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Lucknow Traffic Jam: लखनऊ में ट्रैफिक जाम कहां-कहां, इन रास्तों पर जाने से बचें
Lucknow Traffic Jam: जाम से बचने के लिए आप अलग रास्ता अपना सकते है। जिससे आप को बिना ट्रैफिक में फंसे गंतव्य तक समय पर पहुंचने में आसानी होगी।
Lucknow Traffic Jam: लखनऊ के अकबरपुर नगर में अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हो रही है। नदी के किनारे बसे, बस्ती में एक हजार से ज्यादा मकान समेत कई दुकानें भी है। इस ध्वस्तीकरण कार्य से लखनऊ में जगह-जगह ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई है। हर तरफ लोगों को लंबे जाम का सामना करना पड़ रहा है। जिससे गंतव्य तक पहुंचाने में भी देरी हो रही है। इस सरकारी कार्यवाई के बाद ट्रैफिक पुलिस ने आनन-फानन में रूट डायवर्जन कर वाहनों को दूसरी तरफ मोड़ा। जिससे अचानक हुए डायवर्जन से जग-जगह जाम की स्थिति बन गई। जाम से बचने के लिए आप अलग रास्ता अपना सकते है। जिससे आप को बिना ट्रैफिक में फंसे गंतव्य तक समय पर पहुंचने में आसानी होगी। प्रशासन की कार्यवाई से प्रदर्शनकारियों का भी हुजूम उमड़ सकता है, इसलिए बस्ती के बाहर के लोगों को वहा रुककर ध्वस्तीकरण देखने से मनाही है।
बचना है ट्रैफिक से तो ये रास्ते अपनाए
लखनऊ में महानगर और शक्ति नगर क्षेत्रों के बीच स्थित, इस खंड पर यातायात की भारी भीड़भाड़ देखी जा सकती है। लखनऊ पुलिस ने हजरतगंज, आलमबाग, महानगर, चौक और गौतमपल्ली में 11 प्रमुख मार्गों पर 'नो-पार्किंग जोन' लागू किया है।
महानगर से इंदिरा नगर जाने वाले यात्रियों को महानगर में पीएसई क्षेत्र से होकर जाने की सलाह दी जाती है। वहां से, नए कुकरैल पुल की ओर बढ़ें और सीधे मीना मार्केट, इंदिरा नगर के ए ब्लॉक तक पहुंचें।
न्यू कुकरैल फ्लाईओवर के माध्यम से गोमती नगर से आने वाले और इंदिरा नगर की ओर जाने वाले वाहनों के लिए, फ्लाईओवर से बाहर निकलने पर सीधे आगे बढ़ने, और मीना बाजार मार्ग की ओर दाएं मुड़ने की सलाह दी जा रही है।
इसी प्रकार, फ्लाईओवर से होकर गोमती नगर की ओर से आने वाले और महानगर की ओर जाने वाले वाहनों को फ्लाईओवर से नीचे उतरने के बाद सीधे आगे बढ़ कर चलते रहने का विकल्प दिया जा रहा है। सीधे चलते रहें, बाएं मुड़ें और अपने इच्छित गंतव्य तक पहुंचने के लिए न्यू कुकरैल ब्रिज के माध्यम से पीएसई की ओर निकल जाए।
क्यों हटाई जा रही मकान व दुकानें?
अकबरनगर में कुकरैल के पास 1000 से ज्यादा मकानों को ध्वस्त कर हटाया जा रहा है। हालांकि अभी मामला हाईकोर्ट में है, क्योंकि कुछ लोग अपने मकान और दुकान को खाली नहीं करना चाहते हैं लेकिन जो बचे लोग सरकार के प्रस्ताव से खुश है उन लोगों के लिए प्रशासन ने अपनी कार्यवाई को शुरू करने के लिए दस्ता भेज दिया है। बस्ती से विस्थापित लोगों को बसंतकुंज एरिया में भेजा जा रहा हैं। कुछ महिलाओं और पुरुषों जो बस्ती में रहते है उन्हें नाराजगी भी है। जिसके बाद दुकानों मकानों को खाली कराकर तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि सरकार कुकरैल नदी के पास भी गोमती नगर के तर्ज पर रिवरफ्रंट बनाना चाहती है जिसके लिए वहां से लोगों के हुजूम को हटाया जा रहा है। साथ ही सरकार इस ध्वस्तीकरण से प्रभावित लोगों को 4 लाख में मकान देने की पेशकश दी हैं।