खूबसूरती का खजाना है गुजरात का ये BEACH, जानें फिर क्यों रहता है वीरान

डुमस बीच की भूतियां कहानियां जो इसे देश की डरावनी जगहों में से एक हैं। यदि आप घूमने जाने वाले है तो जान लें ये बातें।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 20 April 2021 6:26 AM GMT
गुजरात के सूरत के पास स्थित डुमस बीच
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डुमस बीच, साभार-सोशल मीडिया

सूरत : डुमस बीच (Dumas Beach ) शहरी समुद्र तट (Sea Beach) है जो सूरत शहर के दक्षिण में 21 किमी की दूरी पर स्थित है। डुमस बीच सूरत के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है। इस समुद्र तट पर अक्सर लोग आते हैं, क्योंकि यह एक शांत बीच है जहां लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मजे कर सकते हैं। वैसे भी कोरोना के समय में अगर शांति की तलाश में है और भीड़ से दूर रहना चाहते हैं तो यह बीच सबसे अच्छी जगह है।

पीक ऑवर्स के दौरान इस बीच पर जाते हैं, तो किनारे से ऊंट और घोड़े की सवारी का आनंद भी ले सकते हैं। डुमस बीच के बारे में कुछ भूतियां कहानियां हैं जो इसे देश की डरावनी जगहें में से एक बनाती हैं।

पहले कर लें ये तैयारी

यदि आप डुमस बीच घूमने जाने वाले है तो जान लें ये सारी बातें।मुख्य समुद्र तट से सटा एक प्राचीन मंदिर डुमस बीच का प्रमुख आकर्षण है जिसे दरिया गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है। यदि डुमस बीच की यात्रा पर जाने वाले है तो अपनी यात्रा में इस मंदिर के दर्शन के लिए भी जा सकते है।


डुमस बीच, साभार-सोशल मीडिया

इस बीच के किनारे में भारतीय स्नैक्स बेचने वाली कई दुकानें भी मिलेगी जहाँ आप जिया (प्रसिद्ध "लश्करी टमाटर भजिया"), पाव भाजी, चारकोल पर मीठा कॉर्न, आदि चख सकते है। इनके अलावा शाकाहारी विकल्पों के साथ, चीनी और भारतीय भोजन परोसने वाले कई रेस्तरां भी उपलब्ध हैं।

डुमस बीच की ट्रिप के लिए टिप्स

जब भी डुमस बीच आयें तो अपने सामान की देखभाल करें। जहां तक हो सके पैसे ही अपने पास कम रखें तो वही सही होगा। यदि आपके साथ बच्चे भी हैं तो आप उन पर विशेष रूप से नजर रखें और उन्हें अपनी आंखों से ओझल न होने दें अन्यथा डुमस बीच की यात्रा आपके लिए परेशानी का सबक भी बन सकती हैं।


डुमस बीच, साभार-सोशल मीडिया

अजनबी व्यक्तियों से खाने पीने के लिए कुछ न लें।ध्यान दें डुमस बीच तैराकी के लिए आदर्श गंतव्य नहीं है इसीलिए यदि आपको ठीक से तैराकी नहीं आती तो गहरे पाने में बिलकुल ना जायें। आप जब भी डुमस बीच आयें तो अपनी ट्रिप को एन्जॉय करने के लिए कम से कम 2 – 3 घंटे का समय जरूर निकालें।

अपने फोन को खारे पानी से सुरक्षित रखें क्योंकि अचानक लहरें आपके डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकती हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात अँधेरा होने से पहले इस बीच से वापिस लौट जाएँ क्योंकि शाम के टाइम यहाँ रुकना खतरनाक हो सकता है।


डुमस बीच, साभार-सोशल मीडिया


रहस्यमयी कहानियां

डुमस बीच गुजरात में अरब सागर के किनारे स्थित है जो अपनी काली रेत और रहस्यमय गतिविधियों के लिए चर्चा में रहता है और डुमस बीच की भुतिया कहानी,कई अनजाने और अजीबो-गरीब किस्से यहां होने का पता चला है, जैसे की यहाँ पर लोगों को अजीब फुसफुसाहट सुनाई देती है और लोगों का रात में अचानक गायब होना जैसी घटनाएं भी सामने आई हैं।


डुमस बीच, साभार-सोशल मीडिया

एक ऐसी जगह जहां सुनाई देती हैं कुछ आवाजें चीखने की, चिल्लाने की। रात के अंधेरे में कोई मदद की गुहार लगाता है कोई फूट-फूटकर रोता है, लेकिन दिखता कोई नहीं। कभी कभी जहां शाम ढलने के बाद खनकती हैं चूड़ियां, बजते हैं घुंघरू....साज की एक ऐसी दुनिया जिसमें जिंदगी का नामो-निशान तक नहीं। यहाँ की रहस्यमय सुंदरता की खोज में बहुत से लोग अपनी जान गवां चुकें हैं।

यह बीच 24 घंटे खुला रहता है लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा पर्यटकों और स्थानीय लोगों सभी पर सूर्यास्त के बाद यहां आने पर पाबंदी लगा दी गई है इसीलिए आप यहाँ जब भी आयें तो दिन में ही अपनी ट्रिप को प्लान करें।


डुमस बीच, साभार-सोशल मीडिया

काले रंग की है यहां की रेत

इस बीच की सबसे डुमस बीच का इतिहास अरब सागर से लगा हुआ यह बीच सूरत से 21 किलोमीटर की दूरी पर है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि यहां की रेत का रंग काला है। इस बीच का इतिहास किसी को नहीं पता। लेकिन, स्थानीय लोगों का कहना है कि सदियों पहले यहां पर आत्माओं ने अपना बसेरा कर लिया और इसी के चलते यहां की रेत काली हो गई। इसी बीच के पास लाशें भी जलाई जाती हैं।

लोगों का मनना है कि जिन लोगों को मोक्ष प्राप्त नहीं होता है, या जिनकी अकाल मृत्यु हो जाती है, उनकी रूह इस बीच पर बसेरा कर लेती है। यह फेमस लव स्पॉट भी है। कई कपल्स का कहना है कि दिन में खूबसूरत दिखाई देने वाला यह बीच शाम होने के बाद से ही डरावना नजर आने लगता है। बीच पर रोने और सिसकने की भी आवाजें सुनाई देती हैं।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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