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Lucknow Lord Shiva Temple : लखनऊ के इस महादेव में मंदिर में नाव के सहारे होते हैं दर्शन, पुराना है इतिहास

Lucknow Lord Shiva Temple : लखनऊ के गोमतीेश्वर महादेव मंदिर की बात कर रहे हैं। यहां पर महादेव का इकलौता ऐसा मंदिर है। इस मंदिर में शिव भक्त दर्शन करने के लिए नाव से आते हैं।

Richa Vishwadeepak Tiwari
Published on: 18 Jan 2024 8:15 AM IST (Updated on: 18 Jan 2024 8:16 AM IST)
Lucknow Lord Shiva Temple
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Lucknow Lord Shiva Temple (Photos - Social Media)

Lucknow Lord Shiva Temple : लखनऊ में एक ऐसा मंदिर है, जहां पर जाने के लिए हमें नाव का सहारा लेना पड़ता है। दरअसल, यह लखनऊ के गोमतीेश्वर महादेव मंदिर की बात कर रहे हैं। यहां पर महादेव का इकलौता ऐसा मंदिर है। इस मंदिर में शिव भक्त दर्शन करने के लिए नाव से आते हैं। इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1932 में की गई थी। पहले यह मंदिर किनारे पर था लेकिन जब बाढ़ आई तब मंदिर पानी के बीच में चला गया। अब यहां पर दर्शन करने के लिए भक्तों को नाव का सहारा लेना पड़ता है।

90 वर्ष पुराना मंदिर

यूपी की राजधानी लखनऊ में ऐसी कई अद्भुत इमारतें और मंदिर हैं, जिनका अपना एक गौरवशाली इतिहास है. लेकिन, यहां पर महादेव का इकलौता ऐसा मंदिर है जो गोमती नदी के बीच में स्थित है. इस मंदिर में शिवभक्त दर्शन करने के लिए नाव से आते हैं. करीब 90 वर्ष पुराने इस शिव मंदिर का नाम गोमेश्वर महादेव मंदिर है. खास बात यह है यहाँ पे जाने के लिये आपको नाव का सहारा लेना पड़ेगा

Lucknow Lord Shiva Temple


इतिहास

लखनऊ में गोमती नदी पर स्थित महादेव के गोमेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना वर्ष 1932 में की गई थी. पहले यह मंदिर किनारे पर था, लेकिन जब बाढ़ आई तब मंदिर नदी के बीचों-बीच चला गया. अब यहां पर दर्शन करने के लिए भक्तों को नाव का सहारा लेना पड़ता है. सबसे पहले मंदिर में पहुंचने के लिए उपासना स्थल पहुंचना होगा जो कि मनकामेश्वर मंदिर से थोड़ा पहले है. इस स्थल पर पहुंचने के बाद जैसे ही नीचे उतरेंगे तो थोड़ा अंदर जाने पर मंदिर नजर आ जायेगा. सच मानिये यहाँ आकार आपको एक अलग सा सकूं मिलेगा क्यूंकि चारो और हरे भरे पेड़, सुन्दर बतखे और चारो और गोमती नदी है तो आप बिलकुल प्रकृति से रूबरू हो जायेंगे अच्छा यह शिव मंदिर अति प्राचीन है क्यूंकि मुख्य मन्दिर में मंदिर का स्थापना वर्ष 1932 है और इसके लगे में ही एक बरामदा सा है जहाँ आप हवन इत्यादि भी कर सकते है एवं इसी बरामदे में अन्य देवी देवताओ की भी मूर्तियाँ है, आप उन सभी के दर्शन कर सकते हैं।



लोकेशन

लोकेशन की बात करते हैं सबसे पहले आपको उपासना स्थल पहुंचना होगा जो कि मनकामेश्वर मंदिर से थोड़ा पहले है। इसके बाद जैसे ही नीचे उतरेंगे थोड़ा अंदर जाने पर मंदिर नजर आ जाएगा। सच मानिए यहां पर आकर आपको एक अलग सा सुकून मिलेगा। इसके चारों ओर गोमती नदी है।



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Richa Vishwadeepak Tiwari

Richa Vishwadeepak Tiwari

Content Writer

मैं रिचा विश्वदीपक तिवारी पिछले 12 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हूं। 2011 से मैंने इस क्षेत्र में काम की शुरुआत की और विभिन्न न्यूज चैनल के साथ काम करने के अलावा मैंने पीआर और सेलिब्रिटी मैनेजमेंट का काम भी किया है। साल 2019 से मैंने जर्नलिस्ट के तौर पर अपने सफर को शुरू किया। इतने सालों में मैंने डायमंड पब्लिकेशंस/गृह लक्ष्मी, फर्स्ट इंडिया/भारत 24, UT रील्स, प्रातः काल, ई-खबरी जैसी संस्थाओं के साथ काम किया है। मुझे नई चीजों के बारे में जानना, लिखना बहुत पसंद हैं , साथ ही साथ मुझे गाना गाना, और नए भाषाओं को सीखना बहुत अच्छा लगता हैं, मैं अपने लोकल भाषा से बहुत प्रभावित हु जिसमे , अवधी, इंदौरी, और बुंदेलखंडी आती हैं ।

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