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Seven Wonders of the World: ये हैं दुनिया के सात अजूबे, इन अजूबों के अद्भुत रहस्य

New Seven Wonders of the World: दुनिया के सात अजूबों के बारे में जानने की लोगों को बड़ी उत्सुकता रहती है। आइए आपको भी दुनिया के सात अजूबों के बारे में बताते हुए ये भी बताते हैं इन सात अजूबों को देखने के लिए आपको कहां किस देश में जाना पड़ेगा।

Vidushi Mishra
Published on: 21 Sept 2022 11:14 AM IST
seven new wonders of the world
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दुनिया के सात नए अजूबे (फोटो-सोशल मीडिया)

New Seven Wonders of the World: दुनियाभर में कई ऐसी अद्भुत संरचनाएं हैं जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है। इन जगहों की खूबसूरती वाकई में उल्लेखनीय है। सालों से अपने अंदर इतिहास को संजोय हुए ये पर्यटन स्थल जिन्हें हम दुनिया के सात अजूबे कहते हैं, इनका वास्तुशिल्प इतना चमत्कारी है कि पर्यटकों का देखते हुए मन ही नहीं ऊबता। भले ही ये सात अजूबे दुनिया के अलग-अलग देश में हों, लेकिन इन अजूबों के बारे में जानने की लोगों को बड़ी उत्सुकता रहती है। आइए आपको भी दुनिया के सात अजूबों के बारे में बताते हुए ये भी बताते हैं इन सात अजूबों को देखने के लिए आपको कहां किस देश में जाना पड़ेगा।

दुनिया के सात अजूबे

द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना, चीन

दुनिया के सात अजूबों में चीन की द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना भी आती है। चीन की विशालतम दीवार का निर्माण चीन के पहले शासक किन शी हुआंग ने बनवाया था। इस 21,196 किलोमीटर लंबी दीवार को बनाने में 20 साल का समय लगा था। उस दौरान चीन के शासक किन शी हुआंग का दीवार बनवाने के पीछे का मकसद अपने साम्राज्य की रक्षा करना था।

सबसे हैरानी की बात ये है कि इस ग्रेट वॉल ऑफ चाइना को पृथ्वी पर सबसे लंबा कब्रिस्तान भी माना जाता है। ये भी कहा जाता है कि इस ग्रेट वॉल ऑफ चाइन के निर्माण में करीब 10 लाख लोगों की मौत हो गई थी।

ताजमहल, भारत

दुनिया के सात अजूबों में भारत के ताजमहल का भी नाम शामिल है। पूरे भारत में ताजमहल सिर्फ ऐसी धरोहर है जिसे सात अजूबों में गिना जाता है। भारत में ताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा में है। आगरा में ताजमहल यमुना नदी के किनारे यह स्थित है।

इतिहास से रूबरू कराते हुए आपको बता दें कि मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में ताजमहल का निर्माण करवाया था। इस सफेद संगमरमर से बनी इस इमारत को आज भी प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस इमारत को बनाने 16 साल लगे, वहीं 20,000 कारीगरों ने काम किया था।

पेट्रा, जॉर्डन

पेट्रा जॉर्डन का एक ऐतिहासिक नगर है,। इस जगह से बहुत पुराना इतिहास जुड़ा हुआ है। इस एतिहासिक नगर का निर्माण गुलाबी रंग के बलुआ पत्थरों से कराया गया है। बता दें, इसी रंग की वजह से पेट्रा रोज सिटी के नाम से भी जाना जाता है. पेट्रा में कई मंदिर और मकबरें हैं। बता दें, पेट्रा जॉर्डन दुनिया के सात अजूबों में गिना जाता है।

कालीज़ीयम, इटली

दुनिया के सबसे लोकप्रिय स्मारकों में से एक, कोलोसियम को रोम में 72-82 ईस्वी में बनाया गया था। इटली में कालीजीयम का निर्माण सम्राट टाइटस वेस्पेशियन ने करवाया था। इस बारे में कहा जाता है कि 70 ईसवी और 82 ईसवी के मध्य कालीजीयम का निर्माण हुआ था। इस स्मारक को बनाने में लगभग 9 साल का समय लगा था।

क्राइस्ट द रिडीमर, ब्राज़ील

इस विश्व प्रसिद्ध प्रतिमा को 1926-31 में रियो डी जनेरियो के रोमन कैथोलिक आर्चडायसी द्वारा कमीशन किया गया था। 125 फीट की ऊंचाई और 1,145 टन वजन के साथ, क्राइस्ट द रिडीमर की मूर्ति दुनिया की सबसे बड़ी आर्ट डेको मूर्तिकला है।

चिचेन इट्ज़ा, मेक्सिको

यदि प्राचीन सभ्यताओं के बारे में कहानियां आपको आकर्षित करती हैं, तो माया-टोल्टेक सभ्यता का चिचेन इट्ज़ा शहर आपके लिए एकदम सही है। इस शहर का निर्माण 5वीं-13वीं शताब्दी में हुआ था। बता दें, यह माया सभ्यता से जुड़ी ऐतिहासिक धरोहर है। इस धरोहर को मैक्सिको का सबसे संरक्षित पुरातात्विक स्थल माना जाता है। 1200 साल से भी ज्यादा पुरानी इस ऐतिहासिक धरोहर से अजीबो-गरीब आवाजें सुनाई देती हैं।

माचू पिचू, पेरू

एंडीज का गौरव, माचू पिच्चू जोकि दक्षिण अमेरिका के पेरू में है। बता दें, माचू पिच्चू को इंकाओं का खोया हुआ शहर के नाम से भी जाना जाता है। पेरू में एक ऐतिहासिक देवालय है। माचू पिचू दुनिया के सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है।



Vidushi Mishra

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