हें राजस्थान से लाया गया था। इन पत्रों पर कलाकारी करने के लिए जयपुर से कारीगर बुलाये गये। इसे बेहद खूबसूरत तरीके से बनाया गया है। मंदिर के चारों ओर एक सुंदर बगीचा बनाया गया है और मंदिर के सामने एक सुंदर फव्वारा बनाया गया है।
लोकेशन: मैहर, कटिया कलां, मध्य प्रदेश
समय: सुबह 4 बजे से रात के 8:35 बजे तक
मंदिर की भव्य आलौकिक वास्तुकला
मां शारदा मंदिर के लिए प्रसिद्ध मैहर में विन्ध्य क्षेत्र का अपनी शैली का विशिष्ट पूजा-स्थल बन गया है। इसके बाहर और भीतर दोनों तरफ मंदिर की नक्काशी और उसका सुन्दर आकार दर्शनीय है। इस मंदिर का शिलान्यास 19 नवम्बर 2011 को हुआ था। तब से ही लगातार काम चल रहा था। कुल 11,644 वर्ग फुट जमीन पर बने इस मंदिर में लगा हल्का गुलाबी पत्थर राजस्थान के बंशीपहाड़पुर से लाया गया। इसके बाद शिल्पकारों ने मैहर में ही खूबसूरत नक्काशी की और खूबसूरत चित्र उकेरे।
पत्थर की बड़ी शिलाओं को मैहर तक लाना और फिर उन पत्थरों में फूल-पत्तों, बेल-बूटों की कलात्मक बारीक नक्काशी करना बेमिसाल था। इसमें महीनों कुशल कारीगर लगे। जयपुर से आए विशेष अनुभवी कारीगरों ने इस सपने को साकार किया। यह मंदिर जमीन से 62 फीट ऊंचा है और इसके सामने एक रंगीन फव्वारा इसमें चार चांद लगाता है।
मंदिर के अंदर की संरचना
केजेएस फैक्ट्री स्थित दुर्गा जी को समर्पित इस मंदिर में स्फटिक शिवलिंग, गणेश जी और हनुमान जी, लक्ष्मी जी और श्री राम जी के भी दर्शन करने के लिए मिल जाएंगे। इस मंदिर को बहुत ही खूबसूरती से बनाया गया है। मुख्य गर्भगृह में मां दुर्गा विराजमान मंदिर के मुख्य गर्भगृह में मां दुर्गा विराजमान हैं जबकि उनके एक ओर भगवान शंकर और दूसरी ओर हनुमान जी विराजित किए गए हैं। मुख्य गर्भगृह के बाहर मंदिर के मध्यस्थल में एक ओर भगवान श्रीराम का दरबार लगा है तो दूसरी ओर जग के पालनकर्ता श्री लक्ष्मी-नारायण की प्रतिमा स्थापित की गई है।
इच्छापूर्ति मंदिर के निर्माण की कहानी
अक्षरधाम शैली में बने इस मंदिर का शिलान्यास 19 नवंबर 2011 को किया गया था और फिर लगातार 7 साल तक इस मंदिर में काम चलता रहा। जयपुर के कई कुशल कारीगरों ने यहां कई महीनों तक काम किया और पत्थरों पर देवी-देवताओं की सुंदर मूर्तियां और फूल-पत्तियों का निर्माण किया। यहां का गुलाबी पत्थर राजस्थान से मंगवाया गया था।24 फरवरी 2018 को इसका उद्घाटन किया गया और इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया। मंदिर के उद्घाटन समारोह में कंपनी के चेयरमैन कमल जीत सिंह अहलूवालिया और वाइस चेयरमैन पवन जीत सिंह अहलूवालिया भी मौजूद थे।
रात में बहुत सारी सुंदर रोशनी के साथ मंदिर सुंदर दिखता है। मंदिर का डिज़ाइन अपनी सममित संरचना और सुंदर वास्तुशिल्प विवरण के साथ सद्भाव और संतुलन का प्रतीक है। यह मैहर जिले का मुख्य आकर्षण है। माँ शारदा मंदिर के दर्शन करने के बाद, सुंदर सैर के लिए घूमने और रहने और पूर्ण उच्च श्रेणी की वास्तुकला का अनुभव करने के लिए यह एक आदर्श स्थान है। यदि आप मैहर जा रहे हैं तो यहां भी अवश्य जाएँ, इस गंतव्य को यथाशीघ्र अपने यात्रा कार्यक्रम में शामिल कर सकते है।