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Kaudi Mata Mandir: वाराणसी के इस मंदिर में दर्शन करने से ही हो जायेंगें आप धनवान, जानिए क्या है इसका इतिहास
Kaudi Mata Mandir: वाराणसी में कौड़ी माता मंदिर स्थित है यहाँ की मान्यता है कि अगर व्यक्ति माता दे दर्शन पूरे दिल से कर लेता है तो ही वो मालामाल हो जाता है।
Kaudi Mata Mandir: अगर आप भी आर्थिक रूप से कई तरह की परेशानियां झेल रहे हैं और आपको किसी तरह का कोई रास्ता निकलता नहीं दिख रहा है तो अक्सर कई लोगों को भगवान् की शरण में ही जाना याद आता है वहीँ आपको बता दें कि वाराणसी में एक ऐसा मंदिर है जहाँ के मात्र दर्शन से ही व्यक्ति करोड़पति बन जाता है। आइये जानते हैं और क्या-क्या विशेषता है इस मंदिर की।
इस मंदिर के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति बन जाता है करोड़पति
वाराणसी में एक ऐसा चमत्कारिक मंदिर है जहाँ लोग हर दिन भारी तादात में दर्शन करने आते हैं। वहीँ इस मंदिर में शुक्रवार का विशेष महत्त्व है। आइये जानते हैं और क्या क्या खासियत है इस मंदिर की। दरअसल बाबा विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) के शहर बनारस में कौड़ी माता का मंदिर है। आपको बता दें पूरे भारत में एकमात्र कौड़ी माता का मंदिर है। मान्यता है कि कौड़ी माता बाबा विश्वनाथ की बड़ी बहन थीं। यहाँ के मंदिर की मान्यता है कि अगर उन्हें कौड़ी चढ़ाई जाये तो माँ प्रसन्न होतीं हैं और व्यक्ति को मालामाल बना देतीं हैं। साथ ही व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट और बाधाओं से भी मुक्ति मिल जाती है।
यहाँ स्थित है ये मंदिर
कौड़ी माता का ये मंदिर बेहद प्राचीन है और ये मंदिर दुर्गाकुंड के नावबगंज इलाके में स्थित है। वहीँ ये भारत का इकलौता कौड़ी देवी (Kaudi Devi) का प्राचीन मंदिर है। वहीँ आपको बता दें कि लोग यहाँ हर साल भारी मात्रा में माँ के दर्शन करने आते हैं। वहीँ शुक्रवार का दिन विशेष रूप से माँ को समर्पित है इसलिए इस दिन भक्तों की काफी ज़्यादा भीड़ आपको देखने को मिलेगी।
कौड़ी माता दक्षिण भारत की देवी कहलातीं हैं ऐसे में दक्षिण भारत से भी बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शन करने आते हैं। साथ ही माता को कौड़ी चढ़ाते हैं। यहाँ की ऐसी मान्यता है कि कौड़ी माता को कौड़ी चढ़ाकर अगर इसे घर की तिजोरी में रख दिया जाये तो वयक्ति जल्द ही मालामाल हो जाता है। वहीँ कौड़ी को चढाने को लेकर एक और मान्यता ये भी है कि कहते हैं कि माँ को कौड़ी चढाने से काशी यात्रा के समान ही फल मिलता है।
वहीँ कौड़ी माता को भोग भी कौड़ी का ही लगाया जाता है वहीँ उनके वस्त्र भी कौड़ी से ही निर्मित होते हैं। इसके साथ ही साथ उन्हें स्नान भी कौड़ी से ही करवाया जाता है। ऐसे में जो भी भक्त माता के दर्शन को आता है वो उन्हें कौड़ी ज़रूर चढ़ाता है।
यहाँ इस मंदिर में कौड़ी माँ की नियमित रूप से आरती की जाती है जो हर दिन भोर में 5 बजे, शाम को 6 और रात्रि 11 बजे होती है।
नोट: इस आर्टिकल में दी गयी सभी जानकारी मान्यताओं पर आधारित है। न्यूज़ट्रैक इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।