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Muzaffarnagar Tourist Place: मुजफ्फरनगर में इन धार्मिक स्थलों की जरूर करें सैर, अद्भुत है ये जगह
Muzaffarnagar Famous Tourist Place: मुज़फ़्फ़रनगर में शीर्ष दर्शनीय स्थल हैं गणेशधाम, वहलना जैन मंदिर, भैरों का मंदिर, अक्षय वट वाटिका, संकीर्तन भवन, प्राणीशास्त्र संग्रहालय।
Muzaffarnagar Tourist Place : उत्तर प्रदेश भारत में सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य है। जहां एक काफी बड़ी आबादी रहती है। यहां आपको धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक हर तरह के पर्यटन स्थल देखने के लिए मिल जाते हैं। लखनऊ के अलावा इसकी राजधानी, वाराणसी, इलाहाबाद, चौरी-चौरा, गोरखपुर, झांसी, मथुरा आदि जैसे अन्य शहर है। जहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। इन्हीं में से एक है मुजफ्फरनगर। जहां की जगह लोगों को आकर्षित करती है। मुज़फ़्फ़रनगर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले में स्थित एक नगर है। मुज़फ़्फ़रनगर यह ज़िले का मुख्यालय भी है। मुज़फ़्फ़रनगर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का भाग है और राष्ट्रीय राजमार्ग 58 द्वारा कई स्थानों से जुड़ा हुआ है।
मुज़फ़्फ़रनगर इतिहास (Muzaffarnagar History)
इतिहास और राजस्व प्रमाणों के अनुसार दिल्ली के बादशाह, शाहजहाँ, ने सरवट (SARVAT) नाम के परगना को अपने एक सरदार सैयद मुजफ़्फ़र खान को जागीर में दिया था जहाँ पर 1633 में उसने और उसके बाद उसके बेटे मुनव्वर लश्कर खान ने मुजफ़्फ़र नगर नाम का यह शहर बसाया। परन्तु इस स्थान का इतिहास बहुत पुराना है। काली नदी के किनारे सदर तहसिल के मंडी नाम के गाँव में हड़प्पा कालीन सभ्यता के पुख्ता अवशेष मिले हैं।
गणेशधाम, मुजफ्फरनगर (Ganeshdham, Muzaffarnagar)
गणेशधाम मुजफ्फरनगर का एक प्रसिद्ध मंदिर है जो गणेश की 35 फीट ऊंची प्रतिमा के लिए लोकप्रिय है। एक तरफ त्रिपथ नदी और दूसरी तरफ वट वृक्ष नदी बहती है, इसलिए स्थानीय लोग अक्सर शांतिपूर्ण माहौल के लिए यहां आते हैं। गणेश धाम के पीछे भगवान हनुमान की एक विशाल प्रतिमा भी है।
वहलना मुजफ्फरनगर (Wahalna Muzaffarnagar)
वहलना मुजफ्फरनगर से 4 किलोमीटर दूर स्थित एक छोटा सा गांव है जो वहलना जैन मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर जैनियों के लिए एक प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है और इसे श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर का मुख्य आकर्षण भगवान पार्श्वनाथ की 31 फीट ऊंची प्रतिमा है।
भैरों मंदिर मुजफ्फरनगर (Bhairon Temple Muzaffarnagar)
Muzaffarnagar Tourist Place : भैरों का मंदिर भगवान भैरव को समर्पित है, जहाँ किसी भी स्थानीय परिवहन की मदद से आसानी से पहुँचा जा सकता है। इस मंदिर का एक प्रमुख आकर्षण एकादशी शिवलिंग है। एकादश शिवलिंग विभिन्न शिवलिंगों का एक समूह है; जो हिंदू भक्तों के लिए एक विशिष्टता है। यह मंदिर बहुत ही एकांत, शांतिपूर्ण, हलचल और प्रदूषण मुक्त स्थान पर स्थित है, इसलिए यह आध्यात्मिक जागृति के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है। यह स्थान त्योहारों के दौरान सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला होता है, जहाँ पंडित सुबह-शाम भजन गाते और मंत्रोच्चार करते हैं। शिवरात्रि के दौरान, यहाँ देश भर के साथ-साथ विदेशों से भी भक्त आते हैं। इस मंदिर में जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी तक है; इस दौरान जागृति के लिए सबसे अच्छा मौसम और वातावरण होता है।
अक्षय वट वाटिका मुजफ्फरनगर (Akshaya Vat Vatika Muzaffarnagar)
मुजफ्फरनगर में अक्षय वट वाटिका एक विशाल बरगद का पेड़ है जो 5100 साल पुराना है, जिसकी जड़ें चारों ओर फैली हुई हैं और पेड़ की ऊंचाई 150 फीट है। ऐसा माना जाता है कि ऋषि सुखदेव ने इस विशेष पेड़ के नीचे बैठकर अर्जुन के पोते राजा परीक्षित को लगातार 7 दिनों तक पुराण सुनाया था। इसलिए, इस पेड़ को पवित्रता, सत्य और क्षमा का प्रतीक माना जाता है।
संकीर्तन भवन मुजफ्फरनगर (Sankirtan Bhawan Muzaffarnagar)
मुजफ्फरनगर में संकीर्तन भवन भगवान तिरुपति बालाजी को समर्पित एक मंदिर है, जो इसे उत्तरी भारत में भगवान बालाजी का एकमात्र मंदिर बनाता है। इस मंदिर को कीर्तन भवन के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहाँ हर दिन शाम के समय कीर्तन (धार्मिक भजन) आयोजित किया जाता है।