TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

India's Mini Thailand Jibhi: हनीमून के लिए ट्राई करें भारत का थाईलैंड, रोमांचक नजारे जीत लेंगे दिल

India's Mini Thailand Jibhi : घूमने फिरने की शौकीन अक्सर ऐसी जगह की तलाश करते हैं जहां उन्हें अद्भुत नजारों का आनंद लेने के लिए मिल सके। चलिए आज आपको भारत के मिनी थाईलैंड और उसके आसपास मौजूद जगह से रूबरू करवाते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 21 Dec 2023 5:45 PM IST (Updated on: 26 Dec 2023 2:06 PM IST)
Indias Mini Thailand
X

India's Mini Thailand

India's Mini Thailand Jibhi : भारत में घूमने फिरने के लिए एक से बढ़कर एक जगह मौजूद है और हिमाचल की खूबसूरती तो हमेशा से ही लोगों का ध्यान अपनी और खींचते चली आई है। अगर आप भी घूमने फिरने के शौकीन है और प्राकृतिक वादियों से गिरी हुई जगह पर जाना चाहते हैं तो हिमाचल में ऐसी कई जगह है जहां का दीदार किया जा सकता है। आपने वैसे तो यहां की कई सारी जगह के बारे में सुना होगा और कहीं लोग तो घूम कर भी आए होंगे लेकिन अगर आपने यहां का जीभी नहीं देखा है तो आपको तुरंत ही इसे अपनी लिस्ट में शामिल कर लेना चाहिए। हम ऐसा इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि यह बहुत ही रमणीय पर्यटन स्थल है जो आपका दिल जीत लेने वाला है। यह जगह इंडस्ट्रियल एरिया से बिल्कुल दूर प्राकृतिक सुंदरता के बीच बसी हुई है। यहां के गाने देवदार के जंगल मीठे पानी की झील और प्राचीन मंदिर आपको अपनी और आकर्षित कर लेगी। चलिए आज इस बेहतरीन जगह पर मौजूद देखने लायक जगहों के बारे में जानते हैं।

जीभी का मिनी थाईलैंड

जीभी में मिनी थाईलैंड किसी छिपे हुए रत्न की तरह है जो एक समृद्ध वन क्षेत्र के बीच में मौजूद है। यह जगह नदी के रास्ते पर एक तालाब के साथ पत्थर की झोपड़ी की संरचना के लिए पहचानी जाती है। आने वाले पर्यटक किस मिनी थाईलैंड के नाम से पहचानते हैं वहीं स्थानीय लोगों के बीच इस जगह को कुली कटांडी के नाम से पहचाना जाता है। यहां का जो तालाब है उसका पानी क्रिस्टल की तरह साफ नजर आता है और आप इसमें आसानी से तैर भी सकते हैं।

करें सेरोलसर झील का दीदार

अगर आप की भी घूमने के लिए पहुंचे हैं तो आपको इस झील को निहारने के लिए जरूर जाना चाहिए। यह जगह जीभी से सिर्फ 5 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। अगर आप प्राकृतिक सुंदरता को पसंद करते हैं तो आपके यहां पर जरूर जाना चाहिए। देवदार के घने जंगलों से गिरी हुई है जगह समुद्र तल से 3100 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। यहां पर बुद्ध नागिन नाम का एक मंदिर भी मौजूद है जिसका संबंध यहां बहने वाली झील से जुड़ा हुआ है। लोगों का कहना है की झील के पानी में औषधि गुण मौजूद है और यह बहुत ही साफ और स्वच्छ है। हालांकि, इसके साफ और स्वच्छ होने के पीछे की एक खास वजह भी बताई जाती है। जानकारी के मुताबिक यहां पर अभी नाम का एक पक्षी पाया जाता है जो झील में गिरने वाली पेड़, पत्ते, लकड़ी जैसी चीज उठकर बाहर फेंक देता है। इस जगह पर पहुंचना काफी इंटरेस्टिंग हो सकता है क्योंकि इसके लिए आपको 5 किलोमीटर का ट्रैक पूरा करना होगा।

रघुपुर किले का इतिहास

यह किला 10800 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है। वैसे तो अभी एक खंडहर में तब्दील हो चुका है लेकिन यहां से कुल्लू और मंडी क्षेत्र के शानदार नजारे दिखाई देते हैं। जगह को हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं के शानदार नजारे देखने के लिए पहचाना जाता है। इस तरह से हम अपने मोबाइल में घास के मैदान के वॉलपेपर देखते हैं यहां आपको इस तरह के नजारे दिखाई देने वाले हैं। जगह की सुंदरता इतनी शानदार है कि आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। यहां जाने के लिए भी आपको 3 किलोमीटर का ट्रैक पूरा करना होगा।

प्रसिद्ध है श्रृंग ऋषि मंदिर

बीबी से 9 किलोमीटर की दूरी पर श्रृंग ऋषि का मंदिर स्थित है जो अपनी खूबसूरती के लिए पहचाना जाता है। शृंग ऋषि कुल्लू घाटी के 18 प्रमुख देवताओं में से एक है जो एक महान ऋषि थे। स्थानीय लोगों के बीच इस मंदिर का बहुत ज्यादा महत्व है और हजारों की संख्या में श्रद्धालु हर साल यहां पर भगवान श्रृंग का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं। अप्रैल से नवंबर तक के बीच यहां जाने का बेहतरीन समय होता है।



\
Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

Next Story