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Mysterious Train History: इस सुरंग में रोम की यह ट्रेन हुई गायब, जानते हैं इस अनसुलझे रहस्य के बारे में

Italian Ghost Train True Story: ट्रेन के सुरंग में प्रवेश करने के कुछ ही क्षणों बाद एक अजीब-सी धुंध छा गई और उसके बाद ट्रेन, यात्री और कर्मचारी सब कुछ गायब हो गया।

AKshita Pidiha
Written By AKshita Pidiha
Published on: 18 Dec 2024 2:48 PM IST
Italian Ghost Train
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Italian Ghost Train (Photo - Social Media)

Italian Ghost Train Story: इतिहास के पन्नों में कई ऐसे रहस्य छिपे हुए हैं जो समय के साथ और भी पेचीदा बन गए हैं। इनमें से एक घटना 1911 में रोम, इटली के पास घटी, जिसे "सांजियोवानी सुरंग की रहस्यमयी घटना" के नाम से जाना जाता है। इस घटना में एक ट्रेन और उसमें सवार 100 से अधिक यात्री अचानक गायब हो गए और फिर कभी वापस नहीं लौटे। यह कहानी आज भी लोगों के मन में कौतूहल और रहस्य का भाव उत्पन्न करती है।

घटना का विवरण

1911 की यह घटना एक विशेष ट्रेन यात्रा से जुड़ी है। यह यात्रा जेनोटी कंपनी द्वारा संचालित की जा रही थी, जो अपनी शानदार और लग्जरी ट्रेनों के लिए मशहूर थी। यह ट्रेन रोम के पास एक नई सुरंग से गुजरने वाली थी।


यात्रा का आरंभ:

यह ट्रेन एक ऐतिहासिक यात्रा के लिए बनाई गई थी, जिसमें कुल 106 यात्री और 6 कर्मचारी सवार थे। ट्रेन में धनी और प्रतिष्ठित लोग यात्रा कर रहे थे। इस यात्रा का उद्देश्य रोम के पास स्थित "सांजियोवानी सुरंग" को पार करना था। यह सुरंग हाल ही में बनाई गई थी और इसका उद्घाटन किया जाना था।ट्रेन अपने निर्धारित मार्ग पर चल रही थी।जैसे ही ट्रेन सुरंग में प्रवेश करती है, वह धीरे-धीरे पूरी तरह से अदृश्य हो जाती है।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेन के सुरंग में प्रवेश करने के कुछ ही क्षणों बाद एक अजीब-सी धुंध छा गई और उसके बाद ट्रेन, यात्री और कर्मचारी सब कुछ गायब हो गया। ट्रेन के बाहर इंतजार कर रहे लोग दंग रह गए क्योंकि ट्रेन सुरंग से बाहर नहीं आई।


यह ट्रेन 1911 में रोम के मिलान (Milan) से अपनी यात्रा पर निकली थी। इसे एमिलिया रोमाग्ना (Emilia-Romagna) स्टेशन से होकर लोम्बार्डी (Lombardy) तक जाना था। उस समय जेनेटी रेलवे कंपनी ने एक विशेष एडवर्टाइजिंग अभियान शुरू किया था, जिसमें उन्होंने एक नई टूरिस्ट ट्रेन के लिए खास लग्जरियस डिब्बे तैयार किए थे। यह ट्रेन मिलान के साथ-साथ लाजियो, उम्ब्रिया, और टस्कनी जैसे स्टेशनों पर भी जाने वाली थी।

कंपनी ने इस यात्रा के लिए बड़े पैमाने पर विज्ञापन किया और लोगों को इसमें सफर करने का निमंत्रण दिया। यात्रियों को इस ट्रेन में शानदार और भव्य यात्रा का आनंद लेने का अवसर दिया गया।

इस मार्ग में, एमिलिया से लोम्बार्डी के बीच एक सुरंग स्थित थी, जो एक किलोमीटर से भी अधिक लंबी थी। यह सुरंग उस समय दुनिया की सबसे लंबी सुरंगों में से एक मानी जाती थी और इसे पहाड़ों को काटकर बनाया गया था। यह ट्रेन अपनी खूबसूरती और आरामदायक अनुभव के लिए खास तौर पर आकर्षण का केंद्र थी। लेकिन इस यात्रा के दौरान जो रहस्यमय घटना घटी, उसने सबको चौंका दिया।

क्या हुआ उन बचे हुए दो लोगों के साथ

जो दो पैसेंजर्स उस दिन उस ट्रेन से बच गए थे उनमें से एक ने कभी कुछ नहीं कहा और जल्दी ही उसकी मौत हो गई थी। दूसरे ने कहा कि उसने सुरंग में घुसते ही एक अजीब सी आवाज सुनी थी और फिर सफेद धुंध छा गई थी।


