×

India Famous Temple: भारत का एक ऐसा मंदिर जहां काले जादू से मिलता है छुटकारा

Karnataka Famous Temple: यदि हम आपसे ये कहे कि भारत में काला जादू जरूर होता है, अन्यथा इसके निवारण के लिए टोटके के प्रभाव को कम करने के लिए माता का भव्य मंदिर क्यों अस्तित्व में रहता?

Yachana Jaiswal
Written By Yachana Jaiswal
Published on: 1 Jun 2024 9:00 AM IST (Updated on: 1 Jun 2024 9:00 AM IST)
Ahlya Devi Mandir, Karnataka Famous Temple
X

Ahlya Devi Mandir in Karnataka(Pic Credit-Social Media)

Ahalya Devi Mandir Details: काला जादू जिसके बारे में हम अक्सर बॉलीवुड के फिल्मों में सुनते आए है। जिसके बारे में घर में बड़ों से पूछने पर यही बताया जाता था कि ऐसा कुछ नहीं होता है। लेकिन भारत में लोग इसपर भी विश्वास करते है। अगर काला जादू न सही लेकिन टोटके झार, फूंक, पर तो लोगों को यकीन हो ही जाता हैं। लेकिन यदि हम आपसे ये कहे कि भारत में काला जादू जरूर होता होगा, अन्यथा इसके निवारण के लिए टोटके के प्रभाव को कम करने के लिए माता का भव्य मंदिर क्यों अस्तित्व में रहता? हम बात कर रहे हैं कर्नाटक के प्रसिद्ध अहल्या देवी मंदिर के बारे में। जो स्थानीय के साथ भारत में प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। चलिए जानते है भारत के इस रहस्यमय मन्दिर के बारे में

कर्नाटक का प्रसिद्ध उक्कडा मंदिर(Ahlya Devi Mandir)

अहल्या देवी मंदिर मांड्या जिले के कद्दतनालु में स्थित है। यह श्री आरती उक्कडा अहल्या देवी मरम्मा को समर्पित एक धार्मिक मंदिर है। यहाँ भक्तगण देवी की शुभता के लिए शाकाहारी और मांसाहारी भोजन पकाकर बलि चढ़ाते हैं और बुरी नज़र से छुटकारा पाने के लिए यहां कई तरह के अनुष्ठान भी किया जाता हैं।



मंदिर का नाम - आरती उक्कडा अहल्या देवी मरम्मा मंदिर(Aarti Ukkada Ahalya Devi Maramma Temple)

लोकेशन: आरती उक्कडा अहल्या देवी मरम्मा मंदिर, कदथनलु, मांड्या जिला कर्नाटक

समय- सुबह 6 बजे से रात के 9:30 बजे तक

दर्शन कर बुरी शक्तियों से पाते है छुटकारा(Ahlya Devi Mandir)

आरती उक्कड़ा अहिल्या देवी मरम्मा मंदिर पांडवपुरा यह माता अहिल्या देवी का एक प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर है। मंदिर पांडुपुरा रेलवे स्टेशन से 1.9 मील दूर स्थित है। श्री शक्ति अहल्यादेवी का बहुत प्राचीन मंदिर जिसे उक्कड़ा मरम्मा के नाम से भी जाना जाता है, काले जादू से प्रभावित लोगों के लिए बहुत शक्तिशाली देवी मानी जाती हैं। जो लोग ऐसी चीजों में विश्वास करते हैं वे बुरी चीजों से छुटकारा पाने के लिए यहां आते हैं। मंदिरों में अनुष्ठान और पूजन कर जीवन में शांति का आह्वाहन करते है।



इस दिन होती है विशेष पूजा

इस मंदिर में अमावस्या, हुन्निम्मे और रविवार को बहुत भीड़ होती है। ऐसा माना जाता है कि यहां देवी को कुछ प्रसाद चढ़ाने से व्यक्ति के जीवन से बुरी नजर और बदकिस्मती (दृष्टि/नजर) दूर होती है। आमतौर पर बुरी नजर को दूर करने के लिए नारियल, नींबू और अंडे का प्रसाद चढ़ाया जाता है। इस गतिविधि में शामिल पुजारी भारी रकम वसूल कर भक्तों से पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं।

मन्दिर को लेकर प्रसिध्द किंवदंती

कर्नाटक के इस प्रसिद्ध मंदिर (देवी अहल्या) को उक्कडा मरम्मा भी कहा जाता है। स्थानीय परंपरा के अनुसार प्रभु श्री राम ने अपने पैरों के दिव्य स्पर्श से पत्थर में परिवर्तित हुई अहिल्या देवी के अभिशाप को तोड़ दिया था। उसके बाद अम्मा का आशीर्वाद पाने के लिए मंदिर के गोपुरम के किनारों पर काले तिल डालने की प्रथा का पालन यहां किया जाता है। यदि आप किसी समस्या का सामना कर रहे हैं और ऐसा महसूस करते हैं चीजें आगे नहीं बढ़ रही हैं या आपको लगता है कि किसी ने आपके खिलाफ कुछ काला जादू किया है, तो आप "ठाड़े पूजा" (जिन हटाने) नामक एक छोटी सी पूजा कर सकते हैं।



Yachana Jaiswal

Yachana Jaiswal

Content Writer

I'm a dedicated content writer with a passion for crafting engaging and informative content. With 3 years of experience in the field, I specialize in creating compelling articles, blog posts, website content, and more. I can write on anything with my research skills. I have a keen eye for detail, a knack for research, and a commitment to delivering high-quality content that resonates with the audience. Author Education - I pursued my Bachelor's Degree in Journalism and Mass communication from Sri Ramswaroop Memorial University Lucknow. Presently I am pursuing master's degree in Master of science; Electronic Media from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication Bhopal.

Next Story