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Indias First Hydrogen Ship: कोलकाता से काशी पहुंच देश का पहला हाइड्रोजन क्रूज
Indias First Hydrogen Ship: अगर आप क्रम यात्रा करना चाहते हैं तो अब वाराणसी में इसका आनंद ले सकते हैं। चलिए आपको इस बारे में जानकारी देते हैं।
Indias First Hydrogen Ship: देश का पहला हाइड्रोजन जालियां कोलकाता से काशी पहुंच चुका है। जल पर्यटक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कदम उठाया गया है। अब काशी में बैठे हुए लोग क्रम की सवारी कर सकेंगे। कुंभ मेले में काशी और प्रयागराज के बीच से चलने की योजना बनाई जा रही है। जो जहाज लाया गया है वह काशी के 84 घाटों में से आखरी घाट नमो घाट और वाराणसी हल्दिया वाटर हाईवे वन के पहले मल्टी मॉडल बनारस टर्मिनल पर खड़ा किया जाएगा। यहां जहाज सजाया जाएगा। चलिए आज हम आपको जहाज के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हैं।
हाइड्रोजन क्रूज से जुड़ी खास बातें (Special Things Related to Hydrogen Cruise)
- इस शिव के संचालन का जमा पर्यटन विभाग के पास होगा।
- अगर सारी तैयारी समय से हो जाती है तो 15 अगस्त से जहाज की सवारी शुरू कर दी जाएगी।
- स्वतंत्रता दिवस की मां के ऊपर इसका संचालन शुरू किया जा सकता है।
- प्रदूषण मुक्त पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जहाज की सुविधा यात्रियों के लिए की गई है।
- यह क्रम पूरी तरह से हाइड्रोजन फ्यूल से संचालित किया जाएगा।
- इस क्रूज का निर्माण कोच्चि शिपयार्ड में किया गया है।
- कोच्चि शिपयार्ड से समुद्री मार्ग होते हुए 13 जून को यह कोलकाता पहुंच चुका है और रविवार को काशी पहुंचा है।
- यह जहाज पर्यटन विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा इसलिए इसका रूट और किराया भी वहीं से तय होगा।
- इसे चलाने के लिए बनारस टर्मिनल पर 500 किलोग्राम हाइड्रोजन प्लांट का निर्माण करवाया जाएगा। यहां से सिलेंडर में हाइड्रोजन भरकर शिप तक पहुंचाया जाएगा।
हाइड्रोजन क्रूज की खासियत (Features of Hydrogen Cruise)
- इस शिप में 50 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं।
- यह जहाज 28 मीटर लंबा और 5.8 मीटर चौड़ा है।
- यह 20 से 25 किलोमीटर की रफ्तार से चल सकता है।
- यह हाइड्रोजन क्रम है जिस वजह से प्रदूषण नहीं होगा और पानी को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचेगा।
- इसकी टिकट कितनी होगी फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
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