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Omkareshwar Temple: ओम आकार के द्वीप पर स्थित है ओंकारेश्वर मंदिर, 12 ज्योतिर्लिंगों में से है एक

Omkareshwar Temple: ओंकारेश्वर भारत के मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के मांधाता द्वीप पर स्थित है। ऊपर से देखने पर इस द्वीप का आकार प्राकृतिक रूप से हिंदू प्रतीक "ओम" जैसा दिखता है, जो इस स्थल के आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाता है।

Preeti Mishra
Written By Preeti Mishra
Published on: 24 Oct 2023 7:15 AM IST (Updated on: 24 Oct 2023 7:15 AM IST)
Omkareshwar Temple
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Omkareshwar Temple (Image: Social Media)

Omkareshwar Temple: ओंकारेश्वर हिंदू धर्म में भगवान शिव को समर्पित 12 प्रतिष्ठित ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। "ओंकारेश्वर" नाम का अर्थ है "ओंकार का भगवान", जो पवित्र शब्दांश "ओम" के महत्व को दर्शाता है।

ओंकारेश्वर मंदिर से जुडी पौराणिक कथा

पौराणिक कथाओं के अनुसार, मंदिर की स्थापना राजा मांधाता और उनकी भगवान शिव के प्रति भक्ति की किंवदंती से जुड़ी है। कहा जाता है कि जिस द्वीप पर मंदिर स्थित है, उसका आकार हिंदू प्रतीक "ओम" जैसा है। ओंकारेश्वर भारत के मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा नदी के मांधाता द्वीप पर स्थित है। ऊपर से देखने पर इस द्वीप का आकार प्राकृतिक रूप से हिंदू प्रतीक "ओम" जैसा दिखता है, जो इस स्थल के आध्यात्मिक महत्व को बढ़ाता है।


ओंकारेश्वर मंदिर की वास्तुकला

मुख्य मंदिर जटिल नक्काशी और वास्तुकला से युक्त एक राजसी संरचना है। यह मंदिर वास्तुकला की पारंपरिक नागर शैली को दर्शाता है। आसपास का एक और महत्वपूर्ण मंदिर ममलेश्वर मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। तीर्थयात्री अक्सर अपनी तीर्थयात्रा के दौरान दोनों मंदिरों में जाते हैं।

ओंकारेश्वर मंदिर का है आध्यात्मिक महत्व

ओंकारेश्वर भगवान शिव के भक्तों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है। द्वीप की परिक्रमा तीर्थयात्रा का एक अनिवार्य हिस्सा है। ओंकारेश्वर की यात्रा आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव के साथ-साथ सुंदर वास्तुकला और नर्मदा नदी के सुंदर परिवेश को देखने का अवसर प्रदान करती है। तीर्थयात्री पवित्र परिक्रमा करते हैं, जिसमें द्वीप की परिक्रमा करना शामिल है। पूरी परिक्रमा लगभग 7 किमी लंबी है।

ओंकारेश्वर मंदिर दर्शन करने का सबसे अच्छा समय

मंदिर साल भर बड़ी संख्या में भक्तों को आकर्षित करता है, लेकिन तीर्थयात्रा के मौसम में गतिविधि बढ़ जाती है। महाशिवरात्री और कार्तिक पूर्णिमा जैसे त्यौहार बड़े उत्साह के साथ मनाये जाते हैं। सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव देखने में रुचि रखने वालों के लिए यह समय आदर्श है।


कैसे पंहुचे ओंकारेश्वर मंदिर

निकटतम हवाई अड्डा इंदौर में देवी अहिल्या बाई होल्कर हवाई अड्डा है, जो प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम रेलवे स्टेशन ओंकारेश्वर रोड रेलवे स्टेशन है, और प्रमुख रेलवे स्टेशन इंदौर में है। ओंकारेश्वर सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। नियमित बस सेवाएँ उपलब्ध हैं, और कोई टैक्सी भी किराए पर ले सकता है या गंतव्य तक ड्राइव कर सकता है।

पर्यटकों के अन्य आकर्षण

श्री गोविंदा भगवत्पाद गुफा: संत श्री गोविंदा भगवत्पाद से जुड़ी एक गुफा मंदिर के पास स्थित है।

सतमातृका मंदिर: आसपास के क्षेत्र में सात मातृदेवियों (सत्मातृका) को समर्पित मंदिर हैं।



Preeti Mishra

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Content Writer (Health and Tourism)

प्रीति मिश्रा, मीडिया इंडस्ट्री में 10 साल से ज्यादा का अनुभव है। डिजिटल के साथ-साथ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी काम करने का तजुर्बा है। हेल्थ, लाइफस्टाइल, और टूरिज्म के साथ-साथ बिज़नेस पर भी कई वर्षों तक लिखा है। मेरा सफ़र दूरदर्शन से शुरू होकर DLA और हिंदुस्तान होते हुए न्यूजट्रैक तक पंहुचा है। मैं न्यूज़ट्रैक में ट्रेवल और टूरिज्म सेक्शन के साथ हेल्थ सेक्शन को लीड कर रही हैं।

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