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Madhya Pradesh Famous Temple: मध्य प्रदेश का यह खूबसूरत शिव मंदिर, बरसात में बढ़ जाती है सुंदरता
Madhya Pradesh Famous Temple: मध्य प्रदेश में भोजपुर, महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर के अतिरिक्त भी कई खूबसूरत महादेव के मंदिर है, चलिए जानते है मध्य प्रदेश के उदयपुर में प्रसिद्ध मंदिर के बारे में..
Madhya Pradesh Famous Shiv Temple: भोपाल से लगभग 150 किलोमीटर दूर विश्व धरोहर स्थल सांची को पार करते हुए, विदिशा हाईवे पर गुलाबगंज-गंजबासौदा रोड पर आप एक खूबसूरत मंदिर देख सकते है। रोड से बाएं मोड़ तक चलते हुए, आप जिस मंदिर के निकट पहुंचते है वह नीलकंठेश्वर मंदिर है। नीलकंठेश्वर नाम से प्रसिद्ध इस मंदिर को भव्य और पौराणिक मान्यताओं से धनी माना जाता है। इस मंदिर में सावन और शिवरात्रि जैसे त्योहारों के समय भारी भीड़ देखने को मिलती है। यदि आप भी इस मंदिर में भगवान शिव के अलौकिक स्वरूप का दर्शन करना चाहते है तो आप यहां आ सकते है, कैसे चलिए हम बताते है।
नाम: नीलकंठेश्वर मंदिर(Neelkantheshwar Mandir)
पता: W334+RHH, शिव मंदिर रोड, उदयपुर, मध्य प्रदेश
ऐसे करें दर्शन (How To Reach Here)
नीलकंठेश्वर बाबा के दर्शन करने के लिए आपको सबसे उचित निजी वाहन की सवारी ही पड़ेगी। क्योंकि यह मंदिर ऐसे जगह पर जहां सरकारी वाहनों का प्रयोग कर पाना मुश्किल है। आप जब भोपाल से 150 किलोमीटर आगे एनएच 146 की तरार बढ़ते है तो आप गुलाबगंज - गंजबासौदा रोड के तरफ निकल जायेंगे, फिर उधर से बाएं तरफ मुड़कर कुछ दूरी ड्राइव करने के बाद आप यहां पहुंच जायेंगे। यह मंदिर उदयपुर शहर से लगभग 16 किलोमीटर दूर स्थित है।
मंदिर की वास्तुकला
महादेव का यह मंदिर उदयपुर के शासक राजा द्वारा बनाया गया है। इसलिए यह मंदिर भव्य है, इसकी वास्तुकला आपको आकर्षित करती है। एक बार इस मंदिर के तरफ देखने पर आप इसको निहारने के लिए मजबूर हो जाते है। इसपर बारीकी के साथ कई खूबसूरत भगवान की मूर्तियां और उनके पौराणिक कथाओं को अलंकृत किया गया है। आपको यहां पर बलुआ पत्थर पर खूबसूरत नक्काशी देखने को मिलती है। हालांकि मंदिर को वर्तमान में देखकर ऐसा लगता हैं कि मंदिर पर इतिहास में आक्रमण किया गया था, जिससे मंदिर के बाहर बने कई संरचनाएं टूटी हुई है। मंदिर के गर्भगृह के लिए ऊंचा शिखर बनाया गया है, जिसपर भगवा रंग का झंडा लगा हुआ है।
मंदिर में शिवलिंग की अलग है खूबसूरती
मंदिर में बाबा का शिवलिंग बहुत ही सुंदर है, यहां पर महादेव के शिवलिंग पर किसी धातु(संभावित पीतल) का परत चढ़ा हुआ हैं जिसपर बाबा के आंख मुंह और नाक की सुन्दर संरचना बनी हुई है। यह बहुत ही सुन्दर और आकर्षक है।
ऐसे हुआ था मंदिर का निर्माण(History Of Temple)
विदिशा जिले में गंजबासोदा के पास उदयपुर नाम का एक छोटा सा शहर है। नीलकंठेश्वर मंदिर ही इसे प्रसिद्ध बनाता है। परमार शासक उदयादित्य ने एक मंदिर का निर्माण करवाया। वह प्रसिद्ध राजा भोज (1010-1050 ई.) का पुत्र थे। मध्य भारत में ऐसे मंदिरों का पता लगाना चुनौतीपूर्ण है जिसकी सटीक तिथि निर्धारित की जा सकती है। निश्चित तिथि वाले दुर्लभ मंदिरों में से एक उदयेश्वर मंदिर है। मंदिर पर लगे दो शिलाओं से पता चलता है कि इसका निर्माण 1059 और 1080 के बीच परमार राजा उदयादित्य के शासनकाल के दौरान हुआ था। यह लाल बलुआ पत्थर का मंदिर संवत 1116 और 1137 (ई.1059-1080) के बीच बनाया गया था। यह महादेव के आकर्षक मंदिरों में से एक है। जहां आपको अद्भुत शांति का अनुभव होगा।