Place To Visit In Jhalawar: राजस्थान में मौजूद हैं कई अनदेखी जगहें, घूमने के बाद भूल जाएंगे जयपुर और उदयपुर

Place To Visit In Jhalawar : राजस्थान में आज भी ऐसी कई अनदेखी जगहें मौजूद हैं, जिनके बारे में कई लोग जानते तक नहीं होंगे। झालावाड़, राजस्थान की एक ऐसी ही जगह है, जिसके बारे में शायद आप भी नहीं जानते होंगे।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 2 Aug 2024 8:23 AM GMT
Place To Visit In Jhalawar
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Place To Visit In Jhalawar (Photos - Social Media)

Place To Visit In Jhalawar : राजस्थान अपने भव्य किलों, महलों, रंग-बिरंगे परिधानों, और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। यहाँ की राजशाही वास्तुकला, जैसे कि जयपुर का हवामहल, उदयपुर का सिटी पैलेस, और जोधपुर का मेहरानगढ़ किला, विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। राजस्थान की संस्कृति, लोक कला, और ऐतिहासिक स्थल इसे एक अद्वितीय और आकर्षक राज्य बनाते हैं। यह भारत के पश्चिमी हिस्से में स्थित है, सच में 'राजाओं की भूमि' के नाम से मशहूर है। यहाँ की शाही संस्कृति, ऐतिहासिक किले, महल, और रंगीन लोक जीवन हर किसी को आकर्षित करता है। यहां की मेहमाननवाजी परंपरा और 'राजस्थानी Hospitality' की वजह से यहां आने वाले पर्यटक हमेशा खुश रहते हैं। उदयपुर, जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और जैसलमेर जैसे शहरों की सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व इसे आकर्षक पर्यटन स्थल बनाते हैं।

राजस्थान में झालावाड़ के बारे में बहुत कम लोगों को पता है। यह शहर ऐतिहासिक धरोहर, प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक महत्व से भरपूर है। झालावाड़ की खासियत इसके प्राचीन किले, महल, और मंदिर हैं जैसे कि झालावाड़ किला, जो 10वीं सदी का है और अपनी वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, झालावाड़ की जल संरचनाएँ, जैसे कि कशील भटनागर का तालाब और झालरापाटन में बने कई पुराने तालाब, भी बहुत आकर्षक हैं। यहां की स्थानीय संस्कृति, हस्तशिल्प और विशेष पकवान भी बहुत ही रोचक हैं।

झालावाड़ फोर्ट (Jhalawar Fort)

यह एक शानदार ऐतिहासिक स्थल है। 19वीं सदी में निर्मित यह किला राजपुताना वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है। इसकी भव्यता और खूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। किले की बाहरी खूबसूरती के साथ-साथ इसके अंदर के सुंदर दरबार, शानदार महल और भव्य आंगन इसे और भी आकर्षक बनाते हैं। यहाँ की दीवारों और इंटीरियर्स में प्रयुक्त कला और सजावट राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती है।

Jhalawar Fort


भीमसागर बांध (Bhimsagar Dam)

यह एक बहुत ही सुंदर और शांतिपूर्ण स्थल है, जो झालावाड़ के पास स्थित है। इसकी हरियाली और शांत वातावरण इसे पिकनिक मनाने के सही माना जाता है। मानसून के मौसम में जब बांध का पानी भरपूर होता है और आसपास की हरियाली हरी-भरी हो जाती है, तो यह स्थल और भी आकर्षक हो जाता है। आप भी अपने परिवार और दोस्तों के साथ वीकेंड पर यहां आकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।

झालरापाटन (Jhaalaraapaatan)

यह जगह अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यहां की प्रमुख नदी चन्द्रभागा शहर की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व को और भी बढ़ा देती है। बता दें कि यह मंदिर राजा जालिम सिंह द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर अपनी वास्तुकला, शांत वातावरण और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।

Bhimsagar Dam


झालावाड़ संग्रहालय (Jhalawar Museum)

यह संग्रहालय स्थानीय इतिहास, कला और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है। यहाँ आप राजस्थान की प्राचीन वस्तुएँ, शिल्पकला और ऐतिहासिक कलाकृतियाँ देख सकते हैं।

गागरोन किला (Gagron Fort)

यह किला झालावाड़ के बाहरी क्षेत्र में स्थित है और इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। किले की भव्यता और ऐतिहासिक महत्व इसे एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बनाते हैं। यहाँ की दीवारें और किलेबंदी रक्षात्मक उद्देश्यों के लिए बनाई गई थीं।

Gagron Fort


मिटे शाह का मकबरा (Tomb of Mitte Shah)

यह मकबरा एक ऐतिहासिक स्थल है जो उस समय की वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। यहाँ की कलाकारी और संरचना इसे एक खास स्थल बनाती है।

झालावाड़ बाजार (Jhalawar Market)

यहाँ का बाजार स्थानीय हस्तशिल्प, रंग-बिरंगे कपड़े, और पारंपरिक वस्तुएँ खरीदने के लिए एक शानदार जगह है। बाजार का अनुभव आपको स्थानीय जीवन और संस्कृति की झलक प्रदान करेगा।

Jhalawar Museum


Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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