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Kerala Famous Tourist Placese: कोची केरल में रात का ये खूबसूरत नजारा किसी सपने से कम नहीं
Kerala Famous Tourist Places: एक प्रकृति दृश्य भारत के आखिरी राज्य केरल में भी देखने को मिलता है। जहां समुद्र में खूबसूरत सी चमकती रोशनी रात के अंधेरे में अलग ही आकर्षण बनती है।
Kerala Famous Tourist Placese: भारत एक महान देश है, जहां पर कई तरह के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते है। जैसे खूबसूरत सफल चादर सी फैली हुई पर्वत शिखर, उगते सूरज की चमकती रोशनी में वो सुनहरे रंग की होती हुई। पहाड़ों पर रात का वो नजारा जो आसमान में तारों का वो नजारा जो काले मखमल पर मोतिया बिखरे जैसे लगते है। ऐसा ही एक प्रकृति दृश्य भारत के आखिरी राज्य केरल में भी देखने को मिलता है। जहां समुद्र में खूबसूरत सी चमकती रोशनी रात के अंधेरे में अलग ही आकर्षण बनती है।
समुद्र पर झिलमिलाती नीली चमक (Kerala Blue Sparkle In India)
वर्ष 2019 की मलयालम हिट फिल्म 'कुंबलंगी नाइट्स' के एक खूबसूरत दृश्य में बैकवाटर को फ्लोरोसेंट नीली चमक में चमकते हुए दिखाया गया था। इस दृश्य में समुद्री चमक या बायोलुमिनसेंस नामक प्राकृतिक घटना को दर्शाया गया है। मार्च-अप्रैल के दौरान कोच्चि के पास समुद्र से सटे बैकवाटर में यह खूबसूरत नीले रंग की समुद्री चमक देखी जा सकती है। जैसे ही हवा से पानी में लहरें उठती है, यह प्राकृतिक घटना आश्चर्य और ज्यादा आकर्षित दिखाई देने लगता है।
केरल के इन हिस्सों में दिखेगा यह खूबसूरत नजारा
समुद्र की धाराओं से उठती यह खूबसूरत चमक केरल के कुंबलंगी, कल्लनचेरी, अंजिलीथारा, अट्टाथदम और कुलकादावु के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में देखी जा सकती है। अलग-अलग क्षेत्रों में ज्यादा मंत्रमुग्ध कर देने वाली छवियां देखी जा सकती हैं। हालांकि, मछुआरे समुद्र की चमक से खुश नहीं होते हैं। उनके लिए यह आम बात हो जाती है। क्योंकि जब समुद्र बैकवाटर के एक क्षेत्र को रोशन करता है, तो मछलियाँ बाहर चली जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है।
साल में सिर्फ दो महिने ही दिखता है ये नजारा
समुद्र में यह खूबसूरत नजारा आपको वर्ष के हर महीने में देखना मुश्किल है। यह आपको सिर्फ और सिर्फ मार्च-अप्रैल के दौरान कोच्चि के पास समुद्र से सटे बैकवाटर में समुद्री चमक देखी जा सकती है। जैसे ही हवा पानी में लहरें पैदा करती है, यह प्राकृतिक घटना आश्चर्य और ज्यादा सुंदर दिखाई देने लगती है। चांदनी रात में यह नजारा और भी आकर्षक हो जाता है।
इस खुबसूरत घटना के पीछे है ये कारण
बायोलुमिनसेंस या समुद्री चमक को स्थानीय भाषा में 'कवारू' कहा जाता है। इस खूबसूरत घटना के पीछे कोई विशेष कारण नही है। इसके पीछे का कारण है सूक्ष्म जीव। बैक्टीरिया, कवक और शैवाल जैसे सूक्ष्म जीवों द्वारा उत्सर्जित प्रकाश इस प्राकृतिक घटना का निर्माण करता है। इसकी तुलना हजारों जुगनुओं द्वारा एक साथ उत्पन्न प्रकाश से की जा सकती है।
बारिश में बिल्कुल नहीं दिखता बायोलुमिनसेंस
सूक्ष्मजीव दूसरे जीवों को आकर्षित करने और शिकारियों से बचने के लिए प्रकाश उत्सर्जित करते हैं। बायोलुमिनसेंस को अक्सर समुद्र के करीब बैकवाटर में देखा जाता है। यह घटना गर्मियों में ज्यादा स्पष्ट होती है क्योंकि बैकवाटर का साल्टी नेचर और चिपचिपाहट बढ़ जाता है। जैसे-जैसे लवणता बढ़ती है, चमक ज्यादा साफ होती जाती है। बरसात के मौसम में बायोलुमिनेसेंस बहुत कम देखने को मिलता है। पिछले साल चेन्नई के निवासियों ने शहर के समुद्र तटों से बायोलुमिनसेंस देखा था। यह नजारा आपको रात को 11 बजे के बाद ही देखने को मिलता है।