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Hasanamba Temple Karnataka: साल में एक सप्ताह के लिए खुलता है कर्नाटक का ये मंदिर, जानें इससे जुड़े अनोखे रहस्य

Karnataka Hasanamba Temple History: भारत का दक्षिण इलाका अपने खूबसूरती और पौराणिक महत्व के लिए पहचाना जाता है। आज हम आपके यहां के एक मंदिर के बारे में बताते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 11 April 2024 6:15 PM IST
Hasanamba Temple Karnataka
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Hasanamba Temple Karnataka (Photos - Social Media)

Hasanamba Temple Karnataka : भारत में एक नहीं बल्कि ऐसे कई स्थान मौजूद है जो अपने चमत्कारों के लिए पहचाने जाते हैं। खास तौर पर यहां के जितने भी धार्मिक स्थान है वह अपने चमत्कारों और भक्तों की विश्वसनीयता की वजह से पहचाने जाते हैं। ऐसा ही एक मंदिर बेंगलुरु से 180 किलोमीटर दूर हसन में स्थित है जिसे हसनंबा मंदिर के नाम से पहचाना जाता है। यह मंदिर मां अंबा को समर्पित किया गया है और इसका निर्माण 12वीं सदी में किया गया था। यह माता को हसन की पीठासीन देवी के रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर की कहानी खासियत है और इससे कई सारी कहानियां भी जुड़ी हुई है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि साल में एक बार केवल एक सप्ताह के लिए ही भक्तों के लिए खोला जाता है।

मंदिर की कहानी

पौराणिक कथाओं के अनुसार, बहुत पहले एक राक्षस, अंधकासुर था, जिसे कठोर तपस्या के बाद, ब्रह्मा से अदृश्य होने का वरदान प्राप्त हुआ। ऐसा वरदान पाकर उसने चारों ओर अत्‍या‍चार मचा दिया। ऐसे में भगवान शिव ने उसका अंत करने का बीड़ा उठाया। उसमें इतनी शक्ति थी कि जब शिव उन्हें मारने की कोशिश करते हैं, तो जमीन पर गिरती उसके खून की एक एक बूंद राक्षस बन जाती। तब भगवान शिव ने अपनी शक्तियों से योगेश्वरी देवी का निर्माण किया, जिन्‍हाेंने अंधकासुर का नाश कर दिया।

Hasanamba Temple Karnataka


केवल 7 दिन होंगे दर्शन

इस मंदिर को दिवाली के दौरान भक्तों के लिए केवल 7 दिन के लिए खोला जाता है। यहां बालीपद्यमी उत्सव के तीन दिन बाद इसे बंद कर दिया जाता है। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त माता का आशीर्वाद लेने के लिए यहां पर पहुंचते हैं। मंदिर बंद होने पर यहां घी का दीपक जलाया जाता है। इसी के साथ गर्भगृह में फूल और पके हुए चावल का प्रसाद रखा जाता है।

Hasanamba Temple Karnataka


सब कुछ रहता है ताजा

यहां जब मंदिर के पट बंद किए जाते हैं और फिर साल भर बाद वापस खोले जाते हैं तो माता का चमत्कार देखने को मिलता है। क्योंकि यहां माता के लिए जलाया गया दीपक उन्हें अर्पित किए गए फूल और प्रसाद बिल्कुल ताजा बने रहते हैं। दीपक पूरी तरह से जलता हुआ दिखाई देता है।

Hasanamba Temple Karnataka




Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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