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Lucknow Best Mughalai Food: वेजिटेरियन भी उठा सकते है मुगलई खाने का लुत्फ, यहां मिलेंगे ऑप्शन

Lucknow Best Mughalai Food: लखनऊ अपने स्वाद और खाने के संस्कृति को बनाए रखने के लिए इसका भी तोड़ निकाल लिया है। आपके बीच अब एक ऐसा भी फूड आउटलेट है जो खाने में मुगलई स्वाद देते है, वो भी वेज खाने में।

Yachana Jaiswal
Written By Yachana Jaiswal
Published on: 27 March 2024 12:37 PM GMT
Vegetarian Mughalai Food Option in Lucknow
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Vegetarian Mughalai Food Option (Pic Credit-Social Media)

Lucknow Best Mughalai Food: बढ़िया भोजन प्रतिष्ठानों से लेकर छोटे ढाबा-शैली के भोजन तक, लखनऊ में असंख्य मुगलई रेस्तरां हैं। जहां आप प्रामाणिक लखनवी व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। नवाबों और कबाबों का शहर, लखनऊ का नाम सुगंधित बिरयानी और मुंह में पानी ला देने वाले कबाबों की एक विस्तृत सीरीज के रूप में भी जाना जाता है। मुगल के दस्तरख्वान के गलावत कबाब, 100 साल पुराने टुंडे कबाबी के प्रसिद्ध कबाब, नौशिजान के बोटी कबाब और इदरीश होटल की मटन बिरयानी टूरिस्ट और स्थानीय लोगों के बीच समान रूप से लोकप्रिय हैं।

मुगलई खाना इस लिए है खास

मुगलई खाना अपने मसालों और बनाने की कला के लिए प्रसिद्ध है। मुगलई खाना, पकाने के लिए एक प्रकार, धीमी दम पुख्त शैली के लिए भी जाना जाता है। जो नॉनवेज को स्वाद प्रदान करने के लिए भाप दबाव तकनीक का उपयोग कर बनाया जाता है। जिसमे भुने हुए मसालों के साथ नॉनवेज को धीमी आंच में दम लगाकर पकाया जाता है।

पेश है वेज के लिए खास मुगलई विकल्प

शहर के सबसे शानदार मुगलई प्रतिष्ठानों के लिए कई सारे नॉनवेज रेस्टोरेंट है। लेकिन अगर किसी वेजिटेरियन को मुगलई खाने का स्वाद चखना हो तो? लखनऊ अपने स्वाद और खाने के संस्कृति को बनाए रखने के लिए इसका भी तोड़ निकाल लिया है। आपके बीच अब एक ऐसा भी फूड आउटलेट है जो खाने में मुगलई स्वाद देते है, वो भी वेज खाने में। जहां पर किसी भी तरह का कोई नॉनवेज मटन, चिकन, का प्रयोग किए बिना हमे कबाब और लॉलीपॉप खाने को मिलता है। हम बात कर रहे है, डब्बू वेज की.. जो वेजीटेरियन के लिए खास मुगलई स्वाद का जायका लेकर आए है।

वे शाकाहारी विकल्पों में मुगलई स्वाद कैसे दे सकते हैं?

डब्बू वेज में व्यंजनों को कई प्रकार के सुगंधित मसालों, नट्स, सूखे मेवों और कई अन्य सामग्रियों के साथ पकाया जाता है। जो स्वाद में समृद्ध होते हैं और आपकी स्वाद कलियों के लिए बेहद संतोषजनक भी होते हैं।



मेन्यू मैं है कई सारे विकल्प,

उनके पास कबाब, ग्रेवी और सूखी चाप, बिरयानी, मुगलई पराठा जैसे बहुत सारे शाकाहारी विकल्प हैं। यहां के सभी फूड आइटम में आपको मुगलई स्वाद मिलेगा वो भी बिना कोई नॉनवेज के।

समय: शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक

कीमत: 150/- 2 लोगों के लिए

स्वाद- 5/5

मुगलई भोजन चिकन और अन्य मांस वाले फूड आइटम से काफी प्रभावित है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भोजन में शाकाहारी विकल्प नहीं हैं! वास्तव में, सबसे अधिक पसंद की जाने वाली भारतीय शाकाहारी ग्रेवी में से कुछ मुगलई व्यंजनों से आती हैं, तो जब मंसाहारी भोजन का मूड न हो तो सर्वश्रेष्ठ शाकाहारी मुगलई भोजन क्यों न आजमाई जाए। एक बार जब आप डब्बू वेज के कबाब और अन्य व्यंजन आज़माएंगे तो आपको यह बहुत पसंद आएगा और आप हमेशा इस जगह पर आएंगे।

डब्बू वेज के लोकेशन

डब्बू वेज फूड आउटलेट लखनऊ में कई जगहों पर है। जहां आप प्योर मुगलई खाना वो भी वेजीटेरियन वैरायटी में खा सकते है। डब्बू वेज का आउटलेट आशियाना, सआदतगंज, और चौक में स्थित है। इनके अलग अलग लोकेशन में अपने नजदीकी लोकेशन में पहुंचकर आप मुगलई खाने का लुत्फ उठा सकते है।



लोकेशन: डब्बू वेज

  • पुलिस स्टेशन, किला रोड, पावर हाउस चौराहा के पास, आशियाना, एमराल्ड मॉल के सामने, सेक्टर के, एंट्रीवे, लखनऊ।
  • 360/70, मातादीन रोड, सआदतगंज, इंदिरा नगर लखनऊ, (पीएनबी बैंक या सआदतगंज पुलिस स्टेशन के पास)।
  • कंपनी बाग के सामने, चौक, लखनऊ, उत्तर प्रदेश।
Yachana Jaiswal

Yachana Jaiswal

Content Writer

I'm a dedicated content writer with a passion for crafting engaging and informative content. With 3 years of experience in the field, I specialize in creating compelling articles, blog posts, website content, and more. I can write on anything with my research skills. I have a keen eye for detail, a knack for research, and a commitment to delivering high-quality content that resonates with the audience. Author Education - I pursued my Bachelor's Degree in Journalism and Mass communication from Sri Ramswaroop Memorial University Lucknow. Presently I am pursuing master's degree in Master of science; Electronic Media from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication Bhopal.

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