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Kainchi Dham Temple Guideline: कैंचीं धाम मंदिर समिति ने जारी की वेबसाइट, श्रद्धालुओं के लिए ये सभी जानकारी मिलना होगा अब आसान

Kainchi Dham Temple Full Guideline: कई लोग कैंची धाम या नीम करोली बाबा आश्रम के नाम से सोशल मीडिया पर गलत जानकारी देकर श्रद्धालुओं को भ्रमित कर रहे हैं जिसको लेकर मंदिर समिति ने ये निर्णय लिया है।

Shweta Srivastava
Published on: 21 Jun 2024 6:04 AM GMT
Kainchi Dham Temple
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Kainchi Dham Temple (Image Credit-Social Media)

Kainchi Dham Temple: कैंची धाम, जिसे नीम करोली बाबा आश्रम के नाम से भी जाना जाता है, उत्तराखंड के प्रसिद्ध शहर नैनीताल में स्थित है। ये एक आध्यात्मिक स्थल है। यह श्रद्धेय हिंदू संत, नीम करोली बाबा को समर्पित है, जिन्होंने अपनी शिक्षाओं और चमत्कारों के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। आज भी लाखों की संख्या में श्रद्धालू यहाँ आते हैं। ऐसे में लोगों की सुविधा के लिए कैंचीं धाम मंदिर समिति ने एक वेबसाइट जारी की है जिससे अब श्रद्धालुओं को इसके बारे में सभी जानकारी आसानी से मिल जाये।

कैंचीं धाम मंदिर समिति ने जारी की अपनी वेबसाइट (K
ainchi Dham Temple Committee Launch Their Website)

उत्तराखंड के प्रसिद्ध शहर नैनीताल में स्थित कैंची धाम या नीम करोली बाबा आश्रम बेहद प्रसिद्ध है। लोगों का विश्वास है कि बाबा आज भी यहाँ विद्यमान है और अपने भक्तों की बात सुनते हैं। ऐसे में यहाँ के लिए मिली जानकारी के अनुसार कुछ स्वार्थी तत्व सोशल मीडिया और संचार के विभिन्न चैनलों पर कैंची धाम से जुड़ी गलत और झूठी सूचनाएं सभी तक पंहुचाकर श्रद्धालुओं को भ्रमित कर रहे हैं। इसीलिये मंदिर समिति और प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपनी आधिकारिक वेबसाइट शुरू करने का निर्णय लिया।जिसके माध्यम से अब सही और प्रमाणित जानकारी साझा की जाएगी।

ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि कैंची धाम मंदिर के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://shreekainechimandirtrust.org/ शुरू की गई है। जिसे हनुमान मंदिर और आश्रम ट्रस्ट द्वारा शुरू किया गया है। इस वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालू कैंची मंदिर से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे। साथ ही मंदिर समिति अब सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम के लिंक जल्द ही उपलब्ध होंगे।

इसके साथ ही जानकारी मिली है कि ट्रस्ट ने ये निर्णय लिया गया है कि मंदिर के स्थापना दिवस पर प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

गौरतलब है कि कैंची धाम की स्थापना महान संत श्री नीम करोली बाबा द्वारा 1960 के दशक में नैनीताल-अल्मोड़ा मार्ग पर कैंची गांव में की गई थी। ये एक पवित्र मंदिर और आश्रम है जो पहाड़ियों और पेड़ों से घिरा हुआ है और इसके बगल में एक नदी बहती है। नीम करोली बाबा, देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों भक्तों द्वारा पूजनीय हैं। आपको बता दें कि यहाँ "मंगलवार" की यात्राओं को अधिक पवित्र माना जाता है।

Shweta Srivastava

Shweta Srivastava

Content Writer

मैं श्वेता श्रीवास्तव 15 साल का मीडिया इंडस्ट्री में अनुभव रखतीं हूँ। मैंने अपने करियर की शुरुआत एक रिपोर्टर के तौर पर की थी। पिछले 9 सालों से डिजिटल कंटेंट इंडस्ट्री में कार्यरत हूँ। इस दौरान मैंने मनोरंजन, टूरिज्म और लाइफस्टाइल डेस्क के लिए काम किया है। इसके पहले मैंने aajkikhabar.com और thenewbond.com के लिए भी काम किया है। साथ ही दूरदर्शन लखनऊ में बतौर एंकर भी काम किया है। मैंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड फिल्म प्रोडक्शन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। न्यूज़ट्रैक में मैं लाइफस्टाइल और टूरिज्म सेक्शेन देख रहीं हूँ।

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