ऐसा लगा जैसे हवा ने ट्रेन को अपने अंदर समेट लिया है। वो पैसेंजर किसी तरह एक और आदमी के साथ ट्रेन से कूद पाया और वो कूदने के बाद बेहोश हो गया।

गायब होने का कारण: वैज्ञानिक और अलौकिक सिद्धांत

इस घटना को लेकर कई सिद्धांत सामने आए हैं, जिनमें से कुछ तर्कसंगत हैं, तो कुछ रहस्यमयी। कई विशेषज्ञों का मानना है कि सुरंग का ढांचा कमजोर था और सुरंग के अंदर भूस्खलन हो गया होगा, जिससे ट्रेन दबकर खत्म हो गई।कुछ वैज्ञानिक यह भी मानते हैं कि सुरंग के भीतर जहरीली गैस का रिसाव हुआ होगा, जिसने यात्रियों को बेहोश कर दिया और ट्रेन नियंत्रण खो बैठी।कुछ शोधकर्ताओं का यह भी तर्क है कि ट्रेन ने किसी भौतिकीय विचलन (spatial anomaly) का अनुभव किया होगा, जिससे वह एक अन्य आयाम (alternate dimension) में प्रवेश कर गई।

कुछ लोगों का मानना है कि ट्रेन किसी तरह "समय के दरवाजे" (Time Portal) में प्रवेश कर गई, जिससे वह अतीत या भविष्य में चली गई।कई लोग इस सुरंग को शापित मानते हैं। उनका कहना है कि यह सुरंग उस भूमि पर बनी थी, जिसे प्राचीन रोम के लोगों ने ‘शापित क्षेत्र’ (Cursed Land) घोषित किया था।कुछ तर्क यह भी दिए जाते हैं कि ट्रेन किसी दूसरी दुनिया में चली गई होगी।


संबंधित घटनाएं-इस रहस्यमयी घटना के लगभग 20 साल बाद, 1940 के दशक में यूक्रेन के कुछ ग्रामीणों ने एक पुरानी ट्रेन को देखकर दावा किया कि यह वही ट्रेन थी, जो 1911 में गायब हुई थी।उन्होंने यह भी कहा कि ट्रेन के अंदर कुछ यात्री विचित्र अवस्था में थे और उनकी पोशाक 1911 के समय की थी।हालांकि, इस घटना को प्रमाणित नहीं किया जा सका।एक बहुत ही विचित्र चीज यह थी कि मेक्सिको के एक साइकिएट्रिस्ट का ये कहना था कि 1800 के कुछ डॉक्युमेंट्स पढ़ने के बाद उसे पता चला कि मेक्सिको के केपिटल के एक अस्पताल में 104 इटैलियन्स अजीबोगरीब दिमागी हालत में मिले थे। उनका दावा था कि वो रोम से ट्रेन में चढ़े थे और उन्हें कोई आइडिया नहीं था कि वो मेक्सिको कैसे पहुंच गए।

रहस्यमय पत्र और दस्तावेज़–कुछ दस्तावेज़ और पत्र इस बात की पुष्टि करते हैं कि ट्रेन के गायब होने से पहले यात्रियों में असामान्य बेचैनी थी।

इस घटना ने उस समय के समाज में खलबली मचा दी।स्थानीय लोग इस घटना को "शाप" और "भूतिया शक्ति" से जोड़ने लगे।सरकार और रेलवे प्रशासन ने इस घटना की जांच की लेकिन किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सके।सांजियोवानी सुरंग को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया।


इस घटना को लेकर इतिहासकारों और वैज्ञानिकों में काफी मतभेद है।इस घटना के कई प्रत्यक्षदर्शी मौजूद थे, जिन्होंने ट्रेन के गायब होने की पुष्टि की।सुरंग के भीतर कुछ अवशेष पाए गए, लेकिन वे इतने मामूली थे कि घटना की गुत्थी सुलझाई नहीं जा सकी।कई लोगों का मानना है कि यह घटना मात्र एक कल्पना है, जिसे रोमांचक कहानी के रूप में प्रचारित किया गया।दस्तावेजों की कमी और ठोस सबूतों का अभाव इसे रहस्य बनाता है।

1911 में रोम की सांजियोवानी सुरंग में गायब हुई ट्रेन की कहानी एक ऐसा रहस्य है, जिसने लोगों के मन में अनगिनत सवाल छोड़ दिए।

क्या यह घटना वास्तव में भौतिकीय विचलन का परिणाम थी?

क्या यह केवल एक शापित सुरंग की कहानी है?

या यह मात्र एक मनगढ़ंत कहानी है?

इन सवालों का जवाब आज तक नहीं मिला है। लेकिन यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमारी दुनिया में कई रहस्य अभी भी अनसुलझे हैं। चाहे यह घटना सत्य हो या नहीं, यह कहानी लोगों के दिलो-दिमाग में अपनी जगह बनाए हुए है और रहस्यों की दुनिया में एक विशेष स्थान रखती है।



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