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Jaipur Hawa Mahal History: बिना नींव के खड़ा है राजस्थान में स्थित हवा महल, जानिए और भी दिलचस्प बातें

Jaipur Hawa Mahal History: वैसे तो राजस्थान में स्थित सभी महल अपनी खूबसूरती से पर्यटकों को अपना दिवाना बना ही लेते हैं, लेकिन जयपुर में स्थित हवा महल की बात ही कुछ ओर है, जो अपने अनोखे अंदाज के लिए जाना जाता है।

Kajal Sharma
Published on: 7 March 2023 3:52 PM IST
hawa mahal tourist place
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Hawa mahal (Social media)

Hawa Mahal Jaipur: अपनी अलग रंग-बिरंगी संस्कृति और इतिहास के लिए मशहूर राजस्थान देश के अतरंगी राज्यों में शामिल है। जहां पर स्थित किले और महल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर ही लेते हैं। वैसे तो यहां पर स्थित सभी महल अपनी खूबसूरती से पर्यटकों को अपना दिवाना बना ही लेते हैं, लेकिन जयपुर में स्थित हवा महल की बात ही कुछ ओर है, जो अपने अनोखे अंदाज के लिए जाना जाता है। गुलाबी रंग के बलुआ पत्थरों से बने इस महल के कारण ही जयपुर को पिंक सिटी का नाम मिला है। शहर में इस महल का निर्माण राजस्थानी और मुगल शैली के दौरान किया गया था। ये सब बातें लगभग सभी जानते हैं। लेकिन फिर भी ऐसी कई बातें हैं, जो कोई नहीं जानता।

हवा महल से जुड़ी दिलचस्प बातें


महल में बनीं हैं 953 खिड़कियां

जयपुर में स्थित हवा महल को पैलेस ऑफ विंड्स के नाम से भी जाना जाता है। हवा महल में 953 खिड़कियां बनाई गई हैं। जिन्हें महल में हवा आसानी से आने के मकसद से बनाया गया है।

किसी के रहने के लिए बना था हवा महल

आप जानकर हैरान होंगे कि हवा महल किसी के रहने के मकसद से नहीं बनवाया गया था। बल्कि राजसी महिलाओं के लिए यह इस महल का निर्माण किया गया था। जहां वह विशेष मौकों पर यहां खिड़कियों से आयोजनों का आनंद लेती थीं। रानियां अपनी दासियों के साथ सिटी पैलेस से यहां आया करती थीं।


महल के अंदर बने हैं मंदिर

हवा महल में कुल तीन मंदिर बनाए गए हैं, हालांकि ज्यादातर लोग इस बारे में नहीं जानते हैं। लेकिन यह मंदिर गोवर्धन मंदिर, प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर के नाम से जाने जाते हैं। पहले लोग गोवर्धन कृष्ण मंदिर में भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए आते थे। लेकिन अब यह मंदिर बंद है।

अवसर में शामिल नहीं होती थीं महिलाएं

आपको यह पता होना चाहिए कि हवा महल खास तौर पर राजसी महिलाओं और उनकी दासियों के लिए बनवाया गया था। दरअसल उस समय महिलाएं खुलेआम किसी भी अवसर में शामिल नहीं होती थी, जिस वजह से वह इन खिड़कियों में से नीचे हो रहे आयोजनों का आनंद लेती थीं।


महल में नहीं है एंट्रेंस

हवा महल का अपना कोई एंट्रेंस गेट नहीं है, क्योंकि यह महल सिटी पैलेस का हिस्सा था, तो इसलिए महिलाएं भी उसी रास्ते से हवा महल में आती थी। आज भी यदि आप हवा महल का आनंद लेने जा रहे हैं तो आपको सिटी पैलेस की ओर से ही एंटर करना पड़ेगा।



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Kajal Sharma

Kajal Sharma

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